बुरहानपुर। 'निमाड़ की नैया' के नाम से मशहूर सांसद नंदकुमार सिंह चौहान बुधवार को पंचतत्व में विलीन हो गए. शाम करीब साढ़े चार बजे गृहग्राम शाहपुर स्थित उनके खेत में राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया. इस दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम, राज्यसभा सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिया, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र तोमर, फग्गन सिंह कुलस्ते, प्रह्लाद पटेल, थावरचंद गहलोत, प्रदेश सरकार के मंत्री तुलसीराम सिलावट, रामपाल सिंह, गोपाल भार्गव, विजय शाह, पूर्व मंत्री संजय पाठक सहित भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, पूर्व अध्यक्ष राकेश सिंह, कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री अरुण यादव के अलावा कई दिग्गज नेता मौजूद रहे. अंतिम संस्कार के बाद शोक सभा में भी करीब 40 हजार लोगों के मौजूद रहने का अनुमान है.
इधर नंदू भैया की पार्थिव देह भोपाल से खंडवा होते हुए सुबह करीब 5 बजे शाहपुर पहुंची. यहां उनके निवास पर सुबह से ही अंतिम दर्शनों के लिए लोगों के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया था. दोपहर तक करीब 50 हजार से ज्यादा लोग उनके अंतिम दर्शन के लिए पहुंचे थे. बुधवार को शाहपुर का पूरा बाजार बंद रहा. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान दोपहर 1 बजे हेलिकॉप्टर से नए बस स्टैंड के पास बनाए गए हेलिपैड पर उतरे, जबकि विधानसभा अध्यक्ष सहित अन्य कुछ मंत्री भी शाहपुर पहुंचे.
नंदकुमार सिंह चौहान के निधन के बाद शोक की लहर
खंडवा मेडिकल कॉलेज का नाम नंदू भैया के नाम पर होगा
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शोक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि नंदू भैया का स्मृति में जीवित रखने के लिए सरकार ने तात्कालिक निर्णय लिए हैं, जिसके तहत खंडवा मेडिकल कॉलेज का नाम अब स्वर्गीय नंदकुमार सिंह चौहान के नाम पर होगा. इसी तरह बुरहानपुर के नवनिर्मित जिला अस्पताल का नाम भी स्व. नंदकुमार सिंह चौहान जिला अस्पताल होगा. बुरहानपुर में 100 एकड़ में प्रस्तावित गन्ना अनुसंधान केंद्र भी उनके नाम से होगा.
गृह नगर शाहपुर में नंदू भैया की भव्य प्रतिमा स्थापित की जाएगी. शाहपुर नगर परिषद के भवन का नाम भी नंदू भैया के नाम पर होगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि सिर्फ शब्दों की श्रद्धांजलि नंदू भैया के लिए पर्याप्त नहीं होगी. उनके सपनों को पूरा करके ही उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि दी जा सकती है.
सरलता और सहजता ने बनाया लोकप्रिय
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ने अपने संस्मरण सुनाते हुए कहा कि नंदू भैया को उनकी सरलता और सहजता ने लोकप्रिय बनाया. एक पदाधिकारी के रूप में वे जिस तरह जिम्मेदारियों का निर्वहन करते थे, एक कार्यकर्ता के रूप में भी उसी तरह अपनी जिम्मेदारी निभाते थे.
वीडी शर्मा ने कहा कि जब नंदकुमार सिंह चौहान प्रदेश अध्यक्ष थे, तब वे महामंत्री थे. उनसे बहुत कुछ सीखने को मिला. अध्यक्ष बनने पर उन्होंने कहा था कि मेरा भाई अध्यक्ष बना है और नंदकुमार चौहान चट्टान की तरह उनके साथ खड़ा रहेगा. पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव ने कहा कि वे प्रतिद्वंदी के रूप में चुनाव मैदान में होते थे, लेकिन कभी विपक्षी होने का अहसास नहीं होता था. जहां भी वे मिलते थे, छोटे भाई के रूप में आशीर्वाद देते थे.