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तीन दिनों से थाने का चक्कर काट रही दिव्यांग महिला, ऑटो बंद होने से ठंडा पड़ा चूल्हा - Police Traffic Action in chhatarpur

एक दिव्यांग महिला अपना ऑटो छुड़ाने के लिए तीन दिनों से यातायात थाने के चक्कर लगा रही है, लेकिन पुलिस न तो ऑटो का चालान काट रही है और न ही कोर्ट में पेश कर रही है.

पुलिस की कार्रवाई से दिव्यांग महिला परेशान
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Published : Nov 19, 2019, 9:00 AM IST

Updated : Nov 19, 2019, 10:42 AM IST

छतरपुर। जिले की देरा रोड निवासी दिव्यांग महिला ने तीन साल पहले किराए पर एक टैक्सी ली थी, लेकिन 3 दिन पहले ट्रैफिक पुलिस और आरटीओ की सयुंक्त कार्रवाई में महिला के ऑटो सहित 40 ऑटो जब्त किया था. महिला का नाम कमलेश है, जो देरा रोड की निवासी है.

दिव्यांग महिला का कहना है कि पिछले 3 दिनों से यातायात थाने के चक्कर लगा रही है, लेकिन उसकी टैक्सी वापस नहीं किया जा रहा है. न तो पुलिस ने चालान काटा है और न ही कोर्ट में पेश किया है. टैक्सी से ही उसके परिवार का भरण पोषण होता है. टैक्सी पकड़े जाने के बाद उसे परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. उसके पास कागज बनवाने के लिए पैसे भी नहीं है. सिटी परमिट बनवाने की बात कही है.

सीएसपी उमेश शुक्ला का कहना है कि ट्रैफिक पुलिस और आरटीओ ने एक सयुंक्त कार्रवाई के तहत मुहिम चलाई थी, जिसमें ऑटो वालों के खिलाफ कार्रवाई की गई है. इन तमाम टैक्सियों को आला अधिकारियों के निरीक्षण के बाद कोर्ट में पेश किया जाएगा, जिसके बाद ही टैक्सियों के साथ दिव्यांग महिला की टैक्सी भी छोड़ी जायेगी.

तीन दिन पहले पुलिस ने ट्रैफिक व्यवस्था को बेहतर करने के लिए एक बड़ी कार्रवाई की थी, जिसमें लगभग 40 टैक्सी को पकड़ा गया था. उन्हीं टैक्सों में से एक टैक्सी दिव्यांग महिला की भी है. 3 दिनों से दिव्यांग महिला लगातार थाने के चक्कर लगा रही है.

छतरपुर। जिले की देरा रोड निवासी दिव्यांग महिला ने तीन साल पहले किराए पर एक टैक्सी ली थी, लेकिन 3 दिन पहले ट्रैफिक पुलिस और आरटीओ की सयुंक्त कार्रवाई में महिला के ऑटो सहित 40 ऑटो जब्त किया था. महिला का नाम कमलेश है, जो देरा रोड की निवासी है.

दिव्यांग महिला का कहना है कि पिछले 3 दिनों से यातायात थाने के चक्कर लगा रही है, लेकिन उसकी टैक्सी वापस नहीं किया जा रहा है. न तो पुलिस ने चालान काटा है और न ही कोर्ट में पेश किया है. टैक्सी से ही उसके परिवार का भरण पोषण होता है. टैक्सी पकड़े जाने के बाद उसे परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. उसके पास कागज बनवाने के लिए पैसे भी नहीं है. सिटी परमिट बनवाने की बात कही है.

सीएसपी उमेश शुक्ला का कहना है कि ट्रैफिक पुलिस और आरटीओ ने एक सयुंक्त कार्रवाई के तहत मुहिम चलाई थी, जिसमें ऑटो वालों के खिलाफ कार्रवाई की गई है. इन तमाम टैक्सियों को आला अधिकारियों के निरीक्षण के बाद कोर्ट में पेश किया जाएगा, जिसके बाद ही टैक्सियों के साथ दिव्यांग महिला की टैक्सी भी छोड़ी जायेगी.

तीन दिन पहले पुलिस ने ट्रैफिक व्यवस्था को बेहतर करने के लिए एक बड़ी कार्रवाई की थी, जिसमें लगभग 40 टैक्सी को पकड़ा गया था. उन्हीं टैक्सों में से एक टैक्सी दिव्यांग महिला की भी है. 3 दिनों से दिव्यांग महिला लगातार थाने के चक्कर लगा रही है.

Intro:(स्पेसल)


तस्वीरों में आप जिस दिव्यांग महिला को देख रहे हैं यह पिछले 3 दिनों से लगातार थाना यातायात के चक्कर लगा रही है महिला की माने उसके घर में पिछले 2 दिनों से चूल्हा नहीं जला है जिसके वजह से उसके बच्चे एवं उसका परिवार भूखा है दिव्यांग महिला के परेशान होने की वजह 3 दिन पहले यातायात पुलिस द्वारा बड़ी मात्रा में टैक्सियों की धरपकड़ बताई जा रही है!


Body:तस्वीरों में जिस महिला को आप सीएसपी उमेश कुमार शुक्ला से बात करते हुए और गिड़गिड़ाते हुए देख रहे हैं इस महिला का नाम कमलेश है और यह महिला छतरपुर जिले के देरी रोड की रहने वाली है महिला ने 3 साल पहले एक टैक्सी ली थी जो छतरपुर जिले में किराए से चलती थी लेकिन पिछले 3 दिनों पहले ट्रैफिक पुलिस एवं जिला आरटीओ ने संयुक्त कार्यवाही में लगभग 40 व्यक्तियों को पकड़ा था जिसमें से इस दिव्यांग महिला की भी एक टेक्सी थी!

दिव्यांग महिला कमलेश की मानें तो वह पिछले 3 दिनों से थाना यातायात के चक्कर लगा रही है लेकिन उसकी टैक्सी को छोड़ा नहीं जा रहा है ना तो यातायात पुलिस ने चालान काटा है उसका और ना ही उसे कोर्ट में पेश किया है टैक्सी का थाने में रख कर क्या कर रहे हैं यह भी नहीं बताया जा रहा है यही वजह है कि महिला लगातार तीन दिनों से अपनी टैक्सी को छुड़ाने के लिए थाना यातायात पहुंच जाती है!

महिला की मानें तो उसके परिवार में वही एक टैक्सी है जिससे परिवार का भरण पोषण होता है लेकिन अब टैक्सी को पकड़ लिया गया है और छोरा भी नहीं जा रहा है कागज बनाने के लिए पुलिस कह रही है लेकिन उसके पास इतने भी पैसे नहीं की बस अपनी टैक्सी का छतरपुर परमिट बनवा सकें!

बाइट_कमलेश-दिव्यांग महिला टेक्सी मालिक

वहीं इस मामले में छतरपुर सीएसपी उमेश शुक्ला का कहना है कि 3 दिन पहले जिले में चल रही तमाम पक्षियों को जिनके पास सिटी परमिट नहीं था पकड़ा गया था यह कार्यवाही जिले के तमाम बड़े आला अधिकारियों की देखरेख में की गई थी उन तमाम टैक्सियों में से एक टैक्सी दिव्यांग महिला की थी हालांकि अब इन तमाम टैक्सियों को आला अधिकारियों के निरीक्षण के बाद कोर्ट में पेश किया जाएगा जिसके बाद ही तमाम टैक्सियों के साथ दिव्यांग महिला की टैक्सी भी छूट जाएगी क्योंकि दिव्यांग महिला कमलेश ने अपनी टैक्सी किराए पर दी हुई थी और उसके पास कोई सिटी परमिट नहीं था!

बाइट_सीएसपी उमेश कुमार शुक्ला


Conclusion:3 दिन पहले पुलिस ने ट्रैफिक व्यवस्था को बेहतर करने के लिए एक बड़ी कार्यवाही की थी जिसमें लगभग 40 टैक्सी को पकड़ा गया था उन्हीं टैक्सों में से एक टैक्सी इस दिव्यांग महिला की भी थी महिला की माने तो उसके परिवार के भरण- पोषण का एकमात्र जरिया यह टैक्सी थी पुलिस ने टैक्सी को पकड़ लिया है और 3 दिन से यह दिव्यांग महिला लगातार थाने के चक्कर लगा रही है!
Last Updated : Nov 19, 2019, 10:42 AM IST
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