छतरपुर। हरपालपुर में चलती ट्रेन में महिला के साथ छेड़खानी का मामला सामने आया है. हरपालपुर रेलवे स्टेशन पर पीड़ित महिला ने जीआरपी से पूरे मामले की शिकायत की, पीड़िता की शिकायत पर पुलिस ने आरोपियों को हिरासत में लिया, लेकिन बिना कोई कार्रवाई किए ही छोड़ दिया.
उत्तरप्रदेश के मऊरानीपुर से हरपालपुर आ रही महिला, हरपालपुर स्वास्थ्य केंद्र में स्टाफ नर्स के पद पर पदस्थ है, जो मऊरानीपुर से रोज ट्रेन का सफर करती है. महिला हरपालपुर में ड्यूटी करने अपने दो बच्चों को साथ लेकर आ रही थी, तभी चंबल एक्सप्रेस में बोगी क्रमांक S1 में कुछ युवकों ने महिला के साथ छेड़खानी की वारदात को अंजाम दिया. महिला ने जब इसका विरोध किया, तो उसको जान से मारने की धमकी दी और गाली गलौज कर उसका मोबाइल भी छीन लिया.
ट्रेन हरपालपुर स्टेशन पर पहुंची, तो महिला ने डायल हंड्रेड और जीआरपी को इसकी जानकारी दी, जीआरपी ने आरोपी को पकड़ा और उसके बाद उन्हें छोड़ भी दिया. महिला ने हरपालपुर थाने में पहुंचकर घटना की शिकायत की, लेकिन हरपालपुर थाना पुलिस ने महिला की शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं की. महिला करीब एक घंटे तक हरपालपुर थाने में बैठी रही, लेकिन उसकी सुनने वाला कोई नहीं था.
छेड़छाड़ की इस घटना के बाद महिला और उसके साथी स्टाफ ने स्टेशन पर हंगामा कर दिया, जिसके चलते चंबल एक्सप्रेस भी करीब एक घंटे तक स्टेशन पर ही खड़ी रही. हंगामे के बावजूद जीआरपी ने आरोपी युवकों को ट्रेन में ही बैठा कर रवाना कर दिया
पुलिस ने इस मामले को जीआरपी का मामला बताकर अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ लिया, लेकिन फिर भी सवाल उठता है कि आखिर महिला के साथ छेड़खानी जैसे गंभीर मामले के आरोपी को बिना जांच के पुलिस ने कैसे छोड़ दिया. मीडिया में आई तस्वीरों में पुलिस आरोपियों को पकड़े हुई दिख रही है.