भोपाल| मध्यप्रदेश में हो रही बरसात का असर आम लोगों की थाली पर नजर आने लगा है. लगातार हो रही बरसात में मंडी में आने वाली सब्जी को भी प्रभावित कर दिया है ऐसी स्थिति में अब सब्जियों के दाम आसमान छूने लगे तो वहीं एक बार फिर प्याज लोगों को रुलाने का काम कर रही है. राजधानी के सभी बाजारों में इस समय सब्जियों के दाम लगातार बढ़ते जा रहे हैं पिछले 2 हफ्ते के अंदर ही प्याज से लेकर हरी सब्जियों के दाम में भारी बढ़ोतरी हुई है. जिसकी वजह से लोगों के बजट पर भी असर पड़ रहा है.
राजधानी में करोद मंडी और भदभदा मंडी पर थोक विक्रेताओं के द्वारा सब्जी का विक्रय फुटकर व्यापारियों को किया जाता है लेकिन मंडी में ही सब्जियां महंगे दामों पर आ रहे हैं. यही वजह है कि फुटकर व्यापारी को भी सब्जियों के ज्यादा दाम चुकाने पड़ रहे हैं ऐसी स्थिति में फुटकर व्यापारी लोगों से भी ज्यादा पैसे वसूल रहे हैं. आलम तो यह है कि लोग सब्जी से दूरी बना रहे हैं क्योंकि सब्जियों के दाम लोगों को अब डराने लगे हैं स्थिति यह हो गई है कि बाजारों में दुकानें भी ग्राहक का इंतजार करती हुई दिखाई देती है.
फुटकर व्यापारी राज साहू का कहना है कि प्याज के दाम पिछले कुछ ही दिनों में लगातार बड़े हैं जिसकी वजह से अभी 60 से 70 रुपए तक प्याज बिक रही है. वहीं अन्य सब्जियां भी महंगे दामों में ही मिल पा रही है और इसका सीधा कारण यह है कि बरसात के कारण ट्रांसपोर्ट सही ढंग से नहीं हो पा रहा है. जिसकी वजह से यहां आने वाली सब्जियां बाढ़ में फंसी हुई है जो सब्जियां आदि रही है तो उसके मंडी के व्यापारियों के द्वारा ज्यादा दाम दिए जा रहे हैं. अब ऐसी स्थिति में हमें भी महंगे दामों पर ही सब्जी बेचना पड़ रही है स्थिति यह हो गई है कि सब्जी खरीदने के लिए ग्राहक दुकान पर ही नहीं आ रहा है. जिसकी वजह से हमें ही घाटा उठाना पड़ रहा है क्योंकि सब्जी 1 से 2 दिन के बीच में खराब हो जाती है.
सब्जी का व्यवसाय करने वाले मनीष साहू का कहना है कि महंगाई की मार इस समय प्याज से लेकर हर हरी सब्जी पर पड़ रही है. लगातार हो रही बरसात ने सब्जियों को महंगा कर दिया है जब सब्जी ही महंगी मिल रही है तो फिर हम कम दामों में कैसे बेच सकते हैं. यदि यही स्थिति रही तो राजधानी में प्याज 90 से 100 रुपए के बीच पहुंच जाएगी. प्रदेश सरकार को इस विषय में जल्द सख्त कदम उठाने चाहिए, क्योंकि इससे ना केवल सब्जी बेचने वाले व्यापारी को बल्कि ग्राहक को भी महंगाई का सामना करना पड़ रहा है लोगों ने सब्जियां खरीदना भी कम कर दी हैं.