छतरपुर। गरीबों के लिए सरकार कई योजनाएं चलाती है, लेकिन कई जरूरमंदों को इन योजानओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है. ऐसा ही एक मामला सामने आया है, छतरपुर जिले की राजनगर तहसील के तहत आने वाले कर्री गांव से. जहां एक गरीब परिवार को अधिकारियों से गुहार लगाने के बावजूद प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ नहीं मिला.
कर्री गांव में रहने वाले रामकुमार तिवारी प्राइवेट टीचर हैं. उनकी सैलरी महज दो हजार रुपए है. इतने पैसों में उनका गुजारा कैसे चलता होगा, इसका अंदाजा लगाया जा सकता है. उन्होंने बताया कि, पीएम आवास के लिए सरपंच से लेकर सीएम हेल्प लाइन तक पर कई बार गुहार लगाई, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ.
परिवार की आर्थिक स्थिति है खराब
परिवार की आर्थिक स्थिति भी बेहद दयनीय है, ऐसे में टूटी छत के नीचे रहना उनके लिए मुश्किलों भरा साबित हो रहा है. कोरोना के चलते स्कूल बंद होने से पिछले कई महीनों से रामकुमार को सैलरी भी नहीं मिली है. ऐसे में परिवार का गुजारा करना बेहद मुश्किल हो रहा है. रामकुमार तिवारी का तो ये भी कहना है कि, वे सवर्ण हैं इसीलिए उनके साथ भेदभाव किया जा रहा है.
रामकुमार कहना है कि, वे भीख मांगने की कगार पर आ गए हैं. वे कई बार प्रशासनिक अधिकारियों और सरकारी दफ्तरों के चक्कर कांट चुके हैं. लेकिन उन्हें किसी भी सरकारी योजना का लाभ नहीं मिल रहा. हालांकि जनपद सीईओ प्रतिपाल सिंह बागरी ने उन्हें पीएम आवास योजना का लाभ जल्द ही दिलाए जाने की बात कही है.