भोपाल। राहुल लोधी के इस्तीफे के बाद से खाली हुई दमोह विधानसभा सीट पर 17 अप्रैल को उपचुनाव होना है. अन्य विधानसभा चुनावों के परिणाम के साथ-साथ 2 मई को दमोह सीट का भी नतीजा घोषित होगा. दोनों ही प्रमुख पार्टियां बीजेपी और कांग्रेस ने इसको लेकर अपनी तैयारियां तेज कर दी है और रणनीतियों पर काम शुरू कर दिया है. वहीं चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने पूर्व सीएम कमलनाथ पर जमकर निशाना साधा है
कांग्रेस में लगती है पद की बोली
चुनाव से पहले दोनों ही पार्टियां एक दूसरे पर लगातार हमले कर रही है और अपनी-अपनी जीते के दावें कर रही हैं. मंत्री सारंग ने पूर्व सीएम कमलनाथ पर निशाना साधते हुए कहा कि जब किसी नाव के डूबने का समय आ जाता है तो पतवार या खेवैया बदलने से नाव रुकती नहीं है. सारंग ने कहा कि कांग्रेस डूबने वाली नाव है. कांग्रेस में ना नीति है ना नियत है और ना ही नेता है. जब यह तीनों नहीं रहते तो किसी भी पार्टी का अस्तित्व बचना बहुत ही मुश्किल होता है. मंत्री ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस में पद के लिए हाईकमान के पास बोली लगती है. उन्होंने कहा कि दस जनपथ पर जब पीसीसी चीफ और नेता प्रतिपक्ष के पद के लिए बोली लगेगी तो फिर कैसे कोई उचित व्यक्ति इन पदों पर बैठ पाएगा. कमलनाथ बड़ी बोली लगा देते हैं इसलिए वह दोनों पदों पर विराजमान हैं.
राहुल के सिर पर शिवराज का हाथ! दमोह में नामांकन के बाद बीजेपी की हुंकार
प्रचंड बहुमत से जीतेगी बीजेपी
मध्यप्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग का कहना है कि दमोह चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के सामने कोई चुनौती नहीं है. पार्टी प्रचंड बहुमत से दमोह उपचुनाव जीतने वाली है. प्रदेश में 15 महीनों में जो कांग्रेस का दुशासन था, जिस प्रकार से कांग्रेस ने प्रदेश में विकास की गाथा को और विकास की रेलगाड़ी को रोक दिया था. वह बीजेपी की सरकार बनने के बाद फिर सरपट दौड़ पड़ी है.
राहुल लोधी ने विकास के लिए दिया इस्तीफा
सारंग ने कहा कि राहुल लोधी ने यदि इस्तीफा दिया है तो वह अपने क्षेत्र के विकास के लिए दिया है. क्योंकि वह 15 महीनों तक कमलनाथ सरकार से अपने क्षेत्र के विकास के लिए गुहार लगाते रहे, लेकिन दमोह में विकास नहीं हुआ. उन्होंने वचन दिया था कि दमोह में मेडिकल कॉलेज खोला जाएगा. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उनका यह वादा पूरा किया और उसी बात को लेकर उन्होंने इस्तीफा दिया. अब बीजेपी के वह कार्यकर्ता हैं. सारंग ने इसे बीजेपी के विकास और कांग्रेस के विनाश के बीच की लड़ाई बताई है.