छतरपुर। मध्यप्रदेश में शुरू हुई गेहूं खरीदी में घोटाला सामने आने लगा है. पिछले दिनों छतरपुर जिले के गुलगंज में व्यापारियों द्वारा गेहूं खरीदी की जा रही थी. ऐसा ही एक मामला गर्रोली में सामने आया है जहां पर समिति प्रबंधक द्वारा खरीद शुरू होने से पहले किसानों की जगह व्यापारियों के गेहूं की तुलाई की जाने लगी. एसडीएम ने तहसीलदार भानु प्रताप सिंह के माध्यम से छापामार कार्रवाई के बाद गोदाम को सील कर दिया है.
नौगांव एसडीएम बीबी गंगेले को जानकारी मिली की गर्रोली सोसायटी के प्रबंधक यशवंत सिंह के द्वारा 13 अप्रैल से ही गेहूं खरीदी शुरू कर दी. जबकि 15 अप्रैल से गेहूं खरीदी शुरू होने के आदेश जारी हुये थे. जिसको लेकर प्रशासन तैयारी भी कर रहा था. लेकिन दो दिन पहले गेहूं खरीदी की जानकारी लगते ही एसडीएम बीबी गंगेले तहसीलदार को तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिये.
जानकारी लगते ही तहसीलदार, सदर पटवारी, गर्रोली सोसायटी पहुंंचे. जहां सोसायटी की बाउंड्री बॉल के अंदर शासकीय बोरी जो की 50-50 किलो की थी. उनमें 2० क्विंटल से अधिक गेहूं रखा पाया गया. जो पॉलीथिन से ढकी हुई थी. तहसीलदार के द्वारा तुरंत सोसायटी प्रबंधक यशवंत को बुलाकर इसके बारे में जानकारी ली गयी. सोसायटी प्रबंधक का कहना था कोई खरीदी नहीं की जा रही है घर में जगह न होने के कारण और सोसायटी में शासकीय बारदाना रखे होने पर इन्हीं बारदाना में अपने खेत का अनाज भरकर रखा है. हालांकि इसकी जांच की जा रही है. तहसीलदार ने इसको जब्त कर लिया.
इस मामले में तहसीलदार भानु प्रताप सिंह का कहना है एसडीएम साहब से सूचना आयी थी कि गर्रोली में गेहूं खरीदी की जा रही है. उनके निर्देश पर सोसायटी में जाकर देखा गया कि सरकारी वारदाने में गेहूं रखा था. जिसे समिति प्रबंधक अपने खेतों का गेहूं बता रहा है. जिसको जब्त कर प्रतिवेदन बनाकर एसडीएम महोदय को भेजा है. सोसायटी में रखे गेहूं की सुपुर्दगी समिति प्रबंधक को दी गयी है.