छतरपुर। धार्मिक कथा के दौरान पांडाल में भक्तों के बीच अपने बयानों से हमेशा चर्चा में रहने वाले पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के बागेश्वर धाम में इन दिनों शादी की तैयारियां जोरों पर है. दूरदराज से लोग यहां पहुंच रहे हैं. सभी के मन में ये जानने की जिज्ञासा है कि, किसके सिर शहरा सजने वाला है. शादी पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की नहीं है, बल्कि पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने 121 गरीब कन्याओं के विवाह का संकल्प लिया है. जिसको लेकर तैयारियां चल रही है.
लहंगे में रहेंगी दुल्हन, शेरवानी पहनेंगे दूल्हे: बागेश्वर धाम में होने वाली शादियों को लेकर पंडित धीरेंद्र कितनी शास्त्री ने कुछ उपहार एवं वस्त्रों का वितरण किया. जानकारी के अनुसार दुल्हन लहंगे और दूल्हे शेरवानी पहनेंगे. बागेश्वर धाम से शादी की जाने वाली कन्याओं को पंडित धीरज कृष्ण शास्त्री की तरफ से शादी के बाद उपहार भी दिए जाएंगे. इस मौके पर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि, उन्हें इस बात का बेहद गर्व है कि, वह गरीब कन्याओं का विवाह कर एक महान कार्य कर रहे हैं. पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का कहना है कि, पिता के जीवन में सबसे खुशी का पल अपनी बेटी का विवाह करना होता है और मैं उस खुशी में छोटी सी हिस्सेदारी निभा रहा हूं.
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धीरेंद्र बने इन बेटियों के पिता: पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने बागेश्वर धाम शादी होने वाले जोड़ों के माता-पिता से बात की. कन्याओं के परिवार के लोगों से उन्होंने कहा कि, आज से वह इन लड़कियों के पिता हैं. इनकी शादी की जिम्मेदारी बागेश्वर धाम एवं यहां से जुड़े लोगों की है. बागेश्वर धाम के पुजारी पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री हाथ जोड़कर वर्ग पक्ष के लोगों से इस बात का निवेदन किया है कि, बरात में आने वाले लोगों को इस बात की नसीहत पहले से ही दे दी जाएगी. कोई भी व्यक्ति बारात में शराब पीकर ना आए. यह एक बाप का निवेदन है. साथ ही धाम के अंदर मदिरा पीकर कराना वैसे भी वर्जित है.
चयन प्रक्रिया कठिन: महाशिवरात्रि पर होने वाले पर सामूहिक विवाह समारोह में पंडित धीरेंद्र शास्त्री मौजूद रहेंगे. शादी के लिए योग्य दूल्हा-दुल्हनों के चयन के लिए बीपीएल की तरह सर्वे कराया जा रहा है. बागेश्वर धाम के कार्यकर्ता घर-घर जाकर उनके परिवारों की स्थिति की जांच कर रहे हैं. कार्यकर्ता यह पता कर रहे हैं कि शादी के लिए आवेदन करने वाले अभिभावक के घर की हालत कैसी है? उनकी आमदनी कितनी है? घर में क्या सुविधाएं मौजूद हैं? वर-वधु की उम्र जानने के लिए उनके शैक्षणिक प्रमाण-पत्र देखे जा रहे हैं. भावी दूल्हे के घर में टॉयलेट है या नहीं, यह जानकारी भी ली जा रही है. बागेश्वर धाम के सामूहिक विवाह समारोह में चयन के लिए योग्यताएं काफी कड़ी हैं.
दूल्हे का कैरेक्टर: दुल्हन की तरह दूल्हे के लिए भी मापदंड तय किए गए हैं. दूल्हे की आयु 21 साल से अधिक होना जरूरी है. वह किसी तरह का नशा नहीं करता हो. दूल्हे या उसके परिवार के सदस्यों के खिलाफ कोई केस दर्ज नहीं हो. घर में टॉयलेट होना भी अनिवार्य शर्त है, जांच की प्रक्रिया पूरी होने के बाद एक कमेटी गठित की जाएगी.