छतरपुर। मध्यप्रदेश में वक्त है बदलाव का, नारे के साथ भले ही सरकार बदल गई हो, लेकिन प्रदेश का सिस्टम अब भी बीमारी से जूझ रहा है. स्वास्थ्य सेवाओं के नाम पर वैसे तो केंद्र व राज्य सरकार ने करोड़ों रुपए खर्च कर बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देने का वादा करती हैं, लेकिन हकीकत इसके ठीक उलट है.
जिले के सबसे बड़े शासकीय अस्पताल में एक गर्भवती महिला पलंग पर लेटी हुई है और उसके ठीक नीचे एक संक्रमित कुत्ता बैठा है. ये बताने के लिए काफी है कि किस तरह से स्वास्थ्य सेवाओं के नाम पर लोगों के साथ मजाक किया जा रहा है.
शासकीय अस्पताल में कई महिलाएं भर्ती हैं, जिनका कुछ ही घंटों पहले ऑपरेशन हुआ था. जिन्होंने नवजात को जन्म दिया है. आसपास कई और गर्भवती महिलाएं भी भर्ती हैं. ऐसे में तमाम विशेषज्ञ कहते हैं कि गर्भवती महिलाओं एवं बच्चों के पास-साफ सफाई होना बेहद जरूरी है, लेकिन जिला अस्पताल का आलम ये है कि यहां आवारा कुत्ते एवं जानवर तक घुस आते हैं.
वहीं, इस मामले में जब सिविल सर्जन एचएस त्रिपाठी से बात की गई तो उन्होंने मामले को गंभीर बताते हुए जांच करने के बाद वार्ड बॉय एवं दोषी कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही है.