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चक्रवाती तूफान के कारण प्रदेश में रूका गेहूं उपार्जन का काम

कोरोना महामारी में गेहूं खरीदी का काम लगातार चल रहा था, लेकिन चक्रवर्ती तूफान ने खरीदी कार्य को रोक दिया गया है.

50 lakh quintals of wheat are lying in the open.
50 लाख क्विंटल गेहूं खुले में पड़ा है.
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Published : May 19, 2021, 9:29 AM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश में कोरोना महामारी के चलते प्रदेश में न्यूनतम समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदी का काम लगातार चल रहा है, लेकिन इस बीच चक्रवाती तूफान ने गेहूं खरीदी के कार्य में बाधा डाल दिया है. वहीं मौसम विभाग ने भी तेज बारिश होने के संकेत दिए हैं. ऐसे में प्रदेश के खरीदी केंद्रों पर लगभग 50 लाख क्विंटल गेहूं खुले में पड़ा है.

Food Citizen Supply Letter
खाद्य नागरिक का आपूर्ति पत्र

उपार्जन किया हुआ गेहूं जो खुले में पड़ा

कोरोना महामारी में गेहूं खरीदी का काम सोशल डिस्टेंसिंग और कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए किया जा रहा था, लेकिन चक्रवर्ती तूफान आने से उपार्जन किया हुआ गेहूं जो खुले में पड़ा था, उसे सुरक्षित करना सर्वाधिक आवश्यक था. मुख्यमंत्री के स्पष्ट निर्देश हैं कि जो किसान छूट गए हैं या मौसम खराब होने की वजह से जिनके गेंहू का उपार्जन नहीं हो पाया है, उन्हें फिर से मैसेज कर सूचित करें और उनके गेहूं का उपार्जन सुनिश्चित करें.

दोबारा किसानों को गेहूं खरीदी के लिए बुलाया जाए

मध्य प्रदेश के खाद्य नागरिक ने आपूर्ति पत्र जारी किया है, जिसमें उज्जैन और इंदौर को छोड़कर प्रदेश के सभी कलेक्टर, जिला पंजीयक सहकारी संस्था, मध्य प्रदेश जिला आपूर्ति अधिकारी, मध्य प्रदेश जिला प्रबंधक और केंद्रीय सहकारी सहित अन्य से कहा कि गेहूं उपार्जन की तारीख को आगे बढ़ाया जाए. 17 से 19 मई के बीच जिन किसानों को खरीदी के लिए मैसेज भेजे गए थे, उनको फिर से मैसेज कर के इसकी सूचना दे दें. गेहूं उपार्जन की तारीख आगे बढ़ाते हुए खरीदी लगातार जारी रखें क्योंकि इंदौर, उज्जैन में गेहूं उपार्जन का का काम लगभग पूरा हो चुका है.

आत्मनिर्भर की मिसाल पेश करती गेहूं उपार्जन में काम कर रही महिलाएं

मौसम विभाग के अनुसार 20 मई से 27 मई मध्यप्रदेश के काफी जिले में मौसम साफ रहेगा. 27 मई से 3 जून के बीच मौसम विभाग के अनुसार मौसम पूरी तरह से खुला रहेगा. ऐसे में उपार्जित गेहूं का संरक्षण करते हुए बचे हुए किसानों से उनके गेहूं का उपार्जन किया जाए क्योंकि पिछले साल भी बेमौसम बारिश से करीब 25 हजार क्विंटल गेहूं खराब हो गया था.

भोपाल। मध्य प्रदेश में कोरोना महामारी के चलते प्रदेश में न्यूनतम समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदी का काम लगातार चल रहा है, लेकिन इस बीच चक्रवाती तूफान ने गेहूं खरीदी के कार्य में बाधा डाल दिया है. वहीं मौसम विभाग ने भी तेज बारिश होने के संकेत दिए हैं. ऐसे में प्रदेश के खरीदी केंद्रों पर लगभग 50 लाख क्विंटल गेहूं खुले में पड़ा है.

Food Citizen Supply Letter
खाद्य नागरिक का आपूर्ति पत्र

उपार्जन किया हुआ गेहूं जो खुले में पड़ा

कोरोना महामारी में गेहूं खरीदी का काम सोशल डिस्टेंसिंग और कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए किया जा रहा था, लेकिन चक्रवर्ती तूफान आने से उपार्जन किया हुआ गेहूं जो खुले में पड़ा था, उसे सुरक्षित करना सर्वाधिक आवश्यक था. मुख्यमंत्री के स्पष्ट निर्देश हैं कि जो किसान छूट गए हैं या मौसम खराब होने की वजह से जिनके गेंहू का उपार्जन नहीं हो पाया है, उन्हें फिर से मैसेज कर सूचित करें और उनके गेहूं का उपार्जन सुनिश्चित करें.

दोबारा किसानों को गेहूं खरीदी के लिए बुलाया जाए

मध्य प्रदेश के खाद्य नागरिक ने आपूर्ति पत्र जारी किया है, जिसमें उज्जैन और इंदौर को छोड़कर प्रदेश के सभी कलेक्टर, जिला पंजीयक सहकारी संस्था, मध्य प्रदेश जिला आपूर्ति अधिकारी, मध्य प्रदेश जिला प्रबंधक और केंद्रीय सहकारी सहित अन्य से कहा कि गेहूं उपार्जन की तारीख को आगे बढ़ाया जाए. 17 से 19 मई के बीच जिन किसानों को खरीदी के लिए मैसेज भेजे गए थे, उनको फिर से मैसेज कर के इसकी सूचना दे दें. गेहूं उपार्जन की तारीख आगे बढ़ाते हुए खरीदी लगातार जारी रखें क्योंकि इंदौर, उज्जैन में गेहूं उपार्जन का का काम लगभग पूरा हो चुका है.

आत्मनिर्भर की मिसाल पेश करती गेहूं उपार्जन में काम कर रही महिलाएं

मौसम विभाग के अनुसार 20 मई से 27 मई मध्यप्रदेश के काफी जिले में मौसम साफ रहेगा. 27 मई से 3 जून के बीच मौसम विभाग के अनुसार मौसम पूरी तरह से खुला रहेगा. ऐसे में उपार्जित गेहूं का संरक्षण करते हुए बचे हुए किसानों से उनके गेहूं का उपार्जन किया जाए क्योंकि पिछले साल भी बेमौसम बारिश से करीब 25 हजार क्विंटल गेहूं खराब हो गया था.

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