छतरपुर। यूक्रेन से वापस भारत आए आशिफ ने वहां के हालात बयां किये. उन्होंने बताया कि यूक्रेन की सड़कों पर अब टैंक घूम रहे हैं. हालात लगातार खराब होते जा रहे हैं. आगे क्या होगा कोई नहीं जानता. (ukraine russia crisis)
उडेसा यूनिवर्सिटी से कर रहे थे एमबीबीएस
आशिफ यूक्रेन की उडेसा यूनिवर्सिटी में रहकर एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे थे. शुक्रवार सुबह वह निजी फ्लाइट से वापस अपने देश आ गए हैं. आशिफ ने बताया कि एमबीबीएस का अंतिम सेमेस्टर था. इससे पहले ही रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध छिड़ गया. हालातों को देखते हुए यूक्रेन एवं भारत सरकार के दूतावास ने सभी भारतीयों को जल्द से जल्द यूक्रेन छोड़ने की एडवाइजरी जारी कर दी है. (chatarpur boy described ukraine condition)
अभी भी फंसे हैं लगभग 1500 भारतीय छात्र
आशिफ ने बताया कि वह 22 तारीख की रात 9 बजे यूक्रेन से भारत के लिए एक प्राइवेट फ्लाइट से निकला था. सुबह लगभग 3:30 पर दिल्ली एयरपोर्ट पर पहुंचा. आशिफ ने बताया कि जिस जगह से वह निकल कर आया है. अभी भी वहां 1000-1500 भारतीय छात्र फंसे हुए हैं. (number of indian student in ukraine)
आशिफ का कहना है कि मुझे इस बात की खुशी है कि मैं अपने घर आ गया हूं, लेकिन मुझे इस बात का दुःख है कि मेरे दोस्त अभी भी वहां जिंदगी और मौत से जूझ रहे हैं. वहां के हालात इतने खराब हैं कि वहां फसे मेरे दोस्तों को पानी से लेकर अन्य उपयोगी चीजों नहीं मिल रही हैं.