छतरपुर। मध्य प्रदेश के छतरपुर जिला अस्पताल से एक मामला सामने आया है, जहां एक गर्भवती महिला को उसका पति कंधे पर रखकर जिला अस्पताल के मेटरनिटी वार्ड तक ले गया. पत्नी दर्द से कराह रही थी. यहां अच्चट गांव की एक गर्भवती महिला को उसका पति बाइक से जिला अस्पताल लाया, जहां उसे पत्नी को वार्ड तक ले जाने के लिए स्ट्रेचर नहीं मिली, तो उसने अपने कंधे पर उठाकर उसे वार्ड तक लाया. इसका वीडियो सामने आया है.
समय पर नहीं पहुंची एंबुलेंस: अच्चट गांव का रहने वाला गणेश की पत्नी रामसखी के पेट में अचानक दर्द हुआ. रामसखी 4 माह के गर्भ से थी, लेकिन अचानक दर्द होने की वजह से गणेश ने पत्नी रामसखी को जिला अस्पताल ले जाने के लिए एंबुलेंस को फोन किया, लेकिन करीब आधे घंटे तक इंतजार करने के बाद भी एंबुलेंस नहीं पहुंची(pregnant women not get stretcher in Chhatarpur). जिसके बाद मजबूरन गणेश पत्नी को बाइक से लेकर अस्पताल पहुंचा और उसे वार्ड में शिफ्ट कराया. गणेश ने बताया कि, वह खेत पर काम कर रहा था, तभी उसे परिवार के लोगों ने जानकारी दी की उसकी पत्नी को पेट में अचानक से तेज दर्द हो रहा है. गणेश ने 100 नंबर पर फोन लगाया और मदद मांगी, लेकिन आधे घंटे बीत जाने के बाद जब एंबुलेंस नहीं आई तो उसने ये कदम उठाया.
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जिला अस्पताल में मरीज को नहीं मिली स्ट्रेचर: गणेश का कहना है कि, वह किसी तरह अपनी पत्नी को जिला अस्पताल तो ले आया, लेकिन प्रथम तल से मेटरनिटी वार्ड तक अपनी पत्नी को ले जाने के लिए गणेश को स्ट्रेचर नहीं मिली. जिसके बाद उसने अपनी पत्नी रामसखी को कंधे पर उठाकर मेटरनिटी वार्ड लाया(husband reach hospital by lifting pregnant wife). इस मामले में सिविल सर्जन जी एल अहिरवार का कहना है कि, जिला अस्पताल में पर्याप्त संख्या में स्ट्रेचर है. उन्होंने मरीज और उनके परिजनों पर ही आरोप लगाते हुए कहा कि, हो सकता है मरीज के परिजन जल्दबाजी में स्ट्रेचर नहीं ले पाते हैं.