छिन्दवाड़ा। कहते हैं कि नियति को कोई टाल नहीं सकता. ऐसा ही कुछ छिंदवाड़ा में भी घटित हुआ. 22 दिनों तक कोरोना से जंग लड़ने के बाद ठीक होकर घर पहुंचने से पहले ही एक बुजुर्ग की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई.
22 दिनों तक लड़ी कोरोना से लड़ाई
सिंगोड़ी चौकी प्रभारी ने बताया कि अमरवाड़ा के रहने वाले कपड़ा व्यापारी प्रेम नारायण ठाकुर कोरोना संक्रमित थे. उनका इलाज छिंदवाड़ा जिला अस्पताल में चल रहा था. 22 दिनों तक इलाज के बाद गुरुवार की शाम स्वस्थ होकर अपने बेटे के साथ कार से वापस घर लौट रहे थे. इसी दौरान चिमोआ गांव के पास कार एमपी 19 सीवी 6225 अनियंत्रित होकर पेड़ से टकरा गई. घटना के बाद दोनों बेटों ने अपने पिता को किसी अन्य वाहन से अमरवाड़ा हॉस्पिटल ले गए. जहां डॉक्टरों ने हार्ट अटैक के चलते उन्हें मृत घोषित कर दिया.
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कोरोना प्रोटोकॉल के तहत हुआ अंतिम संस्कार
सड़क दुर्घटना में मृतक प्रेम नारायण ठाकुर की दोनों बेटे शैलू ठाकुर और रितेश ठाकुर के सिर में चोटें आई हैं. जिन्हें प्राथमिक उपचार के बाद अस्पताल से रिलीव कर दिया है. मृतक प्रेम नारायण ठाकुर का अंतिम संस्कार कोरोना प्रोटोकाल के तहत अमरवाड़ा मोक्ष धाम में किया गया है.