भोपाल। जबेरा विधानसभा सीट से बीजेपी विधायक धर्मेंद्र सिंह लोधी की बर्थडे पार्टी में दो गुटों के बीच खूनी संघर्ष हो गया, जिसमें 2 लोगों की मौत हो गई. घटना को लेकर बीजेपी नेता और कृषि मंत्री कमल पटेल का कहना है कि आयोजन किसी भी प्रकार का हों, लेकिन हिंसा नहीं होना चाहिए. वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस का कहना है कि बीजेपी सत्ता के नशे में है और उसी का नतीजा है कि खुलेआम खूनी संघर्ष हो रहा है.
विधायक के जन्मदिन की पार्टी में हुई हिंसा
दरअसल, जबेरा सीट से बीजेपी विधायक धर्मेंद्र सिंह लोधी के जन्मदिन पार्टी का जश्न चल रहा था, जिसमें विधायक भी शामिल हुए थे. इस दौरान दो गुटों में जमकर हाथापाई हुई. देखते ही देखते विवाद इतना बढ़ गया कि फायरिंग के दौरान दो की जान चली गई. घटना को लेकर बीजेपी के वरिष्ठ नेता और कृषि मंत्री कमल पटेल का कहना है कि किसी भी प्रकार का आयोजन हों, हिंसा नहीं होनी चाहिए, तो वहीं बीजेपी विधायक की बर्थडे पार्टी में हुई हिंसा पर मंत्री कमल पटेल मौन साधे नजर आए. उन्होंने किसी भी प्रकार की जानकारी नहीं होने का हवाला दिया.
होटल में आधी रात अंधाधुंध फायरिंग, CCTV में कैद वारदात
मामा कहते है फॉर्म में हैं, और कानून व्यवस्था जग जाहिर है
दमोह की घटना को लेकर कांग्रेस के मीडिया महासचिव केके मिश्रा का कहना है कि एक तरफ प्रदेश के मुखिया मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान कहते हैं कि मामा फार्म में है और माफिया को गाड़ दिया जाएगा, लेकिन उनके ही विधायक की पार्टी में फायरिंग होती है. 2 लोगों की मौत हो जाती है. यह किस चीज का उदाहरण है. इससे साफ जाहिर हो रहा है कि बीजेपी में सत्ता का नशा है और यह खूनी संघर्ष उसका सबसे बड़ा उदाहरण है. यही नहीं भिंड में रेत माफियाओं ने एक व्यापारी की हत्या कर दी.