छतरपुर। महाराजपुर विधानसभा में भाजपा से घोषित प्रत्याशी कामख्या प्रताप सिंह के विरोध में भाजपा की अंदरूनी कलह थमने का नाम नहीं ले रही है. एक तरफ पार्टी के कार्यकर्ता प्रत्याशी का विरोध कर रहे हैं तो वहीं विधानसभा क्षेत्र के संगठन एवं नगरीय निकाय, जनपद जिला पंचायत से लेकर अन्य जनप्रतिनिधि भी प्रत्याशी का विरोध कर भोपाल में डेरा जमाए हुए हैं. पार्टी कार्यकर्ताओं के बाद अब चौरसिया समाज भी पार्टी के निर्णय खिलाफ हो गया है.
टिकट बदलने की मांग: चौरसिया समाज ने शुक्रवार की शाम को दिल्ली पहुंचकर भाजपा के राष्ट्रीय संगठन मंत्री बीएल संतोष से मुलाकात कर विधानसभा प्रत्याशी का टिकट बदलने की मांग की है. इससे पहले चौरसिया समाज का प्रतिनिधि मंडल मुख्यमंत्री शिवराज सिंह और राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय से मुलाकात कर महाराजपुर विधानसभा से प्रत्याशी बदलने की बात रख चुका है.
दिल्ली पहुंचा मामला: नई दिल्ली में चौरसिया समाज के प्रतिनिधि मंडल ने भाजपा के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष से मुलाकात की. इस दौरान छतरपुर जिले की महाराजपुर विधानसभा सीट से घोषित प्रत्याशी कामाख्या प्रताप सिंह को मिला टिकट बदलने की मांग की है. महाराजपुर विधानसभा से कामाख्या प्रताप सिंह को टिकट मिलते ही क्षेत्र में विरोध के स्वर उठने लगे थे. अब देखने लायक रहेगा क भाजपा का राष्ट्रीय नेतृत्व महाराजपुर एवं छतरपुर विधानसभा सीट पर क्या निर्णय लेता है.
मुख्यमंत्री से मिलकर भी टिकट बदलने की मांग की थी: मध्यप्रदेश में चुनाव की सरगर्मी तेज होते ही भाजपा से टिकट पाने वाले उम्मीदवारों का विरोध शुरू हो गया है. भाजपा ने महाराजपुर विधानसभा से पूर्व विधायक एवं मध्यप्रदेश शासन के पूर्व मंत्री मानवेंद्र सिंह भंवर राजा के पुत्र कामाख्या प्रताप सिंह को उम्मीदवार बनाया है. कामाख्या प्रताप सिंह के उम्मीदवार घोषित होते ही क्षेत्र में उनके विरोध के स्वर भी उठने लगे हैं. मध्यप्रदेश चौरसिया समाज ने मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन देकर महाराजपुर से की टिकट बदलने की मांग की है थी. चौरसिया समाज मध्यप्रदेश के पूर्व अध्यक्ष केके चौरसिया के नेतृत्व में मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान और महासचिव कैलाश विजयवर्गीय से मिला था.