भोपाल। श्योपुर में भारी बारिश और बाढ़ के चलते लगातार हालात बिगड़ते जा रहे हैं. यहां प्रशासन भी हर गतिविधि पर नजर बनाए हुए हैं. ऐसे में यहां राहत कार्यों में प्रभावी कदम न उठाए जाने को लेकर राज्य सरकार ने श्योपुर कलेक्टर को हटा दिया है. उनके स्थान पर ग्वालियर नगर निगम आयुक्त शिवम वर्मा को कलेक्टर बनाया गया है.
श्योपुर के नए कलेक्टर बने शिवम वर्मा
बता दें कि राहत कार्यों में प्रभावी कार्रवाई न करने से नाराज राज्य शासन ने कलेक्टर राकेश कुमार श्रीवास्तव को हटा दिया है. उन्हें मंत्रालय पदस्थ किया गया है. वहीं, राकेश कुमार श्रीवास्तव के स्थान पर नगर निगम ग्वालियर के आयुक्त शिवम वर्मा को श्योपुर का नया कलेक्टर बनाया गया है. बताया जा रहा है कि बाढ़ से बेघर हुए लोगों को पर्याप्त संख्या में राहत शिविरों में शिफ्ट न कराए जाने और खाने-पीने का पुख्ता इंतजाम ना किए जाने को लेकर राज्य शासन ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया है.
सीएम करेंगे महत्वपूर्ण बैठक
दरअसल, सीएम शिवराज खुद बाढ़ प्रभावित इलाकों पर लगातार नजर बनाए हुए हैं. इस बीच सीएम शिवराज आज शाम बाढ़ ग्रस्त जिलों में जिला प्रशासन और क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी के साथ महत्वपूर्ण बैठक करेंगे. साथ ही मुख्यमंत्री शाम करीब 7 बजे प्रदेश की जनता के नाम संदेश भी देंगे.
राहत कार्य में तेजी ना दिखाना पड़ा भारी
बता दें कि ग्वालियर चंबल इलाके में भारी बारिश से जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित हुआ है. बाढ़ की वजह से कई लोगों के आशियाने उजड़ गए हैं, तो कई लोगों खाने के लिए मोहताज हैं. बाढ़ का पानी कम होते ही प्रभावित सभी 7 जिलों में राहत कार्यों में तेजी से काम किया जा रहा है.
लोगों से मदद की अपील करेंगे सीएम
बाढ़ प्रभावित जिलों में अधोसंरचना से जुड़े कामों में तेजी से प्रगति लाने के लिए सरकार ने 11 विभागों और उनके मंत्रियों की टास्क फोर्स भी गठित की है. इसके अलावा कोरोना महामारी की वजह से पहले से बिगड़ी आर्थिक स्थिति के बीच बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में बाढ़ से प्रभावित जिलों में राहत कार्य के लिए मुख्यमंत्री लोगों से मदद की अपील करेंगे.
क्या क्लेक्टर को मिली है सजा?
दरअसल, केंद्रीय मंत्री नरेद्र सिंह तोमर बीते शनिवार को श्योपुर के दौरे पर थे. इस दौरान उन्हें जनता के भारी विरोध का सामना करना पड़ा, स्थानीय लोगों ने न सिर्फ मुर्दाबाद के नारे लगाए, बल्कि महिलाओं ने मंत्री की गाड़ी पर कीचड़ भी फेंका. घटना के महज एक दिन बाद ही श्योपुर कलेक्टर का ट्रांसफर कर दिया गया. ऐसे में जानकारों का कहना है कि क्लेक्टर को मंत्री के दौर के समय हालात को नहीं संभालने की सजा मिली है.