भोपाल. मध्य प्रदेश सरकार में प्रभारी मुख्य सचिव (Chief Secretary) वीरा राणा (Veera Rana) को अब नियमित मुख्य सचिव नियुक्त कर दिया गया है. इसके साथ ही IAS संजय बंदोपाध्याय को कर्मचारी चयन मंडल का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है. इस संबंध बुधवार रात आदेश जारी किए गए हैं.
30 साल बाद मप्र को मिली महिला मुख्य सचिव
जानकारी के मुताबिक एमपी में करीब 30 साल बाद महिला अफसर को मुख्य सचिव की कमान फिर मिली है. एमपी की नई मुख्य सचिव वीरा राणा अभी तक प्रभारी सीएस थीं, अब इन्हें नियमित सीएस नियुक्त कर दिया गया है . वीरा राणा 1988 बैच की अफसर हैं. 30 नवंबर को इकबाल सिंह बैस के रिटायर होने के बाद से वे यह प्रभार संभाल रही थीं. वीरा राणा मध्य प्रदेश की दूसरी महिला सीएस हैं. इससे पहले निर्मला बुच 1991 से 1993 तक इस पद पर रह चुकी हैं.
कौन हैं वीरा राणा?
वीरा राणा (Veera Rana) का जन्म 26 मार्च 1964 को उत्तर प्रदेश में हुआ था. उन्होंने बैचलर ऑफ आर्ट्स और एमबीए की पढ़ाई पूरी करने के बाद प्रशासनिक सेवाओं में कदम रखा. वीरा राणा मध्य प्रदेश राज्य की मुख्य निर्वाचन अधिकारी, खेल और युवा कल्याण विभाग की एडिशनल चीफ सेक्रेटरी, प्रशासन अकादमी में महानिदेशक, कुटीर और ग्रामोद्योग विभाग और सामान्य प्रशासन विभाग कार्मिक जैसे विभागों की जिम्मेदारी संभाल चुकी हैं.
निर्मला बुच भी रही हैं सीएस
प्रदेश में 1960 बैच की अधिकारी निर्मला बुच को बीजेपी सरकार में 22 सितंबर 1991 को मुख्य सचिव बनाया गया था. वे एक जनवरी 1993 तक मुख्य सचिव रहीं. इसके बाद अब दूसरा अवसर है, जब महिला अधिकारी को यह महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी गई है.
संजय बंदोपाध्याय को कर्मचारी चयन मंडल की कमान
IAS संजय बंदोपाध्याय (IAS Sanjay Bandopadhyay) को व्यापम यानी कर्मचारी चयन मंडल का अध्यक्ष (Employee selection board) नियुक्त किया गया है. भारतीय प्रशासनिक सेवा के 1988 बैच के अधिकारी संजय बंदोपाध्याय को 2018 में प्रतिनियुक्ति पर केंद्र में भेजा गया था. प्रतिनियुक्ति खत्म करते हुए उन्हें प्रदेश बुला लिया गया था. राज्य सरकार के अधीन आते ही इस बात के कयास लगाए जाने लगे थे कि संजय को चीफ सेक्रेटरी पद की जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है. चीफ सेक्रेटरी वीरा राणा मार्च में रिटायर्ड हो रही हैं.