छतरपुर। महारजपुर थाना क्षेत्र के एक मामले को लेकर कुछ ग्रामीण एसपी कार्यालय पहुंचे, जहां उन्होंने पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की. ये लोग कुछ दिन पहले एक युवक की हत्या के खिलाफ एसपी कार्यालय पहुंचे थे, परिजनों का कहना है कि उनके बेटे की हत्या की गई है, जबकि पुलिस इसे आत्महत्या बता रही है. इस बीच सभी लोग एसपी कार्यालय के गेट पर बैठे रहे, साथ ही बड़ी संख्या में महिलाएं मौजूद थी, महिलाओं के रोने-बिलखने की खबर मिलने के कुछ देर बाद मौके पर एसपी सचिन शर्मा पहुंचे और परिजनों के समझाते हुए जांच की बात कही.
ये है पूरा मामला
9 अगस्त को कुसमा निवासी अनिल कुशवाहा ने फांसी लगा ली थी. परिजनों का कहना है कि उक्त मामले में अनिल कुशवाहा ने फांसी नहीं लगाई थी, बल्कि उसकी हत्या कर उसे लटकाया गया था. परिजनों का आरोप है कि गांव की एक लड़की से फोन पर बात करता था, जिसको लेकर उसके परिजनों ने उसे जान से मारने की धमकी दी थी, जिसके बाद से युवक काफी डरा हुआ था, आखिरी बार लड़की के परिजनों से ही मिलने गया था.
उसके बाद परिजनों को उनके बेटे का शव पेड़ पर लटका हुआ मिला, परिजनों का आरोप है कि उनके बेटे की हत्या की गई है. लेकिन मामले में महाराजपुर थाना प्रभारी एवं स्थानीय पुलिस न सिर्फ लापरवाही बरत रही है, बल्कि आरोपियों पर किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं कर रही है.
महाराजपुर थाना प्रभारी जेड वाई खान का कहना है कि मृतक की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आ गई है. जिसमें इस बात की पुष्टी हो चुकी है कि युवक ने आत्महत्या की है, साथ ही मृतक का गांव की एक किशोरी के साथ प्रेम प्रसंग था. परिवार के लोग लगातार कह रहे हैं कि उनके बेटे की हत्या की गई है, जबकि पुलिस के मुताबिक मामला आत्महत्या का ही है, मेडिकल रिपोर्ट में इस बात का खुलासा भी हो चुका है.