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सरकारी पैसों की बर्बादी, खंडहर में तब्दील हुआ डॉक्टरों के लिए बनवाया गया सरकारी क्वॉर्टर

30 लाख की लागत से बने क्वॉर्टर्स अब खंडहर में तब्दील हो गए हैं. इन्हें डॉक्टरों और उनके सहायकों के लिए बनवाया गया था, लेकिन वे यहां रहने के लिए नहीं आए.

खंडहर में तब्दील हुआ सरकारी भवन
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Published : Jul 22, 2019, 4:31 AM IST

Updated : Jul 22, 2019, 7:49 AM IST

छतरपुर। जिले में स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है. जिले के राजनगर क्षेत्र के अंतर्गत कर्री में 30 लाख की लागत से स्वास्थ्य केंद्र के डॉक्टर्स और स्टाफ के लिए क्वॉर्टर बनाया गया था, जो खंडहर में तब्दील हो गया है. स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ डॉक्टर सरकारी आदेशों के बावजूद यहां रहने नहीं पहुंचे और न ही उन मकानों के ताले खोले. इसकी वजह से बिना देखरेख इन क्वॉर्टर्स की स्थिति बदहाल हो गई है.

खंडहर में तब्दील हुआ सरकारी क्वॉर्टर


क्वार्टर का निर्माण डॉक्टरों और सहायकों के रहने लिए कराया गया था, ताकि वे ग्रामीणों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं दे सकें. वहीं मामले में जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी का कहना है कि मामला गंभीर है और ही जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी.

छतरपुर। जिले में स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है. जिले के राजनगर क्षेत्र के अंतर्गत कर्री में 30 लाख की लागत से स्वास्थ्य केंद्र के डॉक्टर्स और स्टाफ के लिए क्वॉर्टर बनाया गया था, जो खंडहर में तब्दील हो गया है. स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ डॉक्टर सरकारी आदेशों के बावजूद यहां रहने नहीं पहुंचे और न ही उन मकानों के ताले खोले. इसकी वजह से बिना देखरेख इन क्वॉर्टर्स की स्थिति बदहाल हो गई है.

खंडहर में तब्दील हुआ सरकारी क्वॉर्टर


क्वार्टर का निर्माण डॉक्टरों और सहायकों के रहने लिए कराया गया था, ताकि वे ग्रामीणों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं दे सकें. वहीं मामले में जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी का कहना है कि मामला गंभीर है और ही जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी.

Intro:मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में एक बार फिर स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है जहां स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ डॉक्टर की लापरवाही के चलते लगभग 30 लाख के सरकारी भवन खंडहर में तब्दील हो गए हैं!


Body:जंग लगे ताले सालों से बंद सरकारी क्वार्टर मानो जैसे खंडहर में तब्दील हो गए हैं आज हम आपको बताएंगे कि मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में किस तरह सरकारी पैसों की बेकदरी हो रही है तस्वीरों में आप जिन सरकारी मकानों को देख रहे हैं यह छतरपुर जिले के राजनगर क्षेत्र अंतर्गत कर्री स्वास्थ्य केंद्र में बने सरकारी क्वार्टर है वैसे तो इन मकानों का निर्माण डॉक्टरों एवं सहायकों के लिए कराया गया था ताकि यहां रुककर डॉक्टर ग्रामीणों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं दें सके!

लेकिन स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ डॉक्टर ने सरकारी आदेशों की धज्जियां उड़ाई बल्कि स्वास्थ्य केंद्र में बने सरकारी मकानों के ताले तक नहीं खोले यही वजह है कि धीरे-धीरे यह सरकारी क्वार्टर खंडहर में तब्दील हो गए आपको बता दें कि कर्री स्वास्थ्य केंद्र में 2 सरकारी क्वार्टर में जिन की निर्माण लागत लगभग 30 लाख के आसपास है 30 लाख की लागत से बने सरकारी क्वार्टर स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ डॉक्टर की लापरवाही से खंडहर में तब्दील हो गए हैं!

वहीं मामले में छतरपुर जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी का कहना है कि मामला गंभीर है स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ डॉक्टर से बात की जाएगी!

बाइट_वीएस बाजपेई मुख्य चिकित्सा अधिकारी


Conclusion:30 लाख की लागत से बनी सरकारी बिल्डिंग ए धीरे धीरे खंडहर में तब्दील हो गई है मामले में मुख्य चिकित्सा अधिकारी की जांच के बाद कार्यवाही की बात कह रहे हैं लेकिन मामले में साफ तौर पर दिखाई दे रहा है कि किस तरह स्वास्थ्य केंद्र मूक दर्शक बना रहा और नई नवेली सरकारी क्वार्टर खंडहर में तब्दील हो गए अब भले ही मुख्य चिकित्सा अधिकारी जांच की बात कह रहे हो लेकिन अगर इस मामले में पहले ही ध्यान दिया जाता तो शायद स्थिति आज ही यह नहीं होती और सरकारी पैसा इस तरह से बर्बाद भी नहीं होता!
Last Updated : Jul 22, 2019, 7:49 AM IST

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