बुरहानपुर। जिले के ग्राम पंचायत मोहदम्मदपुरा क्षेत्र के बलड़ी में आंगनबाड़ी क्रमांक 4 की अनदेखी की जा रही है. बच्चों को सुविधाएं देने के बजाय दुविधाओं में डाल रखा है, सुविधाएं नहीं होने के कारण बच्चे परेशानी में शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं. दरअसल मोहम्मदपुरा पंचायत के बलड़ी क्षेत्र की आंगनबाड़ी के पास खुद का भवन नहीं है. आंगनबाड़ी को ईजीएस स्कूल के किचन में लगाया जा रहा है, यहां के बच्चों को कंकड़ से गिनती सिखाई जा रही है. पढ़ने के लिए सामग्री तक उपलब्ध नहीं है, ऐसे में विद्यार्थी मुश्किल से शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं. सुविधाओं के अभाव में परेशानी उठा रहे हैं. नल कनेक्शन तो करा दिया है, लेकिन उसमें पानी नहीं आता, जिसके कारण सहायिका को बच्चों के लिए बाहर से पीने का पानी लाना पड़ता हैं.
इस आंगनबाड़ी में अलग ही तस्वीर: दूसरी ओर, मोहम्मदपुरा मुख्य गांव की आंगनबाड़ी में समस्त सुविधाएं उपलब्ध हैं. बच्चों को बैठने के लिए प्लास्टिक की कुर्सियां हैं. आंगनबाड़ी भवन की दीवारों पर वर्णमालाओं के चार्ट टंगे है. हिन्दी और अंग्रेजी पढ़ाई जा रही है जबकि बलड़ी की आंगनबाड़ी एक छोटे से किचन में लग रही है. इस आंगनबाड़ी क्रमांक 4 में लगभग 88 बच्चों की संख्या दर्ज है. इस भवन में पोषण आहार रखने तक की जगह नहीं है. दीवारों पर किसी तरह की शिक्षण सामग्री नहीं लगाई गई है.
आंगनबाड़ी में सुविधाएं बढ़ाने का आश्वासन: वहीं इस मामले में महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी सुमन कुमार पिल्लई का कहना है "ग्राम पंचायत मोहम्मदपुरा के बलड़ी के आंगनबाड़ी में पीएचई विभाग ने पीने के पानी के लिए नल कनेक्शन करवाए हैं. मैं दिखवा लेता हूं, वहां पीने के पानी की क्या व्यवस्था है. वैसे तो सभी जगह पीने के पानी की व्यवस्था है. आंगनबाड़ी भवन बनाने के लिए हमने शासन को प्रस्ताव भेजा है. जैसे ही वहां पर स्वीकृति हो जाएंगी, भवन निर्माण करा दिया जाएगा. हम जन सहयोग के माध्यम से प्रयास करेंगे कि आंगनबाड़ी में सुविधाए उपलब्ध कराई जा सके."