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सौंदर्यीकरण के तहत बनाई गईं 24 दुकानें पड़ी हैं बेकार, कीमत ज्यादा होने से नहीं ले रहे व्यापारी

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Published : Aug 14, 2020, 6:58 AM IST

Updated : Aug 14, 2020, 7:10 AM IST

छिंदवाड़ा शहर में बने छोटे तालाब के आसपास अतिक्रमण हटाने के लिए सौंदर्यीकरण किया गया था. जिसके तहत तालाब के आसपास 24 दुकानें बनाई गई थीं, लेकिन कीमत ज्यादा होने की वजह से अब दुकानें बेकार पड़ी हैं.

Shops built along the small pond are lying waste
छोटे तालाब किनारे बनी दुकानें पड़ी है बेकार

छिंदवाड़ा। स्वच्छता और सौंदर्यीकरण के तहत शहर के छोटे तलाब का कायाकल्प किया गया था. डॉ.श्यामा प्रसाद मुखर्जी इलाके में स्थित छोटे तालाब के आसपास नगर पालिका ने फुटपाथ पर 24 छोटी छोटी दुकानें बनाई थीं, जो लगभग 2 साल से बेकार पड़ी हुई हैं. इनमें से अधिकांश दुकानों पर स्थानीय लोगों ने कब्जा कर रखा है. वहीं दुकानदारों का कहना है कि दुकान की कीमत ज्यादा होने के कारण वे दुकान नहीं ले पा रहे हैं.

छोटे तालाब किनारे बनी दुकानें पड़ी है बेकार

छोटा तालाब के आसपास आने जाने वाले लोगों की भीड़ काफी रहती है, जहां शाम के समय लोग घूमने और टहलने के लिए लोग आते हैं. जिसको देखते हुए नगर निगम ने यहां दुकानें बनाई थीं, ताकि चाट,आइसक्रीम,खिलौने आदि की दुकान लगाने वाले व्यापारी खरीद पाए और उससे कुछ इनकम नगर निगम को हो पाए. नगर पालिका निगम ने 24 दुकानें बनाई गई थी, जिसमें से हर दुकान की कीमत लगभग 4 लाख 75 हजार रखी गई थी.

पान की दुकान लगाने वाले प्रदीप चौरसिया का कहना है कि छोटे फुटकर व्यापारी इतनी लागत लगाकर दुकान खरीदना और उसके बाद हर महीने लगभग 1 हजार का टैक्स देना छोटे दुकानदारों के बस में नहीं है. वहीं नगर पालिका निगम कमिश्नर हिमांशु सिंह का कहना है कि दुकानों के मूल्य ज्यादा होने से अभी तक एक भी दुकान नहीं बिकी हैं. उनका कहना है कि शासन से बात करके दुकानों की कीमत कुछ कम की जाएगी.

छिंदवाड़ा। स्वच्छता और सौंदर्यीकरण के तहत शहर के छोटे तलाब का कायाकल्प किया गया था. डॉ.श्यामा प्रसाद मुखर्जी इलाके में स्थित छोटे तालाब के आसपास नगर पालिका ने फुटपाथ पर 24 छोटी छोटी दुकानें बनाई थीं, जो लगभग 2 साल से बेकार पड़ी हुई हैं. इनमें से अधिकांश दुकानों पर स्थानीय लोगों ने कब्जा कर रखा है. वहीं दुकानदारों का कहना है कि दुकान की कीमत ज्यादा होने के कारण वे दुकान नहीं ले पा रहे हैं.

छोटे तालाब किनारे बनी दुकानें पड़ी है बेकार

छोटा तालाब के आसपास आने जाने वाले लोगों की भीड़ काफी रहती है, जहां शाम के समय लोग घूमने और टहलने के लिए लोग आते हैं. जिसको देखते हुए नगर निगम ने यहां दुकानें बनाई थीं, ताकि चाट,आइसक्रीम,खिलौने आदि की दुकान लगाने वाले व्यापारी खरीद पाए और उससे कुछ इनकम नगर निगम को हो पाए. नगर पालिका निगम ने 24 दुकानें बनाई गई थी, जिसमें से हर दुकान की कीमत लगभग 4 लाख 75 हजार रखी गई थी.

पान की दुकान लगाने वाले प्रदीप चौरसिया का कहना है कि छोटे फुटकर व्यापारी इतनी लागत लगाकर दुकान खरीदना और उसके बाद हर महीने लगभग 1 हजार का टैक्स देना छोटे दुकानदारों के बस में नहीं है. वहीं नगर पालिका निगम कमिश्नर हिमांशु सिंह का कहना है कि दुकानों के मूल्य ज्यादा होने से अभी तक एक भी दुकान नहीं बिकी हैं. उनका कहना है कि शासन से बात करके दुकानों की कीमत कुछ कम की जाएगी.

Last Updated : Aug 14, 2020, 7:10 AM IST
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