भोपाल। केंद्रीय मंत्री व मध्यप्रदेश चुनाव प्रबंधन समिति के संयोजक नरेंद्र सिंह तोमर का कहना है कि कांग्रेस ने प्रदेश को बीमारू राज्य बना दिया था. बीजेपी सरकार ने इस राज्य को विकसित राज्यों की श्रेणी में खड़ा किया है. इसके साथ ही तोमर ने कमलनाथ व दिग्विजय सिंह पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि दिग्विजय सिंह ने अपने 10 साल के शासनकाल में प्रदेश को कंगाल कर दिया था. इसलिए उन्हें बंटाधार कहा जाता है.
सवाल- बीजेपी जनआशीर्वाद यात्रा निकाल रही है. इसे जनता का कितना रिस्पांस मिल रहा है.
जवाब- जनआशीर्वाद यात्रा बीजेपी का महत्वाकांक्षी अभियान है. पांच यात्राएं अलग-अलग जोन से निकल जा रही हैं, जोकि लगभग 10,500 हजार किलोमीटर से ज्यादा की यात्रा तय करेंगी. 200 से ज्यादा बड़ी सभाएं और 600 से अधिक छोटी सभाएं होंगी. हजारों स्थानों पर स्वागत किया जा रहा है. लाखों लोगों से संपर्क करेगी, अपनी यात्रा के जरिए उपलब्धियां जनता के सामने रखेंगे, जनता से आशीर्वाद ले रहे हैं. मैंने बहुत यात्राएं की हैं, लेकिन प्रतिकूल मौसम के बावजूद जनता का जमकर आशीर्वाद मिल रहा है.
सवाल-आप लोग कहते हैं कि विकास के नाम पर हम चुनाव लड़ रहे हैं. आपकी सरकार 2003 से है, 18 साल हो चुके हैं लेकिन क्या वजह है कि अभी भी कई कमियां हैं और आपको विकास के नाम पर अभी भी जनता के बीच जाना पड़ रहा हैं.
जवाब- बीजेपी विकास व जनकल्याण के मुद्दे पर चुनाव लड़ती है. सरकार का यह कर्तव्य होना चाहिए कि नागरिकों को हर प्रकार की सुविधा मिले. यह सही है कि मध्य प्रदेश में 2003 से पहले ना सड़कें थीं, ना बिजली थी. प्रदेश अव्यवस्थाओं के दौर से गुजर रहा था. हम लोगों को विरासत के रूप में मध्यप्रदेश बीमारू राज्य के रूप में मिला था. भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने इन वर्षों में आमूलचूल परिवर्तन किया, विकास के नए आयाम गढ़े. अब सड़कें हैं, बिजली है, हर घर में शौचालय है. हर घर नल जल है. शिक्षा का क्षेत्र हो, स्वास्थ्य का क्षेत्र हो चाहे रोजगार के अवसर हों, सभी में बीजेपी सरकार ने काम किया है. इसी का परिणाम है कि आज देश की जीडीपी में मध्य प्रदेश अपना योगदान दे रहा है.
सवाल- आप कहते हैं कि मध्य प्रदेश विकसित है. आखिर क्या वजह है कि आपके निशाने पर अभी भी दिग्विजय सिंह और कमलनाथ हैं.
जवाब - वे हमारे निशाने पर नहीं रहते. वह बंटाधार साबित हो चुके हैं. ये लोकप्रिय शब्द है, जो मध्य प्रदेश में आज भी चलता है और उसका असर है. इसलिए समय आने पर उसका उल्लेख करते हैं. कमलनाथ हों या दिग्विजय सिंह दोनों ने मिलकर कोई उपलब्धि हासिल की हो, ये बता दो. इसलिए आप देखते हैं कि कांग्रेस के पास कोई मुद्दा नहीं है, वह सिर्फ बीजेपी के बारे में झूठ बोलते हैं.
सवाल- चुनाव में स्लोगन बहुत अहमियत रखते हैं लेकिन वजह क्या है कि भाजपा के स्लोगन पिछले चुनाव से बदलते रहे हैं. पहले स्लोगन आया अबकी बार शिवराज सरकार, लेकिन इस बार आया अब फिर से भाजपा सरकार.
जवाब- स्वाभाविक रूप से बीजेपी और कार्यकर्ता एक दूसरे के पर्याय हैं.
सवाल- चेहरे को लेकर पार्टी में पिक्चर क्लियर नहीं है, अब सीएम इन वेटिंग कौन है.
जवाब - यहां कोई ऐसी बात नहीं होती. हमारे यहां सीएम इन वेटिंग नहीं होता. फिलहाल अभी सीएम शिवराज सिंह चौहान हैं.
सवाल- अगला कौन होगा.
जवाब - इस सवाल को तोमर हंसकर टाल गए.
सवाल -छिंदवाड़ा का गढ़ भेद रहे हैं, लेकिन यहां पर तमाम कोशिशों के बावजूद आप लोग एक सीट भी नहीं जीत पाए ,
जवाब- बीजेपी कार्यकर्ताओं ने काम किया है. यहां पर हम 8 की 8 सीटें जीतेंगे. अब फिर पूरी दम लगाएंगे.
सवाल- आपके यहां महाराज बीजेपी, शिवराज बीजेपी, नाराज बीजेपी है.
जवाब- किसी को कोई संदेह नहीं होना चाहिए कि बीजेपी सिर्फ बीजेपी है. उससे ऊपर कोई नहीं. सब बीजेपी में शामिल हैं और सब बीजेपी के कार्यकर्ता हैं.
सवाल - चुनाव व्यवस्था के चलते आप अपने परिवार से दूर हैं. इतनी व्यस्तता के बावजूद कैसे मैनेज करते हैं र इस दौड़भाग के लिए एनर्जी कहां से आती है.
उत्तर - ये रूटीन काम है. राजनीति को पेशा नहीं मानते. मिशन मानते हैं. इस पर काम करना कठिनाइयों भरा होता है. ईश्वर की कृपा और उन्होंने बुद्धि दी कि हम बीजेपी के कार्यकर्ता बने.
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सवाल - चुनाव प्रबंधन की जिम्मेदारी मिली है, लेकिन आपकी पार्टी में अनुशासन बिगड़ रहा है.
जवाब - बीजेपी दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी है. बीजेपी के पास बहुत कार्यकर्ता हैं. हमारा कार्यकर्ता कहीं से भी चुनाव लड़ सकता है, जीत सकता है, लेकिन चुनाव में टिकट एक को मिल सकता है, सबको नहीं मिल सकता. चयन के बाद ऐसी कोई स्थिति नहीं बनती. हमारे सब कार्यकर्ता काम में लगे हैं और बीजेपी को जिताएंगे.
सवाल - आप लोग पहले केजरीवाल या कांग्रेस को बोलते थे कि ये लोग मुफ्त रेवड़िया बांट रहे हैं लेकिन हम देख रहे हैं चुनाव में बीजेपी भी मुफ्त की रेवड़ियां बांट रही है.
जवाब- मध्य प्रदेश सरकार ने कभी भी अपनी सीमा के बाहर कर्ज नहीं लिया. कर्ज लेने की मध्य प्रदेश सरकार की हैसियत है. इसलिए वह ले रही है. बीजेपी की सरकार कोई मुफ्त रेवड़िया नहीं बांट रही है. किसी गरीब के जीवन स्तर में बदलाव आए, संवेदनशीलता के बारे में विचार करें और उसमें सरकार के द्वारा कुछ ऐड करना पड़े, इसको मुफ्त रेवड़ियों की श्रेणी में नहीं लाया जाता. हम लोग गरीब और अमीर के अंतर को खत्म कर रहे हैं.