भोपाल/छतरपुर। देश-विदेश में प्रसिद्ध कला संस्कृति अध्यात्म से सराबोर पर्यटन नगरी खजुराहो में इस बार महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर पर्यटन नगरी खजुराहो में वर्षों से चले आ रहे परंपरा को आगे बढ़ाते हुए इस बार और अधिक भव्यता के साथ पारंपरिक ढंग से भगवान शिवजी की बारात निकली गई. रीति-रिवाजों के साथ शिव-पार्वती के विवाह की सभी रस्में निभाई गईं. इस समारोह में पूरा शहर उमड़ पड़ा. शाम करीब 5 बजे भगवान शिव के मुकुट की पूजा की गई. जिसमें राजनगर विधायक विक्रम सिंह नातीराजा और उनकी पत्नी श्रीमती कविता सिंह के द्वारा विधि विधान से मुकुट पूजा की गई. 11 रथो में भगवान की अलग-अलग झांकियों को सजाकर बारात को निकाला गया. बड़े ही धूमधाम से भगवान शिव की बारात नगर परिषद प्रांगण से होती हुई पोद्दार चौराहा गांधी चौराहा बस्ती चौराहा होते हुए मार्केट के रस्ते से गुजरते हुए गाजे-बाजे के साथ भगवान शिवजी की बारात मतंगेश्वर महादेव मंदिर पहुंची.
11 रथों के साथ निकली सवारी: भगवान शिवजी की मौर सबसे आगे रथ पर रखकर निकाली गई. इसके पीछे अनेक झांकियां सुंदर और अलौकिक भगवान शंकर, विष्णु, ब्रह्मा, माता काली एवं अन्य देवता और देवियों की झांकियां निकलीं गई. बारात नगर परिषद से शुरू होकर बस स्टैंड, थाना चौराहा, गांधी चौराहा, बस्ती चौराहा, गोल मार्केट होते हुए मतंगेश्वर महादेव मंदिर पहुंची. यहां भारतीय पुरातत्व विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों ने झांकियों के देवी देवताओं का पूजन के साथ शिव बारात की अगवानी करते हुए बारातियों पर पुष्प वर्षा के साथ उन्हें प्रसाद का वितरण किया गया.
द्वारचार रस्म निभाई: इसके बाद बारात मतंगेश्वर मंदिर पहुंची, जहां पर भगवान शिव पार्वती के विवाह की अन्य रस्में भी निभाई गईं. खजुराहो के भाजपा महामंत्री अरविंद पटेरिया नगर परिषद अध्यक्ष पप्पू अवस्थी, भाजपा, कांग्रेस कार्यकर्ता एवं हजारों श्रद्धालुओं के साथ सहित पूरा प्रशासनिक अमला तैनात रहा.
नवयुवक संघ की मनमोहक प्रस्तुति: छतरपुर के युवाओं का लाठी ढोल झंडा झांझर नृत्य ने मोहा मनरू खजुराहो के मतंगेश्वर मंदिर में शनिवार को आयोजित महाशिवरात्रि पर्व पर शिव बारात में छतरपुर शहर के प्रताप नवयुवक संघ के कलाकारों के साथ स्थानीय 300 युवक युवतियां शिवरात्रि महोत्सव के अवसर पर ढोल नृत्य, डंडा नृत्य, झंडा डांस और झांझ नृत्य की मनमोहक प्रस्तुति दी. इस अवसर पर सभी युवा कलाकारों को कई समूहों में बांटकर भारतीय परिधान की अलग-अलग प्रस्तुतियां देखने को मिली किसी समूह में सफेद परिधान तो किसी में पारंपरिक साड़ी और किसी समूह में पीले वस्त्रों के बम बम भोले, शिव शिव भोले, जयकारों के साथ भगवान भोलेनाथ की बारात में नृत्य प्रस्तुति दी. नृत्य की तैयारी प्रताप नवयुवक संघ के द्वारा युवाओं को कराई. इस महोत्सव के माध्यम से युवाओं ने बुंदेली कला और संस्कृति को भव्यता के साथ दूर-दूर तक पहुंचाने का प्रयास किया है.
शिवमय हुआ प्रांगण: इस साल नगर के कार पार्किंग मे नगर परिषद व प्रशासन के सहयोग से बनाए गए मंच पर शिव पार्वती नृत्य के साथ कलाकारों द्वारा शिव के अलौकिक भजन प्रस्तुत किए गए. शिव पार्वती नृत्य की मनमोहक प्रस्तुति ने लोगों में आकर्षण पैदा किया तो वहीं प्रताप नवयुवक संघ छतरपुर के सदस्यों के द्वारा आकर्षण तरीके से प्रदर्शन किया. घोड़े और बड़ी संख्या में डीजे ढोल, बैंड ओर लाठी नृत्य के साथ डीजे में शिव भजनों पर शिव बाराती थिरकते नजर आएं.
20 से 26 फरवरी तक अंतरष्ट्रीय खजुराहो नृत्य समारोह: मध्य प्रदेश के राज्यपाल मंगू भाई पटेल कला संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर के साथ सूक्ष्म एवं लघु मंत्री ओमप्रकाश सकलेचा, खजुराहो सांसद प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा 20 फरवरी को शाम 7 बजे महोत्सव का शुभारंभ करेंगे. इसमें देश-विदेश से ख्याति प्राप्त कलाकार देंगे अपनी रंगारंग प्रस्तुति.