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राम मंदिर निर्माण: 50 हजार गांव से किया जाएगा धन संग्रह - धन संग्रह

अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण को लेकर देश में धन संग्रह का आंदोलन चलाया जा रहा है. देश भर के करोड़ों परिवारों के पास जाकर राम मंदिर निर्माण के लिए धन संग्रह किया जाएगा. उसके लिए 14 जनवरी संक्रांति से 27 फरवरी तक यह धन संग्रह का मुहिम चलाई जाएगी.

Ram temple
राम मंदिर
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Published : Dec 30, 2020, 5:33 PM IST

Updated : Dec 30, 2020, 8:10 PM IST

भोपाल। अयोध्या में बन रहे राम मंदिर के निर्माण को लेकर देश में धन संग्रह का आंदोलन चलाया जा रहा है. विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय कार्य अध्यक्ष और श्रीराम मंदिर निधि समर्पण अभियान के अभियान प्रमुख आलोक कुमार का कहना है कि वह देश भर के करोड़ों परिवारों के पास जाकर राम मंदिर निर्माण के लिए धन संग्रह करेंगे. उसके लिए 14 जनवरी संक्रांति से 27 फरवरी तक यह धन संग्रह का आंदोलन चलाया जाएगा. जिसमें मिनिमम 10 से लेकर व्यक्ति की स्वेक्षाअनुसार धनराशि एकत्रित की जाएगी. हमारी कोशिश होगी 2024 तक भव्य राम मंदिर का निर्माण पूरा हो जाए.

गांव से होगा धन संग्रह

2024 तक पूरा होगा राम मंदिर निर्माण

मंदिर निर्माण को लेकर आलोक कुमार का कहना है कि हम पूरी कोशिश करेंगे कि साल 2024 तक राम मंदिर का निर्माण पूरा हो जाए. हमें इस दौरान केवल मंदिर ही नहीं बनाना है. मंदिर के साथ अन्य चीजें जैसे म्यूजियम, कथा स्थल, लंगर भवन, लाइब्रेरी के अलावा रिसर्च सेंटर बनेगा. निर्माण के लिए फिलहाल 70 एकड़ की जमीन है. वह भी कम पड़ती नजर आ रही है. इसको लेकर हमने लोगों से बात की है और उम्मीद है कि ज्यादा जमीन हमें मिल जाएगी. महात्मा गांधी के सुझाव के अनुसार जब सोमनाथ मंदिर का निर्माण हुआ था. उस दौरान भी सरकार से कोई चंदा नहीं लिया था. राम मंदिर निर्माण को लेकर भी हम सरकार से कोई चंदा स्वीकार नहीं करेंगे बल्कि देश के करोड़ों परिवार जो राम में आस्था रखते हैं उनसे धन इकट्ठा कर एक भव्य राम मंदिर का निर्माण करेंगे.

धन संग्रह के लिए बनाया है एप

धन संग्रह की प्रक्रिया को लेकर निधि समर्पण अभियान के प्रमुख आलोक कुमार का कहना है इसके लिए पांच व्यक्तियों की एक टोली बनाई है. जो घर-घर जाकर धन संग्रह करेगी. पांच टोलियों के ऊपर एक डिपाजिट तय किया है. जो इनसे मिलने वाली धनराशि को 48 घंटे के भीतर बैंक में जमा करेगा. इस दौरान 10 से लेकर 1000 तक के कूपन हैं. दो हजार से ऊपर की राशि चेक के माध्यम से स्वीकार की जाएगी. इसके लिए स्टेट बैंक ऑफ इंडिया पंजाब नेशनल बैंक और बैंक ऑफ बड़ौदा मैं खाते खुलवाए गए हैं.

आंदोलन को बदनाम करने वाले लोग रहे सतर्क

हाल ही में मध्यप्रदेश में हुई घटनाओं को लेकर कुमार का कहना है कि हमारे आंदोलन को बदनाम करने वाले लोगों से सतर्कता बरतें. इसके साथ ही कानूनी एजेंसियों से भी यह बात कहेंगे कि ऐसे तत्वों पर सख्त कार्रवाई करें. कुमार ने कहा इस तरह दोनों घटनाओं को लेकर हम दुख व्यक्त करते हैं. कुमार ने कहा हम आंदोलन या टकराव नहीं चाहते हैं. यह समय रचना करने का समय है और हम इस अभी से शांति की अपील करते हैं.

मुसलमान भी दान देना चाहे तो स्वीकार है

राम मंदिर निर्माण को लेकर विश्व हिंदू परिषद और राम मंदिर निर्माण न्यास आंदोलन के माध्यम से धन संग्रह कर रहा है. धन संग्रह अभियान के प्रमुख आलोक कुमार का कहना है कि हम सभी लोगों से धन स्वीकार करेंगे जो लोग राम को अवतार मानते हैं. जो हिंदू धर्म को मानते हैं अगर वह लोग भी राम मंदिर निर्माण को लेकर दान देना चाहे तो हमें स्वीकार है. मुसलमान भी दान देना चाहते हैं तो हमें वह स्वीकार है. इस दौरान जब अल्पसंख्यक बस्तियों में धन संग्रह के लिए कार्यकर्ताओं के जाने का सवाल किया तो कुमार का कहना है कि धन संग्रह के लिए अल्पसंख्यक बस्तियों में जाने का फैसला स्थानीय स्तर पर लिया जाएगा.

भोपाल। अयोध्या में बन रहे राम मंदिर के निर्माण को लेकर देश में धन संग्रह का आंदोलन चलाया जा रहा है. विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय कार्य अध्यक्ष और श्रीराम मंदिर निधि समर्पण अभियान के अभियान प्रमुख आलोक कुमार का कहना है कि वह देश भर के करोड़ों परिवारों के पास जाकर राम मंदिर निर्माण के लिए धन संग्रह करेंगे. उसके लिए 14 जनवरी संक्रांति से 27 फरवरी तक यह धन संग्रह का आंदोलन चलाया जाएगा. जिसमें मिनिमम 10 से लेकर व्यक्ति की स्वेक्षाअनुसार धनराशि एकत्रित की जाएगी. हमारी कोशिश होगी 2024 तक भव्य राम मंदिर का निर्माण पूरा हो जाए.

गांव से होगा धन संग्रह

2024 तक पूरा होगा राम मंदिर निर्माण

मंदिर निर्माण को लेकर आलोक कुमार का कहना है कि हम पूरी कोशिश करेंगे कि साल 2024 तक राम मंदिर का निर्माण पूरा हो जाए. हमें इस दौरान केवल मंदिर ही नहीं बनाना है. मंदिर के साथ अन्य चीजें जैसे म्यूजियम, कथा स्थल, लंगर भवन, लाइब्रेरी के अलावा रिसर्च सेंटर बनेगा. निर्माण के लिए फिलहाल 70 एकड़ की जमीन है. वह भी कम पड़ती नजर आ रही है. इसको लेकर हमने लोगों से बात की है और उम्मीद है कि ज्यादा जमीन हमें मिल जाएगी. महात्मा गांधी के सुझाव के अनुसार जब सोमनाथ मंदिर का निर्माण हुआ था. उस दौरान भी सरकार से कोई चंदा नहीं लिया था. राम मंदिर निर्माण को लेकर भी हम सरकार से कोई चंदा स्वीकार नहीं करेंगे बल्कि देश के करोड़ों परिवार जो राम में आस्था रखते हैं उनसे धन इकट्ठा कर एक भव्य राम मंदिर का निर्माण करेंगे.

धन संग्रह के लिए बनाया है एप

धन संग्रह की प्रक्रिया को लेकर निधि समर्पण अभियान के प्रमुख आलोक कुमार का कहना है इसके लिए पांच व्यक्तियों की एक टोली बनाई है. जो घर-घर जाकर धन संग्रह करेगी. पांच टोलियों के ऊपर एक डिपाजिट तय किया है. जो इनसे मिलने वाली धनराशि को 48 घंटे के भीतर बैंक में जमा करेगा. इस दौरान 10 से लेकर 1000 तक के कूपन हैं. दो हजार से ऊपर की राशि चेक के माध्यम से स्वीकार की जाएगी. इसके लिए स्टेट बैंक ऑफ इंडिया पंजाब नेशनल बैंक और बैंक ऑफ बड़ौदा मैं खाते खुलवाए गए हैं.

आंदोलन को बदनाम करने वाले लोग रहे सतर्क

हाल ही में मध्यप्रदेश में हुई घटनाओं को लेकर कुमार का कहना है कि हमारे आंदोलन को बदनाम करने वाले लोगों से सतर्कता बरतें. इसके साथ ही कानूनी एजेंसियों से भी यह बात कहेंगे कि ऐसे तत्वों पर सख्त कार्रवाई करें. कुमार ने कहा इस तरह दोनों घटनाओं को लेकर हम दुख व्यक्त करते हैं. कुमार ने कहा हम आंदोलन या टकराव नहीं चाहते हैं. यह समय रचना करने का समय है और हम इस अभी से शांति की अपील करते हैं.

मुसलमान भी दान देना चाहे तो स्वीकार है

राम मंदिर निर्माण को लेकर विश्व हिंदू परिषद और राम मंदिर निर्माण न्यास आंदोलन के माध्यम से धन संग्रह कर रहा है. धन संग्रह अभियान के प्रमुख आलोक कुमार का कहना है कि हम सभी लोगों से धन स्वीकार करेंगे जो लोग राम को अवतार मानते हैं. जो हिंदू धर्म को मानते हैं अगर वह लोग भी राम मंदिर निर्माण को लेकर दान देना चाहे तो हमें स्वीकार है. मुसलमान भी दान देना चाहते हैं तो हमें वह स्वीकार है. इस दौरान जब अल्पसंख्यक बस्तियों में धन संग्रह के लिए कार्यकर्ताओं के जाने का सवाल किया तो कुमार का कहना है कि धन संग्रह के लिए अल्पसंख्यक बस्तियों में जाने का फैसला स्थानीय स्तर पर लिया जाएगा.

Last Updated : Dec 30, 2020, 8:10 PM IST
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