बुरहानपुर। ताप्ती नदी में लंबे समय से कारखानों से निकलने वाला गंदा पानी मिल रहा है. जिससे ताप्ती का पानी दूषित होने के साथ ही मछलियों की मौत भी हो जाती है. गंदा पानी ताप्ती नदी में मिलने से रोकने के लिए लड़ाई लड़ रहे हरीश ने अपने शर्ट की दोनों तरफ मांग संबंधी पोस्टर चस्पा कर कलेक्टर कार्यालय पहुंच गया, ताकि अफसरों का ध्यान उसकी शिकायत पर पड़ सके.
हरीश सोलंकी 2012 से ये लड़ाई लड़ रहे हैं. जिसे लेकर अब तक वे कई बार शिकायत कर चुके हैं, लेकिन उनकी शिकायत का निराकरण नहीं हो रहा है, जबकि ताप्ती नदी में 9 बड़े नालों का केमिकलयुक्त गंदा पानी मिल रहा है. आरोप है कि प्रदूषण बोर्ड हरीश की शिकायत को एमपीईबी और नगर निगम को स्थानांतरित कर देता है.
हरीश के मुताबिक इन विभागों से जल प्रदूषण का कोई संबंध नहीं है. बावजूद इसके जांच इन विभागों को सौंपकर शिकायत ठंडे बस्ते में डाल दिया जाता है. अपर कलेक्टर रोमानुस टोप्पो ने बताया कि जल प्रदूषण को लेकर आवेदन प्राप्त हुआ है, प्रदूषण बोर्ड द्वारा कार्रवाई की जाती है, जांच कर कार्रवाई की जाएगी.