छतरपुर। नौगांव शहर के बेलाताल रोड पर स्थित परिवहन विभाग के बैरियल के नीचे से हर दिन टैक्सियों का अवैध परिवहन हो रहा है. रोजाना नौगांव शहर की अधिकांश सीमा उत्तर प्रदेश राज्य के महोबा जिले से लगने के कारण अधिकांश उत्तर प्रदेश के ग्रामीण जन अपनी मूलभूत एवं रोजमर्रा की आवश्यक वस्तुओं की खरीदारी करने नौगांव शहर आते हैं. उत्तर प्रदेश के बिजौरी, अजनर, बेलाताल, कुलपहाड़ सहित कई गांवों से टैक्सियां सवारियों को बैठाकर नौगांव आती हैं. उत्तर प्रदेश से मध्य प्रदेश आने वाली यह टैक्सियां बिना किसी वैध परमिट सहित बीमा, फिटनेस के बिना ही परिवहन करती हैं.
सवारियों की जान के साथ कर रहा खिलवाड़ः अवैध टैक्सियां प्रतिदिन नौगांव में स्थित आरटीओ बैरियल के नीचे से निकलती है. आरटीओ बैरियर में पदस्थ कर्मचारी मासिक सुविधा शुल्क लेकर इन टैक्सियों को वैध कर देते हैं. ऐसे में सुविधा शुल्क देकर अवैध टैक्सी संचालक परिवहन विभाग की कार्रवाई से तो बच जाते हैं साथ ही मोटी कमाई भी कर रहे हैं. लेकिन टैक्सी चालक सवारियों की जान के साथ प्रतिदिन खिलवाड़ कर रहा है. इससे यह साबित होता है कि परिवहन विभाग सुविधा शुल्क लेकर आमजन के जीवन से खिलवाड़ कर रहा है. अगर कोई बगैर परमिट टैक्सी दुर्घटना का शिकार होती है तो सारी जिम्मेदारी नेगवा चेकपोस्ट परिवहन विभाग की होगी.
जांच के लिए पोस्ट प्रभारी को दिए निर्देशः नगर के बस स्टैंड से यूपी से आने वाली लगभग 30 से 40 तिपहिया वाहन टैक्सी कर रही अवैध और ओवरलोड करके परिवहन कर रहे हैं. एआरटीओ विक्रमजीत कंग ने बताया कि जांच के लिए बड़ागांव चैक पोस्ट प्रभारी को निर्देश देकर कार्रवाई करते हैं.
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साइबर सेल ने 121 मोबाइल किए बरामदः वहीं, दूसरी ओर छतरपुर साइबर सेल की टीम ने 25 लाख रुपये की कीमत के 121 मोबाइल खोज निकाले. साथ ही आवेदक महेंद्र प्रताप सिंह के साथ हुई साइबर ठगी के भी 3 लाख 90 हजार की राशि भी वापस कराई गए. गुरुवार को पुलिस कॉन्फ्रेंस हॉल में खोए हुए लोगों के मोबाइल पुलिस ने वापस किए और अपना मोबाइल पाकर लोग काफी खुश नजर आए और बोले धन्यवाद छतरपुर पुलिस. इस दौरान एडिशनल एसपी विक्रम सिंह, साइबर सेल प्रभारी सिद्धार्थ शर्मा, आरक्षक किशोर कुमार, संदीप सिंह, धर्मराज पटेल, राहुल भदोरिया, विजय सिंह की टीम का महत्वपूर्ण योगदान रहा.