छतरपुर। खजुराहो में लगभग 33 मंदिर भगवान शिव के मंदिर हैं, लेकिन मतंगेश्वर मंदिर ही एकमात्र ऐसा मंदिर है जिसको लेकर अलग ही मान्यता है. मतंगेश्वर मंदिर लगभग डेढ़ सौ साल पुराना बताया जाता है, मंदिर के अंदर जो शिवलिंग है वह 18 फीट का है. स्थानीय लोग एवं मंदिर के पुजारी बताते हैं कि यह शिवलिंग जितना ऊपर है उतना ही नीचे है.
मरकत मणि करता है मनोकामना पूरी
पुरानी कथाओं की माने तो इस मंदिर के नीचे एक मरकत मणि है जोकि सभी मनोकामनाओं को पूरी करता है. ऐसा मना जाता है कि जब भी कोई भक्त इस शिवलिंग को छूकर कोई मनोकामना करता है तो वह अवश्य ही पूरी होती है .खजुराहो मंदिरों में गाइड का काम करने वाले श्याम बताते हैं कि यह विश्व का एकमात्र ऐसा मंदिर है जिसकी योनि इतनी बड़ी है कि उसी पर बैठकर सब लोग पूजा करते हैं .
हर साल तिल बराबर बढ़ता है शिव लिंग
मंदिर के पुजारी और लोगों का कहना है कि ये मंदिर में शिवलिंग हर साल लगातार तिल बराबर बढ़ता है और यही वजह है कि इस मंदिर की शिवलिंग की लंबाई लगभग 18 फीट है . मंदिर में पूजा करने वाले पुजारी बताते हैं कि उनकी पीढ़ियां इस मंदिर में पूजा करती हुई आ रही है और हमेश शिवलिंग बढते हुए देखा है.
सावन के महीने में इस मंदिर का महत्व और अधिक बढ़ जाता है यही वजह है कि दूर देश से लोग यहां पर भगवान शिव के दर्शन करने के लिए आते हैं हर सोमवार को यहां पर लाखों की संख्या में भक्तों ताता लग जाता है.
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