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मौत वाली त्रासदी! हाउस फुल श्मशान घाट, अधजले शव नोच रहे पशु-पक्षी

कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर आउट ऑफ कंट्रोल होती जा रही है. जिले में एक्टिव केस बढ़कर 700 के पार पहुंच गए हैं. वहीं, संक्रमण से मरने वालों की संख्या चिंता का गंभीर विषय बनी हुई है.

अधजले शवों को नोच रहे पशु-पक्षी
अधजले शवों को नोच रहे पशु-पक्षी
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Published : Apr 15, 2021, 10:39 AM IST

Updated : Apr 15, 2021, 11:59 AM IST

छिंदवाड़ा। जिले में कोरोना संक्रमण के मामले लगातार बढ़ते जा रहा है. यहां एक्टिव केस बढ़कर 744 हो चुके हैं, जबकि कई मरीज बाहर इलाज करा रहे हैं. मंगलवार को भी 72 नए कोरोना संक्रमित मरीज यहां मिले हैं. वहीं संक्रमण की चपेट में आए 40 मृतकों का कोरोना प्रोटोकॉल के तहत अंतिम संस्कार किया गया.

अधजले शवों को नोच रहे पशु-पक्षी
459 कंटेनमेंट जोन जिले भर में करीब 22 लाख की आबादी है, जिसमें सबसे ज्यादा संक्रमण सौंसर और पांढुर्णा में रिपोर्ट किए गए हैं, फिलहाल, 459 कंटेनमेंट एरिया बनाए गए हैं. अकेले छिंदवाड़ा नगर निगम क्षेत्र के 24 वार्डो का निर्धारित क्षेत्र अब तक कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया है.


लगातार जारी है ऑक्सीजन की खपत

यहां दो सरकारी अस्पताल और 7 निजी अस्पतालों में कोविड-19 इलाज जारी है, जिसमें सभी बिस्तर फुल हैं, तो वहीं एक निजी अस्पताल और बनकर तैयार है. जिसमें सोमवार से इलाज जारी हो जाएगा. जिले में हर दिन 23 सौ से 24 सौ लीटर ऑक्सीजन की खपत सरकारी अस्पताल में हो रही है,जबकि निजी अस्पतालों में 1000 से 1500 लीटर की खपत हो रही है.


शमशान घाट में अधजले शव को नोच रहे पशु पक्षी

शहर परतला मोक्षधाम के पास से बुधवार को विचलित करने वाली तस्वीरें वायरल हुई. इसमें बताया जा रहा है कि कोरोना मृतकों के अधजले शवों को किस तरह से पशु पक्षी नोच रहे हैं. क्षेत्रवासियों के विरोध के बाद हरकत में आए प्रशासन ने मौके का मुआयना किया. इसके बाद मौजूद कर्मचारियों को सुरक्षा रखने की निर्देश दिए. साथ ही पांच बजे के बाद कोई भी अंतिम संस्कार होने पर लगा दी गई है.


अंत्येष्टि के इंतजार में श्मशान में पड़े शव, आंकड़ों की बाजीगरी में जुटा प्रशासन


मरीजों का जमीन पर लेटाकर हो रहा इलाज

जिले में जितनी तेजी से कोरोना संक्रमण फैल रहा है उतनी ही तेजी से दवाइयों का टोटा हो रहा है. रेमडेसिविर इंजेक्शन की जिले में लगातार शॉर्टेज बरकरार है. भले ही सरकार दावा कर रही है, लेकिन अभी तक दवाइयां यहां नहीं पहुंची हैं. वहीं फेबिफ्लू भी लोगों को आसानी से नहीं मिल रही है. वहीं, जिला अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड के सभी बेड फुल हैं, हालात ये हैं कि मरीजों को जमीन पर लेटाकर इलाज किया जा रहा है.



छिंदवाड़ा। जिले में कोरोना संक्रमण के मामले लगातार बढ़ते जा रहा है. यहां एक्टिव केस बढ़कर 744 हो चुके हैं, जबकि कई मरीज बाहर इलाज करा रहे हैं. मंगलवार को भी 72 नए कोरोना संक्रमित मरीज यहां मिले हैं. वहीं संक्रमण की चपेट में आए 40 मृतकों का कोरोना प्रोटोकॉल के तहत अंतिम संस्कार किया गया.

अधजले शवों को नोच रहे पशु-पक्षी
459 कंटेनमेंट जोन जिले भर में करीब 22 लाख की आबादी है, जिसमें सबसे ज्यादा संक्रमण सौंसर और पांढुर्णा में रिपोर्ट किए गए हैं, फिलहाल, 459 कंटेनमेंट एरिया बनाए गए हैं. अकेले छिंदवाड़ा नगर निगम क्षेत्र के 24 वार्डो का निर्धारित क्षेत्र अब तक कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया है.


लगातार जारी है ऑक्सीजन की खपत

यहां दो सरकारी अस्पताल और 7 निजी अस्पतालों में कोविड-19 इलाज जारी है, जिसमें सभी बिस्तर फुल हैं, तो वहीं एक निजी अस्पताल और बनकर तैयार है. जिसमें सोमवार से इलाज जारी हो जाएगा. जिले में हर दिन 23 सौ से 24 सौ लीटर ऑक्सीजन की खपत सरकारी अस्पताल में हो रही है,जबकि निजी अस्पतालों में 1000 से 1500 लीटर की खपत हो रही है.


शमशान घाट में अधजले शव को नोच रहे पशु पक्षी

शहर परतला मोक्षधाम के पास से बुधवार को विचलित करने वाली तस्वीरें वायरल हुई. इसमें बताया जा रहा है कि कोरोना मृतकों के अधजले शवों को किस तरह से पशु पक्षी नोच रहे हैं. क्षेत्रवासियों के विरोध के बाद हरकत में आए प्रशासन ने मौके का मुआयना किया. इसके बाद मौजूद कर्मचारियों को सुरक्षा रखने की निर्देश दिए. साथ ही पांच बजे के बाद कोई भी अंतिम संस्कार होने पर लगा दी गई है.


अंत्येष्टि के इंतजार में श्मशान में पड़े शव, आंकड़ों की बाजीगरी में जुटा प्रशासन


मरीजों का जमीन पर लेटाकर हो रहा इलाज

जिले में जितनी तेजी से कोरोना संक्रमण फैल रहा है उतनी ही तेजी से दवाइयों का टोटा हो रहा है. रेमडेसिविर इंजेक्शन की जिले में लगातार शॉर्टेज बरकरार है. भले ही सरकार दावा कर रही है, लेकिन अभी तक दवाइयां यहां नहीं पहुंची हैं. वहीं फेबिफ्लू भी लोगों को आसानी से नहीं मिल रही है. वहीं, जिला अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड के सभी बेड फुल हैं, हालात ये हैं कि मरीजों को जमीन पर लेटाकर इलाज किया जा रहा है.



Last Updated : Apr 15, 2021, 11:59 AM IST
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