छतरपुर। नौगांव तहसील के गरौली थाना क्षेत्र निवासी एक महिला न्याय के लिए भटक रही है, इस मुसीबत में उसके पति ने भी उसका साथ छोड़ दिया और दूसरी युवती से शादी कर ली. महिला की शादी के आठ साल हो चुके हैं, इस दौरान उसने तीन बच्चों को जन्म भी दिया, पर पहले बच्चे के जन्म के बाद से ही उसके बुरे दिन शुरू हो गये क्योंकि उसका पहला बच्चा थर्ड जेंडर पैदा हुआ था, जिसका बाद में ऑपरेशन के जरिए मल-मूत्र द्वार बनाया गया.
मां के लिए थर्ड जेंडर बच्चा बना मुसीबत, पति ने की दूसरी शादी, इंसाफ के लिए भटक रही पीड़िता - नौगांव तहसील
नौगांव तहसील के गरौली थाना क्षेत्र के एक गांव निवासी महिला की कोख से जन्मा बच्चा उसके लिए मुसीबत बन गया है, जिसके चलते उसका पति भी उसे छोड़कर भाग गया और दूसरी शादी भी कर ली. अब महिला न्याय के लिए अधिकारियों के चक्कर काट रही है.
गरौली थाना क्षेत्र निवासी एक महिला न्याय के लिए भटक रही है
छतरपुर। नौगांव तहसील के गरौली थाना क्षेत्र निवासी एक महिला न्याय के लिए भटक रही है, इस मुसीबत में उसके पति ने भी उसका साथ छोड़ दिया और दूसरी युवती से शादी कर ली. महिला की शादी के आठ साल हो चुके हैं, इस दौरान उसने तीन बच्चों को जन्म भी दिया, पर पहले बच्चे के जन्म के बाद से ही उसके बुरे दिन शुरू हो गये क्योंकि उसका पहला बच्चा थर्ड जेंडर पैदा हुआ था, जिसका बाद में ऑपरेशन के जरिए मल-मूत्र द्वार बनाया गया.
Intro:एक महिला को थर्ड जेंडर बच्चा पैदा करना है इतना महंगा पड़ा कि उसके पति ने उसे घर से बाहर निकाल दीया महिला अपने तीन बच्चों के साथ लगातार भटक रही है महिला का कहना है कि 8 साल पहले उसने एक बच्चे को जन्म दिया था जो ना तो लड़की में था और ना ही लड़के में बच्चे के जन्म देते ही उसके पति ने उसके साथ मारपीट करनी शुरू कर दी कई बार उस बच्चे को बाहर फेंक देने की बात भी कही लेकिन!
बच्चे को जन्म देने वाली मां अफसाना बताती है कि थर्ड जेंडर होने के अलावा उसका बच्चा विकलांग भी है!
Body:गरौली में रहने वाली अफसाना को थर्ड जेंडर बच्चा पैदा करना है इतना महंगा पड़ा कि उसके पति ने बच्चों सहित उसे छोड़ दिया! अफसाना बताती है कि लगभग 8 साल पहले उसकी शादी छतरपुर में हुई थी सब कुछ ठीक चल रहा था तभी उसने एक बच्चे को जन्म दिया बच्चे का नाम उसने अरमान रखा उसका पहला बच्चा था सब कुछ ठीक-ठाक था सभी लोग खुशियां मना रहे थे लेकिन जैसे ही बच्चे को उसने देखा तो उसके पैरों से जमीन खिसक गई बच्चा ना तो लड़की था और ना ही लड़का!
अफसाना बताती है कि जिस वक्त उसके पति को पता चला कि उसने जेंडर बच्चे को जन्म दिया है उसी दिन से उसके पति ने उसके साथ मारपीट करना शुरू कर दिया और हर छोटी बात को लेकर उससे झगड़ा शुरु कर देते थे कई बार उसके बेटे को उसका पति बाहर भी छोड़ कर भाग गया!
अफसाना ने हालातों से समझौता करने की कोशिश की और कई सालों तक यह मारपीट और प्रताड़ना झेलती रही इस बीच उसे दो और बच्चे हुए लेकिन आखिरकार उसका पति थर्ड जेंडर वाले बच्चे की बात को लेकर लगातार अफसाना को मानसिक प्रताड़ना दे रहा था और आखिरकार उसका पति उसे छोड़कर भाग गया और दूसरी महिला से शादी कर ली!
जिसके बाद अफसाना वापस मायके चली गई और अपने भाई एवं माता-पिता के यहां रहने लगी अफसाना बताती है कि उसके भाई मजदूरी करते हैं और बमुश्किल ही परिवार का भरण पोषण हो पाता है अरमान जोकि थर्ड जेंडर है विकलांग भी है और बच्चे के दोनों गुप्तांग छेद बंद है और पीछे तरफ एक छोटा सा सुराग है जिससे वह मल एवं मूत्र का विसर्जन करता है जिससे उसे बेहद पीड़ा होती है!
अफसाना चाहती है कि उसकी बेटी का इलाज हो ताकि आने वाले समय में भगदड़ जिंदगी जी सकें लेकिन उसके पास पैसे नहीं है इसलिए वह लगातार अधिकारियों के चक्कर लगा रही है थर्ड जेंडर होने की वजह से उसके बेटे का अभी तक स्कूल में नाम भी नहीं लिखा है अफसाना चाहती है कि उसका बेटा पढ़ लिखकर अच्छा काम करें!
बाइट_अफसाना पीड़िता
अफसाना का भाई वाहिद बताता है कि उसकी बहन को उसके जीजा ने अरमान जोकि थर्ड जेंडर है पैदा होते ही झगड़े शुरू कर दिए थे और मारपीट करते हुए पांच 6 सालों बाद उसे छोड़ दिया और दूसरी शादी कर ली वाहिद का कहना है कि उसका जीजा थर्ड जेंडर बच्चा पैदा होने की वजह से लगातार उसकी बहन को मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रहा था!
बाइट_वाहिद भाई
वहीं मामले में एडीएम प्रेम सिंह चौहान का कहना है कि अगर महिला उनके पास आती है तो निश्चित तौर पर उसकी यथासंभव मदद की जाएगी और उसके बच्चे का इलाज भी किया जाएगा!
बाइट_एडीएम प्रेम सिंह चौहान
Conclusion:अफसाना के तीन बच्चे हैं जिनमें से सबसे बड़ा बेटा थर्ड जेंडर है जिसको लेकर अप्सरा काफी परेशान है उसके इलाज के लिए लगातार अफसाना जिला अस्पताल के चक्कर लगा रही है लेकिन अभी तक किसी ने भी उसकी कोई मदद नहीं की!
बच्चे को जन्म देने वाली मां अफसाना बताती है कि थर्ड जेंडर होने के अलावा उसका बच्चा विकलांग भी है!
Body:गरौली में रहने वाली अफसाना को थर्ड जेंडर बच्चा पैदा करना है इतना महंगा पड़ा कि उसके पति ने बच्चों सहित उसे छोड़ दिया! अफसाना बताती है कि लगभग 8 साल पहले उसकी शादी छतरपुर में हुई थी सब कुछ ठीक चल रहा था तभी उसने एक बच्चे को जन्म दिया बच्चे का नाम उसने अरमान रखा उसका पहला बच्चा था सब कुछ ठीक-ठाक था सभी लोग खुशियां मना रहे थे लेकिन जैसे ही बच्चे को उसने देखा तो उसके पैरों से जमीन खिसक गई बच्चा ना तो लड़की था और ना ही लड़का!
अफसाना बताती है कि जिस वक्त उसके पति को पता चला कि उसने जेंडर बच्चे को जन्म दिया है उसी दिन से उसके पति ने उसके साथ मारपीट करना शुरू कर दिया और हर छोटी बात को लेकर उससे झगड़ा शुरु कर देते थे कई बार उसके बेटे को उसका पति बाहर भी छोड़ कर भाग गया!
अफसाना ने हालातों से समझौता करने की कोशिश की और कई सालों तक यह मारपीट और प्रताड़ना झेलती रही इस बीच उसे दो और बच्चे हुए लेकिन आखिरकार उसका पति थर्ड जेंडर वाले बच्चे की बात को लेकर लगातार अफसाना को मानसिक प्रताड़ना दे रहा था और आखिरकार उसका पति उसे छोड़कर भाग गया और दूसरी महिला से शादी कर ली!
जिसके बाद अफसाना वापस मायके चली गई और अपने भाई एवं माता-पिता के यहां रहने लगी अफसाना बताती है कि उसके भाई मजदूरी करते हैं और बमुश्किल ही परिवार का भरण पोषण हो पाता है अरमान जोकि थर्ड जेंडर है विकलांग भी है और बच्चे के दोनों गुप्तांग छेद बंद है और पीछे तरफ एक छोटा सा सुराग है जिससे वह मल एवं मूत्र का विसर्जन करता है जिससे उसे बेहद पीड़ा होती है!
अफसाना चाहती है कि उसकी बेटी का इलाज हो ताकि आने वाले समय में भगदड़ जिंदगी जी सकें लेकिन उसके पास पैसे नहीं है इसलिए वह लगातार अधिकारियों के चक्कर लगा रही है थर्ड जेंडर होने की वजह से उसके बेटे का अभी तक स्कूल में नाम भी नहीं लिखा है अफसाना चाहती है कि उसका बेटा पढ़ लिखकर अच्छा काम करें!
बाइट_अफसाना पीड़िता
अफसाना का भाई वाहिद बताता है कि उसकी बहन को उसके जीजा ने अरमान जोकि थर्ड जेंडर है पैदा होते ही झगड़े शुरू कर दिए थे और मारपीट करते हुए पांच 6 सालों बाद उसे छोड़ दिया और दूसरी शादी कर ली वाहिद का कहना है कि उसका जीजा थर्ड जेंडर बच्चा पैदा होने की वजह से लगातार उसकी बहन को मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रहा था!
बाइट_वाहिद भाई
वहीं मामले में एडीएम प्रेम सिंह चौहान का कहना है कि अगर महिला उनके पास आती है तो निश्चित तौर पर उसकी यथासंभव मदद की जाएगी और उसके बच्चे का इलाज भी किया जाएगा!
बाइट_एडीएम प्रेम सिंह चौहान
Conclusion:अफसाना के तीन बच्चे हैं जिनमें से सबसे बड़ा बेटा थर्ड जेंडर है जिसको लेकर अप्सरा काफी परेशान है उसके इलाज के लिए लगातार अफसाना जिला अस्पताल के चक्कर लगा रही है लेकिन अभी तक किसी ने भी उसकी कोई मदद नहीं की!