भोपाल/बुरहानपुर। राजधानी भोपाल में मध्य प्रदेश के संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों ने सरकार की सद्बुद्धि के लिए यज्ञ किया और अपनी मांगों को लेकर आवाज बुलंद की. इनका कहना है कि संविदा स्वास्थ्य कर्मियों को नियमित करने सहित उनकी अन्य मांगों को स्वास्थ्य विभाग गंभीरता से नहीं ले रहा है. ऐसे में अगर मांगे पूरी नहीं होती हैं तो यह आने वाले समय में अनिश्चितकालीन हड़ताल पर भी चले जाएंगे. 20 तारीख को इन्होंने विधानसभा घेराव की चेतावनी दी है. बुरहानपुर में भी संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी संघ 15 दिसंबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं, इसी के चलते हड़ताल के पहले दिन भगवान भोलेनाथ व वीर संकट मोचन हनुमानजी को अपनी न्यायोचित मांगो के संबंध में ज्ञापन सौंपा. ज्ञापन में सविंदा कर्मचारियों ने यह कामना की प्रभु प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को सद्बुद्धि प्रदान करें.
नियमितीकरण की मांग पर अड़े संविदा कर्मचारी: मध्यप्रदेश में संविदा स्वास्थ्य कर्मी कर्मचारी एक बार फिर सरकार के खिलाफ उग्र हो गए हैं. नियमितीकरण सहित वेतन विसंगति दूर करने और अप्रेजल की मांग को लेकर उन्होंने एक बार फिर अपना आंदोलन शुरू कर दिया है. भोपाल के जेपी अस्पताल में अनिश्चितकालीन आंदोलन पर बैठे संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और अपना आक्रोश व्यक्त किया. इस दौरान उन्होंने स्वास्थ्य विभाग में बैठे अधिकारियों की सद्बुद्धि के लिए यज्ञ भी किया. संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के कार्यकारी अध्यक्ष जितेंद्र भदौरिया का कहना है कि सरकार ने संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों को नियमित करने की बात कई समय से कह रखी है. बावजूद इसके हर बार आश्वासन देने के बाद मांगे टाल दी जाती है. इनका कहना है कि 20 तारीख को यह विधानसभा का घेराव करेंगे और अगर मांगे नहीं मानी गई तो 21 से प्रदेश में हड़ताल का शंखनाद किया जाएगा. मध्य प्रदेश में 32000 से अधिक संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी हैं. जो स्वास्थ्य विभाग में नियमितीकरण की मांग कर रहे हैं.
MP में अब संविदा कर्मचारी 3 साल पहले होंगे सेवानिवृत्त
बुरहानपुर में भगवान हनुमान को सौंपा ज्ञापन: साल 2018 में मुख्यमंत्री शिवराज ने संविदा पर कार्यरत भांजे-भांजियों की पीड़ा को महसूस करते हुए कई सार्वजनिक मंचों से कहा था कि संविदा एक अन्यायपूर्ण शोषण की व्यवस्था है, एक अभिशाप है इस अन्याय को में समाप्त करूंगा' की घोषणा के साथ ही समस्त संविदा कर्मचारियों का नियमित पदों पर संविलियन व निष्कासितों की सेवा बहाली के लिए आश्वस्त किया था, लेकिन आज दिनांक तक संविदा स्वास्थ्य अधिकारियों/कर्मचारियों को 05 जून 2018 की नीति का लाभ नहीं दिया गया है. भोपाल की तरह बुरहानपुर में भी संविदा कर्मचारियों ने नियमतिकरण की मांग करते हुए भगवान हनुमान को ज्ञापन सौंपा है और सीएम को सद्बुद्धि देने की मांग की है.