भोपाल। राजधानी के छोटे तालाब पर बन रहे आर्च ब्रिज को लेकर बीजेपी और कांग्रेस के बीच घमासान मचा हुआ है. महापौर आलोक शर्मा धरने पर बैठ गए. इस दौरान महापौर ने प्रदेश सरकार पर जमकर आरोप लगाए. महापौर का कहना है कि कमलापति आर्च ब्रिज का काम पूरा होने में आड़े आ रहे तीन मकानों में रह रहे लोगों के विस्थापन के लिए सरकार से लगातार मांग की जा रही है, लेकिन सरकार कुछ नहीं कर रही है.
दरअसल 39 करोड़ की लागत से बन रहे कमलापति आर्च ब्रिज का काम पूरा होने में तीन मकान आड़े आ रहे हैं और इन ही तीन मकान को लेकर काम रोक दिया गया है. आगे निर्माण के लिए वहां तीन मकानों को तोड़ा जाना है. जिसका कांग्रेस पार्षद और वहां रहने वाले लोग विरोध कर रहे हैं. रहवासियों ने कांग्रेसियों के साथ कमला पार्क में महापौर आलोक शर्मा के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए उनका पुतला फूंका.
'आलोक शर्मा जनविरोधी नेता'
निगम में कांग्रेस की पार्षद शबिस्ता जैकी ने कहा कि आलोक शर्मा जनहितैषी नहीं हैं वो वास्तव में जनविरोधी नेता हैं, जो गरीबों के घर तोड़ना चाहते हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि महापौर आलोक शर्मा की सभी नीतियां जनविरोधी हैं. आर्च ब्रिज के निर्माण के कारण कई लोग बेघर हो जाएंगे, इन लोगों को 30 साल पहले यहां विस्थापित किया गया था. विस्थापन को दैरान 3 लोगों की मौत भी हो गयी थी.
'आशियानों पर आंच न आए'
कांग्रेस नेत्री ने कहा की हमें ब्रिज निर्माण से कोई आपत्ति नहीं है लेकिन इसका डिजाइन बदला जाए, ताकि यहां रह रहे लोगों के आशियानों पर आंच न आये. उन्होंने कहा कि अगर आलोक शर्मा नहीं मानते हैं तो हम शिकायत लेकर मुख्यमंत्री कमलनाथ तक जाएंगे पर गरीबों का घर नहीं उजड़ने देंगे. वहीं महापौर का दावा है कि 3 मकानों में रह रहे लोगों के विस्थापन के लिए नगर निगम सरकार से लगातार मांग कर रहा है लेकिन सरकार सुनवाई करने के लिए तैयार नहीं है. उन्होंने कहा कि हमारे हाथ में विस्थापन का काम होता तो हम अब तक कर चुके होते.