बुरहानपुर। कोरोना वायरस के फैलते संक्रमण को देखते हुए और उसके रोकथाम के लिए देश में लॉकडाउन लागू किया गया था. जिससे जिले के बग्गीवालों के सामने आर्थिक संकट सामने आ गया. जिसके चलते बुरहानपुर के करीब 20 से अधिक बग्गीवाले अपने घोड़े और टांगे के साथ मदद की गुहार लगाने जिला कलेक्टर कार्यालय पहुंचे.
![In Burhanpur Baggi drivers appealed to the Collector for financial help](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/mp-bur-02-dm-se-guhar-pkg-10011_11062020173057_1106f_1591876857_772.jpg)
बग्गी चालक रफिक ने बताया कि जिले में करीब 20 से अधिक बग्गी चालक हैं, जो शादियों के सीजन में बग्गी और घोड़े चलाकर अपना और अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं, साथ ही घोड़ों का भी पेट भरते हैं. लेकिन लॉकडाउन के बाद से किसी भी प्रकार के मांगलिक कार्यो पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा हुआ है.
शादियों का पूरा सीजन निकल चुका है. आने वाले दिनों में भी शादियों का सीजन है, और अभी भी मांगलिक कार्यो पर प्रतिबंध लगा हुआ है, आने वाले बारिश के दिनों में और अधिक समस्या उत्पन्न होगी. बग्गी संचालकों ने बुरहानपुर कलेक्टर प्रवीण सिंह से गुहार लगाते हुए मांग की है कि, जिला प्रशासन और सरकार बग्गी चालकों की व्यथा को समझते हुए उन्हें किसी तरह से मुआवजा दें.
जिससे वे अपने परिवार और घोड़ों का भरण पोषण कर सकें. उन्होंने बताया कि शासन यदि उनकी कोई व्यवस्था नही करता है तो उनके सामने भूखे प्यासे रहने की नौबत आ जाएगी. और मजबूरी में उन्हें घोड़े भी बेचने पड़ सकते हैं.