ETV Bharat / state

छतरपुर का सबसे बड़ा जिला अस्पताल बीमार, मरीज तो मरीज हॉस्पिटल प्रबंधन भी परेशान

छतरपुर का जिला अस्पताल स्टॉफ और असुविधाओं के चलते कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है.

छतरपुर अस्पताल
author img

By

Published : May 21, 2019, 11:00 AM IST

छतरपुर। छतरपुर जिला अस्पताल इन दिनों खुद बीमार है. अस्पताल में स्टाफ और असुविधाओं की कमी के चलते मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. अस्पताल के हालात इस कदर खराब हैं कि यहां कोई मरीज गंभीर हालत में आता है तो उसे तुरंत दूसरे अस्पताल के लिए रेफर करना पड़ता है.


सिविल सर्जन और सीएमएचओ कई बार अपने वरिष्ठ अधिकारियों सहित क्षेत्रीय नेताओं को मामले से अवगत करा चुके हैं, लेकिन अब तक किसी ने ध्यान नहीं दिया. हॉस्पिटल के हालत जस के तस बने हुए हैं. स्टॉफ की कमी से प्रबंधन भी परेशान है.

छतरपुर अस्पताल

सिविल सर्जन का कहना है कि हमारे यहां स्टाफ, नर्स और वार्ड की भी बेहद कमी है. यही वजह है कि लगातार जिला अस्पताल के हालात खराब होते जा रहे हैं. अस्पताल में लगभग 35 विशेषज्ञ डॉक्टरों की जरूरत है, लेकिन केवल 20 डॉक्टर ही अस्पताल में काम कर रहे हैं. अस्पताल में 126 स्टाफ नर्सों की जरूरत है, लेकिन 112 नर्स जिला अस्पताल की देखरेख में लगी हुई हैं. सिविल सर्जन आरपी पांडे ने बताया कि इन तमाम बातों को लेकर वे क्षेत्रीय नेताओं को भी अवगत करा चुके हैं. बावजूद इसके अभी तक इस समस्या का कोई हल नहीं निकला है.

छतरपुर। छतरपुर जिला अस्पताल इन दिनों खुद बीमार है. अस्पताल में स्टाफ और असुविधाओं की कमी के चलते मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. अस्पताल के हालात इस कदर खराब हैं कि यहां कोई मरीज गंभीर हालत में आता है तो उसे तुरंत दूसरे अस्पताल के लिए रेफर करना पड़ता है.


सिविल सर्जन और सीएमएचओ कई बार अपने वरिष्ठ अधिकारियों सहित क्षेत्रीय नेताओं को मामले से अवगत करा चुके हैं, लेकिन अब तक किसी ने ध्यान नहीं दिया. हॉस्पिटल के हालत जस के तस बने हुए हैं. स्टॉफ की कमी से प्रबंधन भी परेशान है.

छतरपुर अस्पताल

सिविल सर्जन का कहना है कि हमारे यहां स्टाफ, नर्स और वार्ड की भी बेहद कमी है. यही वजह है कि लगातार जिला अस्पताल के हालात खराब होते जा रहे हैं. अस्पताल में लगभग 35 विशेषज्ञ डॉक्टरों की जरूरत है, लेकिन केवल 20 डॉक्टर ही अस्पताल में काम कर रहे हैं. अस्पताल में 126 स्टाफ नर्सों की जरूरत है, लेकिन 112 नर्स जिला अस्पताल की देखरेख में लगी हुई हैं. सिविल सर्जन आरपी पांडे ने बताया कि इन तमाम बातों को लेकर वे क्षेत्रीय नेताओं को भी अवगत करा चुके हैं. बावजूद इसके अभी तक इस समस्या का कोई हल नहीं निकला है.

Intro: संभाग का सबसे बड़ा शासकीय अस्पताल इन दिनों बीमार होने की कगार पर है बजा है अस्पताल में स्टाफ की कमी जिसके चलते सिविल सर्जन एवं सीएमएचओ कई बार अपने वरिष्ठ अधिकारियों सहित क्षेत्रीय नेताओं को भी अवगत करा चुके हैं लेकिन बार-बार बताने के बाद भी स्थिति जस की तस बनी हुई है हालात यह है कि कोई भी गंभीर मरीज जिला अस्पताल में आता है तो उसे तुरंत रिफर करना पड़ता है!


Body: संभाग का सबसे बड़ा शासकीय अस्पताल इन दिनों व्यवस्थाओं के चलते बीमार होने की कगार पर है वजह है डॉक्टरों और स्टाफ की कमी जिसके चलते लगातार इस अस्पताल के हालात बिगड़ते जा रहे हैं हालात बद से बदतर हो गए हैं यहां डॉक्टरों की कमी के चलते आए दिन मरीजों को रेफर करना पड़ रहा है|

अस्पताल के सिविल सर्जन आर पी पांडे भी जिला अस्पताल में घट रही विशेषज्ञों की कमी के चलते चिंता में है सिविल सर्जन का कहना है कि हमारे यहां स्टाफ नर्स एवं वार्ड की भी बेहद कमी है यही वजह है कि लगातार जिला अस्पताल के हालात खराब होते जा रहे हैं!

सिविल सर्जन आर पी पांडेय ने बताया कि जिला अस्पताल में विशेषज्ञ डॉक्टरों के अलावा स्टाफ नर्स लैब टेक्नीशियन की भारी कमी है अस्पताल में लगभग 35 विशेषज्ञ डॉक्टरों की आवश्यकता है लेकिन केवल 20 डॉक्टर ही अस्पताल में काम कर रहे हैं इसके अलावा 126 स्टाफ नर्सों की आवश्यकता है लेकिन 112 नरसिंगी जिला अस्पताल की देखरेख में लगी हुई है इसके अलावा कई और आवश्यकताएं हैं जिनकी जरूरत जिला अस्पताल को है लेकिन समय पर उनकी पूर्ति नहीं हो पा रही है ! आर पी पांडे ने बताया कि इन तमाम बातों को लेकर हम अपने और अधिकारियों एवं क्षेत्रीय नेताओं को भी अवगत करा चुके हैं बावजूद इसके अभी तक इस समस्या का कोई हल नहीं निकला है!

यही वजह है कि हमें एक डॉक्टर से 24 24 घंटों से भी ज्यादा काम लेना पड़ रहा है इसके बावजूद भी जिला अस्पताल की व्यवस्था है सुचारु रुप से नहीं चल पा रही हैं!

बाइट_आरपी पांडेय सिविल सर्जन




Conclusion:छतरपुर जिले का शासकीय अस्पताल आसपास के 5 जिलों का सबसे बड़ा अस्पताल है यहां पर दूर-दूर से मरीज अपना इलाज कराने आते हैं लेकिन वर्तमान में यह जिला अस्पताल खुद बीमार होने की कगार पर है जिला अस्पताल में डॉक्टरों की कमी और नर्सों की जरूरत से अधिक ड्यूटी लगाना अव्यवस्थाओं की वजह बना हुआ है! अगर हालात ऐसे ही रहे तो आने वाले समय में जिला अस्पताल में मरीज आना बंद कर देंगे!
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.