छिंदवाड़ा। जिले की विनीता पर कई परेशानियों का पहाड़ टूटा लेकिन वो सबसे लड़ते हुए आज अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल खिलाड़ी है. विनीता नेटी को खिलाड़ी बनाने का सपना उसके पिताजी का था, लेकिन विनीता के पिता उसका साथ बीच में छोड़कर इस दुनिया से चले गए. उसके बाद विनीता अकेली तो पड़ी, लेकिन उसने अपने पिता के सपनों को पूरा करने की ठान ली थी और विनीता अब अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल खिलाड़ी है. लेकिन अब विनीता का अपने खेल से मोह भंग होने लगा है.
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मुकाम हासिल करने के बाद छिंदवाड़ा जिला प्रशासन ने विनीता को चुनाव के दौरान स्वीप आईकॉन भी बनाया. विनीता कहती हैं कि एक खिलाड़ी अपने प्रदेश-देश और जिले के लिए सब कुछ देता है. उसके पास पढ़ाई के लिए समय कम होता है, ऐसे समय में खेल के जरिए उनको एक अच्छी नौकरी मिल जाए तो वो अपनी जिंदगी सवार सकती हैं, लेकिन सरकार है कि ऐसा कुछ कर नहीं रही है. इसलिए अब विनीता सिविल सर्विस में जाने की तैयारी कर रही हैं.
जानिए विनीता का सफर-
विनीता नेटी के पिता भगत सिंह नेटी वन विभाग में ड्राइवर की नौकरी करते थे. विनीता बताती हैं कि उसे खिलाड़ी बनने की प्रेरणा अपने पिता से ही मिली है. अक्सर उसके पिता अपने साथ घुमाने ले जाने के दौरान दौड़ लगाने को कहते थे, विनीता का फिजिकल स्टैमिना देखकर उसके पिता को पूरा भरोसा था कि वो एक अच्छी फुटबॉल प्लेयर बन सकती है. पिता का सपना था कि उनकी बेटी को वो इंटरनेशनल खेलते देंखे, लेकिन उनका ये सपना अधूरा रह गया और 2014 में वो इस दुनिया को अलविदा कह गए.
'चक दे इंडिया' फिल्म से मिली प्रेरणा
विनीता ने जिला स्तर पर स्कूल की तरफ से फुटबॉल खेला, लेकिन स्टेट लेवल पर उनका चयन नहीं हुआ. 2007 में फिर उन्होंने चक दे इंडिया मूवी देखी विनीता को लगा कि एक महिला अच्छी प्लेयर कैसे बन सकती है. इस मूवी को देखकर विनीता ने ठान लिया कि वो कड़ी मेहनत करेगी और सभी को नेशनल प्लेयर बनकर दिखाएगी.
जिला लेवल से लेकर स्टेट और स्टेट के बाद नेशनल विनीता ने खेला. नागपुर एकेडमी ज्वाइन करने के बाद वहीं से विनीता का इंटरनेशनल टीम में चयन हुआ. विनीता ने साउथ अमेरिका के चिली में फुटबॉल मैच खेला. इस मैच में विनीता को फेयर प्लेयर का अवार्ड भी मिला. इस उपलब्धि के बाद मानो विनीता की ऊंचाइयों को पंख लग गए. उनको बेस्ट प्लेयर अवॉर्ड, बेस्ट मिडफील्डर अवॉर्ड, बेस्ट डिफेंस अवार्ड के अलावा ऐसे कई अवार्ड मिले हैं जो फुटबॉल की दुनिया में खास माने जाते हैं.