भोपाल। एक बार फिर प्रदेश में मौसम परिवर्तन होने के आसार बन रहे हैं. 7 मई से एक चक्रवात बंगाल की खाड़ी में में बनने जा रहा है. यह 9 व 10 मई तक बांग्लादेश पहुंचेगा, जिसका सबसे ज्यादा असर पूर्वी मध्यप्रदेश पर पड़ सकता है. वहीं एक अन्य पश्चिमी विक्षोभ 11 मई को भारत की तरफ आ रहा है. उसका असर उत्तर भारत में सबसे ज्यादा पड़ेगा और मध्यप्रदेश के मौसम में भी इसका बदलाव दिखाई दे सकता है. कटनी, सिवनी, रीवा, सतना में आंधी चलने और गरज-चमक के साथ छींटे पड़ने की संभावना है. शुक्रवार को सागर, रीवा संभागों के जिलों में कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ बूंदाबांदी हो सकती है.
प्रदेश में सबसे ज्यादा तापमान राजगढ़ का : शुक्रवार को राजधानी भोपाल सहित प्रदेश के अधिकतर जिलों में दिन के तापमान में बढ़ोतरी होने की संभावना है. मध्यप्रदेश में मौसम विभाग के अनुसार 6 मई को किसी भी जिले में कोई अलर्ट जारी नहीं किया गया. पिछले 24 घंटे में सबसे अधिकतम तापमान 44 डिग्री सेल्सियस राजगढ़ में दर्ज किया गया और सभी जिले शुष्क रहे. वहीं खरगोन में अधिकतम तापमान 43.5 डिग्री, सिवनी में 43 डिग्री, दमोह व नौगांव में 42 डिग्री, रायसेन में 42.2 डिग्री, होशंगाबाद में 42.8 डिग्री, धार व रतलाम में 41.2 डिग्री, शाजापुर में 41.4 डिग्री दर्ज किया गया.
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शुक्रवार को इन जिलों में भी तापमान बढ़ेगा : मौसम विभाग के अनुसार वर्तमान में 2 वेदर सिस्टम एक्टिव हैं. अफगानिस्तान एवं उसके आसपास एक कमजोर पश्चिमी विक्षोभ बना हुआ है और उत्तर-पश्चिमी मध्यप्रदेश पर हवा के ऊपरी भाग में बना चक्रवात अब छत्तीसगढ़ पर पहुंच गया है. हालांकि इसका प्रभाव मप्र के मौसम पर नहीं पड़ रहा है. वहीं वातावरण में नमी कम होने से दिन का तापमान 42 डिग्री सेल्सियस के पार हो सकता है. ग्वालियर में 8 मई को तापमान 45 डिग्री सेल्सियस के करीब पहुंच सकता है. 10 जून के बाद मध्यप्रदेश से किसी भी जिले में तापमान 39 डिग्री सेल्सियस से ऊपर नहीं होगा. 15 जून के बाद या आसापास मानसून की दस्तक दे सकता है.