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भोपाल: प्रदेश की 8 सीटों पर हुए जोरदार मतदान से किसे होगा फायदा - मतदान प्रतिशत

लोकसभा चुनाव के छठवें चरण में प्रदेश की 8 सीटों पर मदतान हुए हैं. इस मतदान में लोगों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया है. इस बार के आम चुनाव में लोगों की राजनीति रुचि जरूर बढ़ी है और राष्ट्रीय मुद्दों को लेकर देश की जनता ने इस बार वोटिंग की है.

जोरदार मतदान से किसे होगा फायदा
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Published : May 13, 2019, 11:01 PM IST

भोपाल| लोकसभा चुनाव के छठवें चरण में प्रदेश की 8 सीटों पर मदतान हुए हैं. इस मतदान में लोगों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया है. प्रदेश इन 8 सीटों पर पिछले चुनाव की अपेक्षा इस बार 7 फीसदी ज्यादा मतदान हुआ है. जिस पर राजनीतिक पार्टियों ने अपना दावा पेश किया है.

जोरदार मतदान से किसे होगा फायदा

भोपाल में 2014 में 57.79 फीसदी वोट डाले गए थे और अब 65.65 फीसदी मतदान हुआ है. यहां कुल 8 फीसदी वोट ज्यादा डले हैं. प्रदेश की हाईप्रोफाइल सीटों में से एक विदिशा में पिछली बार 65.63 फीसदी वोटिंग हुई थी और इस बार 71.65 फीसदी मतदान हुआ. ज्योतिरादित्य सिंधिया की संसदीय सीट गुना में 2014 के चुनाव में वोटिंग परसेंट 60.77 था जो अब 70 फीसदी हो गया है. यानी यहां 10 प्रतिशत ज्यादा वोट पड़े हैं. सागर में 2014 में 58.61 फीसदी था और अब 65.48 रहा.

राजगढ़ में पिछली बार 64 फीसदी मतदान हुआ थी और इस बार 74 फीसदी वोटिंग हुई है. यहां भी 10 प्रतिशत वोटिंग ज्यादा हुई है. राजगढ़ में पहली बार कांग्रेस ने महिला प्रत्याशी को चुनाव मैदान में उतारा था. मुरैना में पिछले लोकसभा चुनाव में 50.24 फीसदी वोटिंग हुई थी और इस बार 62 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया. ग्वालियर में 2014 के आम चुनाव में 52.73 प्रतिशत मतदान हुआ था और 2019 में 60 प्रतिशत वोटिंग दर्ज हुई है. भिंड की जनता ने शायद मतदान में ज्यादा रुचि नहीं दिखाई है. शायद इसी वजह से सबसे कम मतदान यहां हुआ है. भिंड में पिछली बार 45 फीसदी वोटिंग हुई थी और इस बार 54.43 फीसदी मतदान हुआ है.

इस बार के आम चुनाव में लोगों की राजनीति रुचि जरूर बढ़ी है और राष्ट्रीय मुद्दों को लेकर देश की जनता ने इस बार वोटिंग की है. इसके साथ ही चुनाव आयोग ने भी जागरूकता अभियान की वजह से हुए मतदान से वोट प्रतिशत बढ़ा है.

भोपाल| लोकसभा चुनाव के छठवें चरण में प्रदेश की 8 सीटों पर मदतान हुए हैं. इस मतदान में लोगों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया है. प्रदेश इन 8 सीटों पर पिछले चुनाव की अपेक्षा इस बार 7 फीसदी ज्यादा मतदान हुआ है. जिस पर राजनीतिक पार्टियों ने अपना दावा पेश किया है.

जोरदार मतदान से किसे होगा फायदा

भोपाल में 2014 में 57.79 फीसदी वोट डाले गए थे और अब 65.65 फीसदी मतदान हुआ है. यहां कुल 8 फीसदी वोट ज्यादा डले हैं. प्रदेश की हाईप्रोफाइल सीटों में से एक विदिशा में पिछली बार 65.63 फीसदी वोटिंग हुई थी और इस बार 71.65 फीसदी मतदान हुआ. ज्योतिरादित्य सिंधिया की संसदीय सीट गुना में 2014 के चुनाव में वोटिंग परसेंट 60.77 था जो अब 70 फीसदी हो गया है. यानी यहां 10 प्रतिशत ज्यादा वोट पड़े हैं. सागर में 2014 में 58.61 फीसदी था और अब 65.48 रहा.

राजगढ़ में पिछली बार 64 फीसदी मतदान हुआ थी और इस बार 74 फीसदी वोटिंग हुई है. यहां भी 10 प्रतिशत वोटिंग ज्यादा हुई है. राजगढ़ में पहली बार कांग्रेस ने महिला प्रत्याशी को चुनाव मैदान में उतारा था. मुरैना में पिछले लोकसभा चुनाव में 50.24 फीसदी वोटिंग हुई थी और इस बार 62 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया. ग्वालियर में 2014 के आम चुनाव में 52.73 प्रतिशत मतदान हुआ था और 2019 में 60 प्रतिशत वोटिंग दर्ज हुई है. भिंड की जनता ने शायद मतदान में ज्यादा रुचि नहीं दिखाई है. शायद इसी वजह से सबसे कम मतदान यहां हुआ है. भिंड में पिछली बार 45 फीसदी वोटिंग हुई थी और इस बार 54.43 फीसदी मतदान हुआ है.

इस बार के आम चुनाव में लोगों की राजनीति रुचि जरूर बढ़ी है और राष्ट्रीय मुद्दों को लेकर देश की जनता ने इस बार वोटिंग की है. इसके साथ ही चुनाव आयोग ने भी जागरूकता अभियान की वजह से हुए मतदान से वोट प्रतिशत बढ़ा है.

Intro:प्रदेश में तीसरे चरण के चुनाव में भी लोगों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया मध्य प्रदेश में वोटिंग पड़ रहा है ज्यादा तीसरे चरण में 20 बार 7 परसेंट ज्यादा वोटिंग हुई इस वोटिंग परसेंट पर भी सियासी दल अपना दावा कर रहे हैं वोटिंग कहां पर पड़ी है क्या कहता मैं कहता है वोटिंग परसेंट का समीकरण

भोपाल- भोपाल में 2014 में 57.79 फीसदी लोगों ने वोट डाले, और अब यह बढ़कर 65.65 फीसदी रहा। यह कुल 8 परसेंट वोट बड़ा है ।

विदिशा- यहाँ पिछली बार 65,63 फीसदी लोगों ने मतदान किया था ,और इस बार 71,65 फीसदी रहा , यहाँ 6 प्रतिशत वोट बढ़ा है।

गुना- गुना में पिछले चुनाव में वोटिंग परसेंट 60,77 था जो अब 70 फीसदी हो गया है ,यानी यहाँ 10 प्रतिशत ज्यादा वोट पड़े है, अब देखना यह है कि यह वोट किसके खाते में जाते है।



सागर- सागर में 2014 में 58,61 फीसदी था ,और अब 65,48 रहा,यानी 7 प्रतिशत वोट ज्यादा पड़े है।





Body:राजगढ़- राजगढ़ में पिछली बार 64 फीसदी के मुकाबले 74 फीसदी लोंगो ने वोट डाले ,यहाँ भी 10 प्रतिशत वोटिंग ज्यादा हुई है।

मुरैना- यहाँ पिछले लोकसभा चुनाव 50,24 फीसदी लोगों ने वोट किय्या था, और इस बार 62 प्रतिशत लोंगो ने मतदान कर , 12 प्रतिशत की बढ़ोत्तत्तरी की है।



ग्वालियर- यहाँ पिछले आम चुनाव 52,73 प्रतिशत लोगों ने मतदान किया था, और 2019 में 60 प्रतिशत लोगो ने लोकतंत्र पर भरोसा जताया है।

भिंड- भिंड की जनता ने शायद मतदान में ज्यादा रुचि नही दिखाई है शायद यही वजह है कि सबसे कम मतदान यहाँ हुआ है। यहां 45 फीसदी वोटिंग हुई थी, और इस बार 54,43 फीसदी मतदान हुआ है, यहाँ 9 प्रतिशत की बढ़त है



Conclusion:दरअसल इस बार लोगों की राजनीति रुचि जरूर बढ़ी है। और राष्ट्रीय मुद्दे को लेकर ही देश की जनता ने इस बार वोटिंग की है।
इसके साथ ही चुनाव आयोग ने भी जागरूकता अभियान और फर्जी वोटर लिस्ट से बाहर करने की वजह से हुए मतदान से वोट प्रतिशत बढ़ा है। अब देखना यह है कि इस मतदान से कोनसे नेताओ का भविष्य उज्ज्वल होगा है, किसके सपने होंगे चकनाचूर

बाइट-राहुल कोठारी,प्रवक्त bjp
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