छतरपुर। जिले में दो युवकों ने मानवता की मिसाल पेश की है. बसारी गांव में रहने वाले दो युवकों ने 6 फीट लंबे और 30 किलो के अजगर की जान बचाने के लिए खुद की जान जोखिम में डाल दी. गांव में रहने वाले इन दो युवकों ने चार घंटे तक जाल में फंसे अजगर के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया, जिसके बाद अजगर को सुरक्षित बाहर निकालने के बाद जंगल में छोड़ दिया गया.
जानकारी के मुताबिक बसारी गांव में बने तालाब में गांव के कुछ मछुआरों ने मछली पकड़ने के लिए जाल डाला था, लेकिन काफी देर हो जाने के बाद जब जाल में मछली नहीं फंसी तो वे जाल को ऐसे ही छोड़ कर अपने घर चले गए. ऐसे में देर रात उसमें एक विशालकय अजगर फंस गया.
गांव में ही रहने वाले दो युवकों ने किया रेस्क्यू और बचा ली जान
गांव में ही रहने वाले दो युवक अनूप तिवारी और मंगल आदिवासी ने विशालकाय अजगर की जान बचा ली. जानकारी के मुताबिक दोनों युवक घूमने के लिए तालाब तरफ गए. इस दौरान तालाब से उन्हें कुछ अजीब सी आवाज सुनाई दी, जब पास जाकर देखा तो वहां एक अजगर जाल में फंसा हुआ था, जिसके बाद इन दोनों युवकों ने अपनी जान जोखिम में डालते हुए चार घंटे तक कड़ी मशक्कत की और बाद में उस अजगर को वहां से निकाल कर जंगल में छोड़ दिया.
6 फीट लंबे और 30 किलो वजनी अजगर को बचाया
अनूप तिवारी और मंगल आदिवासी ने बताया कि पहले तो उन्हें बहुत डर लगा रहा था. उन्होंने वन विभाग की टीम से भी संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन काफी देर हो जाने के बाद जब उन्हें लगा कि वन विभाग की टीम नहीं आ रही है और कुछ देर बाद गांव के लोग इस अजगर को पत्थर से कुचल कर मार देंगे तो उन्होंने किसी का इंतजार न करते हुए खुद की जान का जोखिम लिया और रेस्क्यू शुरू कर दिया. अनूप तिवारी ने बताया कि वह इस बात को भलीभांति जानता है कि अजगर का जहर नहीं होता है लेकिन जब वो काटता है तो उसका घाव बहुत गहरा होता है, जिससे जान भी जा सकती है. बावजूद इसके दोनों ने रिस्क लिया और आखिरकार चार घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद उसे जाल से बाहर निकाल लिया.
अनूप तिवारी ने बताया कि अजगर करीब 6 फीट लंबा और 20 से 30 किलो वजनी था. बार-बार उन्हें इस बात का डर भी लग रहा था कि कहीं अजगर उन पर हमला न कर दे.