छतरपुर। जिले में ईटीवी भारत की खबर के असर के चलते समाजसेवियों और बजरंग दल के सदस्यों ने शहीद परिवार के घर पहुंचकर उन्हें सम्मानित किया और शहीद धरमदास पटेल के परिवार को अच्छे-बुरे वक्त में सहयोग करने का आश्वासन भी दिया.
मझगवां निवासी धरमदास पटेल साल करगिल युद्ध में शहीद हो गए थे. जिसके बाद सरकार ने भी उन्हें उचित सम्मान नहीं दिया, न ही उनके परिवार पर ध्यान दिया. उनकी पत्नी श्यामा बाई सालों तक पति के सम्मान के लिए लड़ती रहीं, लेकिन अंत में हारकर उन्होंने खुद के पैसे से शहीद पति की एक प्रतिमा अपने गांव की जमीन पर लगवा दी.
श्यामा बाई का कहना है कि जिस तरह का व्यवहार उनके साथ राज्य सरकार ने किया. उसकी वो कड़ी निंदा करती हैं. परिवार के लोगों का कहना है कि सरकारें उन्हें उचित सम्मान नहीं देती, जोकि एक शहीद परिवार को मिलना चाहिए. उन्होंने बताया कि हर साल 15 अगस्त पर उनके यहां आमंत्रण भेजा जाता था, लेकिन इस बार वो भी नहीं आया और न ही उन्हें शहीदों के परिवार की श्रेणी में रखा गया.
ये खबर ईटीवी भारत ने प्रमुखता से प्रकाशित किया था. जिसके बाद छतरपुर के कई समाजसेवी और बजरंग दल के बड़े नेता शहीद के परिवार से मिलने पहुंचे. उन्हें शॉल श्रीफल देकर सम्मानित किए और सहयोग करने का वादा भी किया. वहीं इस बारे में बजरंग दल के नगर संयोजक सुरेंद्र शिवहरे का कहना है कि ईटीवी भारत पर प्रकाशित खबर के बाद उन्हें इस बात की जानकारी मिली. जिसके बाद शहीद परिवार का सम्मान किया गया.
विश्व हिंदू परिषद के जिला सहमंत्री पुष्पेंद्र सिंह परमार का कहना है कि शहीद के परिवार से जुड़ी खबर दिखाने के लिए वे ईटीवी भारत का दिल से शुक्रिया अदा करते हैं. वहीं समाजसेवी जोगिंदर सिंह ने भी ईटीवी भारत पर दिखाई खबर की तारीफ की. वहीं शहीद की पत्नी ने कहा कि ये खुशी वह जिंदगी भर नहीं भूलेंगी.