इंदौर। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने वित्त बजट 2021-22 पेश किया गया है. बजट पेश होने के बाद प्रतिक्रियाएं भी आना शुरु हो गई है. आम बजट में शिक्षा, स्वास्थ्य, इंफ्रास्ट्रक्चर और नौकरियों के लिए कई तरह के नए प्रावधान किए गए है. बजट को लेकर युवाओं में खासी उम्मीदें थी. बजट 2021 को लेकर युवाओं का कहना है कि शिक्षा के क्षेत्र में सुधार के लिए और सरकार को प्रयास करना चाहिए था.
शासकीय और निजी क्षेत्रों में नौकरियों को लेकर थी काफी उम्मीद है
आम बजट 2021 को लेकर युवाओं का कहना है कि प्राइवेट और शासकीय सेक्टरों में नई नौकरियां पैदा करने के लिए शासन को कई प्रयास करने थे. इस बजट से युवाओं को काफी उम्मीद थी युवाओं को यह भी उम्मीद थी कि कई तरह के प्रावधान किए जाएंगे. जिससे शासकीय और निजी दोनों ही क्षेत्रों में नई नौकरियां तैयार हो सके. यह तो समय ही बताएगा कि यह बजट कितना संतोषजनक रहेगा.
सेना, स्वास्थ्य के साथ-साथ शिक्षा पर देना था विशेष ध्यान
युवाओं का कहना है कि सरकार को सेना और स्वास्थ्य के साथ-साथ शिक्षा पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकताएं है. जिस तरह के प्रावधान की उम्मीद की गई थी लेकिन बजट में सरकार द्वारा जारी नहीं किया गया है हालांकि इन सेक्टरों में शासन में कई तरह के प्रावधान किए गए हैं जो कि ना काफी है सरकार को चाहिए ताकि शिक्षा स्वास्थ्य और सुरक्षा के लिए बजट का विशेष पैकेज दिया जाए.
शासकीय महाविद्यालय और स्कूलों को बनाना चाहिए हाईटेक
महाविद्यालय में पढ़ने वाले छात्रों का कहना है कि सरकार को शासकीय, महाविद्यालय और स्कूलों का हाईटेक बनाना चाहिए, साथ ही डिजिटल इंडिया को बढ़ावा देने के लिए स्कूलों और महाविद्यालयों में स्मार्ट क्लास के निर्माण किए जाने चाहिए ताकि छात्रों को ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों ही माध्यमों से पढ़ाई करने में आसानी रहे. आम बजट में शासकीय महाविद्यालय में इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने के लिए शासन को प्रावधान करने चाहिए थे. जहां ग्रामीण क्षेत्रों में नए विश्वविद्यालय खोलने पर जोर दिया गया है. वहीं पुराने विश्वविद्यालय और महाविद्यालयों में इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत किया जाना चाहिए ताकि छात्रों को पढ़ाई के दौरान सुविधाएं मिल सकें.