ETV Bharat / state

ओबीसी महासभा के कार्यकर्ताओं के खिलाफ मामला दर्ज, दो दिन पहले किया था चक्काजाम

ओबीसी महासभा के करीब 20 कार्यकर्ताओं के खिलाफ छतरपुर पुलिस ने मामला दर्ज किया है. जिसमें से चार लोगों पर नाम दर्ज एफआईआर दर्ज कर गिरफ्तारी के आदेश जारी किए हैं.

Case filed against OBC General Assembly workers
ओबीसी महासभा के कार्यकर्ताओं पर मामला दर्ज
author img

By

Published : Jun 5, 2020, 9:10 AM IST

छतरपुर। ओबीसी महासभा के करीब 20 कार्यकर्ताओं के खिलाफ छतरपुर पुलिस ने मामला दर्ज किया है. जिसमें से चार लोगों पर नाम के साथ एफआईआर दर्ज कर गिरफ्तारी के आदेश जारी किए हैं. बता दें की दो दिन पहले ओबीसी महासभा के द्वारा एक आंदोलन किया गया था. जिसमें ओबीसी महासभा ने चक्काजाम करते हुए प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की थी. जिसके बाद पुलिस ने यह मामला दर्ज किया है.

दरअसल, छतरपुर टीआई जितेंद्र वर्मा ने बताया कि ओबीसी महासभा के कार्यकर्ताओं के द्वारा दो दिन पहले नौगांव थाना क्षेत्र अंतर्गत हुई एक घटना के संदर्भ में चक्काजाम किया गया था. जिसके चलते करीब 20 लोगों के खिलफ मामला दर्ज किया गया है. जितेंद्र वर्मा का कहना है कि जिले में धारा 144 लगी हुई है. ऐसे में किसी भी प्रकार के धरना एवं आंदोलन की अनुमति नहीं है. ओबीसी महासभा के कार्यकर्ताओं ने थाने में किसी भी प्रकार की ना तो सूचना दी और ना ही लिखित में कोई आवेदन दिया था.

वहीं इस मामले को लेकर ओबीसी महासभा के संभागीय अध्यक्ष प्रदीप चौरसिया ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि पुलिस ने जिस तरह से राजनीतिक दबाव के चलते मेरे एवं मेरे कार्यकर्ताओं पर मामला दर्ज किया है. हम उसकी कड़ी निंदा करते हैं. हम सभी एक बच्ची को न्याय दिलाने के लिए मैदान में उतरे थे और उसी को लेकर हमने आंदोलन किया था. लेकिन जिस तरह से पुलिस ने मेरे एवं मेरे साथियों के ऊपर मामला दर्ज किया है. यह बेहद निंदनीय है. आने वाले समय में अगर छतरपुर पुलिस इसी तरह से कार्रवाई करेगी तो हम जल्द ही पुलिस के खिलाफ बड़ा आंदोलन करेंगे.

ओबीसी महासभा ने किया था चक्काजाम

आपको बता दें कि दो दिन पहले ओबीसी महासभा के द्वारा नगर थाना क्षेत्र के लुगासी चौकी के अंतर्गत एक गांव में 4 साल की बच्ची के साथ बलात्कार एवं हत्या के मामले में ओबीसी महासभा आंदोलन कर रहा था. जिसमें ओबीसी महासभा के कार्यकर्ताओं का कहना था कि तत्कालीन टीआई बैजनाथ शर्मा पर अपराधिक मामला दर्ज किया जाए. क्योंकि 72 घंटे बीत जाने के बाद भी बैजनाथ शर्मा ना तो घटना पर पहुंचे और ना ही उन्होंने परिजनों से मुलाकात की. जिस तरह से ओबीसी महासभा के कार्यकर्ताओं पर मामला दर्ज किया है. उसी महासभा के कार्यकर्ताओं के अलावा कई अन्य सहयोगी संगठन भी पुलिस के विरोध में है. लोगों का कहना है कि पुलिस ने राजनीतिक दबाव के चलते मामला दर्ज किया है. तो वहीं पुलिस जिले में धारा 144 लगी होने के कारण यह कार्रवाई करने की बात कह रही है.

छतरपुर। ओबीसी महासभा के करीब 20 कार्यकर्ताओं के खिलाफ छतरपुर पुलिस ने मामला दर्ज किया है. जिसमें से चार लोगों पर नाम के साथ एफआईआर दर्ज कर गिरफ्तारी के आदेश जारी किए हैं. बता दें की दो दिन पहले ओबीसी महासभा के द्वारा एक आंदोलन किया गया था. जिसमें ओबीसी महासभा ने चक्काजाम करते हुए प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की थी. जिसके बाद पुलिस ने यह मामला दर्ज किया है.

दरअसल, छतरपुर टीआई जितेंद्र वर्मा ने बताया कि ओबीसी महासभा के कार्यकर्ताओं के द्वारा दो दिन पहले नौगांव थाना क्षेत्र अंतर्गत हुई एक घटना के संदर्भ में चक्काजाम किया गया था. जिसके चलते करीब 20 लोगों के खिलफ मामला दर्ज किया गया है. जितेंद्र वर्मा का कहना है कि जिले में धारा 144 लगी हुई है. ऐसे में किसी भी प्रकार के धरना एवं आंदोलन की अनुमति नहीं है. ओबीसी महासभा के कार्यकर्ताओं ने थाने में किसी भी प्रकार की ना तो सूचना दी और ना ही लिखित में कोई आवेदन दिया था.

वहीं इस मामले को लेकर ओबीसी महासभा के संभागीय अध्यक्ष प्रदीप चौरसिया ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि पुलिस ने जिस तरह से राजनीतिक दबाव के चलते मेरे एवं मेरे कार्यकर्ताओं पर मामला दर्ज किया है. हम उसकी कड़ी निंदा करते हैं. हम सभी एक बच्ची को न्याय दिलाने के लिए मैदान में उतरे थे और उसी को लेकर हमने आंदोलन किया था. लेकिन जिस तरह से पुलिस ने मेरे एवं मेरे साथियों के ऊपर मामला दर्ज किया है. यह बेहद निंदनीय है. आने वाले समय में अगर छतरपुर पुलिस इसी तरह से कार्रवाई करेगी तो हम जल्द ही पुलिस के खिलाफ बड़ा आंदोलन करेंगे.

ओबीसी महासभा ने किया था चक्काजाम

आपको बता दें कि दो दिन पहले ओबीसी महासभा के द्वारा नगर थाना क्षेत्र के लुगासी चौकी के अंतर्गत एक गांव में 4 साल की बच्ची के साथ बलात्कार एवं हत्या के मामले में ओबीसी महासभा आंदोलन कर रहा था. जिसमें ओबीसी महासभा के कार्यकर्ताओं का कहना था कि तत्कालीन टीआई बैजनाथ शर्मा पर अपराधिक मामला दर्ज किया जाए. क्योंकि 72 घंटे बीत जाने के बाद भी बैजनाथ शर्मा ना तो घटना पर पहुंचे और ना ही उन्होंने परिजनों से मुलाकात की. जिस तरह से ओबीसी महासभा के कार्यकर्ताओं पर मामला दर्ज किया है. उसी महासभा के कार्यकर्ताओं के अलावा कई अन्य सहयोगी संगठन भी पुलिस के विरोध में है. लोगों का कहना है कि पुलिस ने राजनीतिक दबाव के चलते मामला दर्ज किया है. तो वहीं पुलिस जिले में धारा 144 लगी होने के कारण यह कार्रवाई करने की बात कह रही है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.