बुरहानपुर। जिले की गांव सोनुद के शासकीय प्राथमिक एवं माध्यमिक स्कूल से शिक्षकों की करतूत सामने आया है, जहां स्कूल के टीचर्स ने समय से पहले ही स्कूल के बच्चों की छुट्टी कर दी, क्योंकि शिक्षकों को स्कूल में शराब और मुर्गा पार्टी करनी थी. वहीं स्कूल के छात्रों ने टीचरों पर गंभीर आरोप भी लगाए है. मामले पर ग्रामीणों का कहना है कि "हमारे बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है." वहीं कलेक्टर भव्या मित्तल ने संकुल प्राचार्या को भेजकर इसकी जांच कराई, जांच में तथ्य सही पाए जाने पर तीनों दोषी शिक्षकों को निलंबित किया गया है. साथ ही विभागीय जांच के आदेश दिए हैं.
यह है पूरा मामला: शुक्रवार को खकनार विकासखंड के सोनुद गांव में आदिम जाति कल्याण विभाग द्वारा संचालित प्राथमिक स्कूल में पदस्थ अरुण पंधारे, सिकराम पवार और नवल राठौर ने समय से पहले बच्चों को छुट्टी दे दी थी. आरोप था कि शिक्षकों ने मुर्गा व शराब पार्टी करने के लिए छुट्टी दी थी, स्कूल में मुर्गा पार्टी के साथ शराब के जाम भी छलकाए थे. ग्रामीणों ने शिक्षकों की इस करतूत को अपने मोबाइल फोन में कैद कर लिया और इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया.
मामला सामने आने और वीडियो वायरल होने के बाद शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया, इसके बाद कलेक्टर ने संकुल प्राचार्य को जांच का जिम्मा सौंपा और जांच कराई. जांच में तथ्य सही पाए गए, जिसके बाद तीनों दोषी शिक्षकों को तत्काल निलंबित करते हुए विभागीय जांच बैठाई गई हैं. बरहानपुर के कलेक्टर भव्या मित्तल ने कहा कि "स्कूल में मुर्गा पार्टी को लेकर तीन शिक्षकों को निलंबित कर दिया है, फिलहाल विभागीय जांच जारी रहेगी."