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मध्य प्रदेश की वो खबरें जिन पर सबकी रही नजर, देखें MP की टॉप न्यूज

मध्यप्रदेश की तमाम बड़ी खबरों पर ईटीवी भारत के संवाददाताओं ने जानकारी दी.

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Published : Oct 23, 2019, 10:58 PM IST

Updated : Oct 24, 2019, 2:36 AM IST

रिपोर्टर्स लाइव

भारत का हदय प्रदेश कहे जाने वाले मध्यप्रदेश में आज का पूरा दिन कैसा रहा. राजनीतिक स्तर,स्वास्थ्य सुविधाएं, शिक्षा, खेल और झाबुआ उपचुनाव के नतीजे की तैयारियां से लेकर हर छोटी-बड़ी हर घटनाओं की बारे में ईटीवी भारत के संवाददाताओं ने बताया.

रिपोर्टर्स लाइव
  • भरत नगर में अतिक्रमण की कार्रवाई करने गए पुलिस अमले पर पथराव हुआ. जिसमें सीएसपी अधिकारी घायल हो गए. जिन्हें इलाज के लिए निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया. इस घटना से कहीं ना कहीं पुलिस प्रशासन की लापरवाही सामने आती है, क्योंकि यह ऐसा पहला मौका नहीं है जब कोई पुलिस अधिकारी पथराव में घायल हुआ हो इसके पहले भी एक बार आईपीएस अधिकारी को अपनी आंख गवानी पड़ी थी.
  • प्रदेश में स्वास्थ्य व्यवस्था को बेहतर करने के लिए स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट ने जेपी अस्पताल का निरीक्षण किया और व्यवस्थाओं को दुरूस्त करने के निर्देश दिए. स्वास्थ्य मंत्री इसके पहले भी दो से तीन बार जेपी अस्पताल का निरीक्षण कर चुके हैं. इस दौरान मरीजों को किस तरीके से व्यवस्थित इलाज मिले उसको लेकर स्वास्थ्य मंत्री ने अधिकारियों को निर्देशित भी किया. शायद यही वजह है कि अब धीरे-धीरे स्वास्थ्य व्यवस्था पटरी पर आने लगी हैं
    रिपोर्टर्स लाइव
  • सोच को बढ़ावा देने के लिए मध्यप्रदेश में पहली बार बीच वॉलीबॉल का आयोजन किया गया. राजधानी भोपाल के टीटी नगर स्टेडियम में यह कार्यक्रम आयोजित किया गया. जिसमें कहीं न कही सरकार ने मध्यप्रदेश के खिलाड़ियों को बेहतर माहौल देने की पहल की है.
    रिपोर्टर्स लाइव
  • शिक्षा व्यवस्था को बेहतर करने के लिए पहली बार प्रदेश सरकार ने शिक्षक दक्षता परीक्षा का आयोजन किया गया. जिसमें संबंधित विषय के शिक्षकों को उसी विषय पर परीक्षा देनी थी, जो वर्षो से अपने छात्रों को पढ़ाते आ रहे हैं.
  • राजधानी भोपाल नगर निगम को बंटवारे को लेकर बीजेपी कांग्रेस आमने-सामने हैं. बीजेपी विधायक रामेश्वर शर्मा ने इसको लेकर मुख्यमंत्री राज्यपाल को पत्र भी लिखा है. इसके पहले भी बीजेपी कई बार नगर निगम बंटवारे पर आपत्ति दर्ज करा चुकी है. तो कांग्रेस राज्यसभा सांसद विवेक तंखा ने जबलपुर को भी दो निग को भी दो भागों में बांटने की मांग की है.
  • तुम ही बरसों से विवादित स्लॉटरहाउस को लेकर सरकार कशमकश में है कि आखिर स्लॉटरहाउस कहां पर बनाया जाए. बीजेपी सरकार ने आदमपुर छावनी में सख्त करने के निर्देश दिए थे. लेकिन क्षेत्रीय लोगों के विरोध के चलते उस आदेश को नष्ट करना पड़ा. अब एनजीटी ने सरकार से कहा है कि स्लाटर हाउस शहर के बीचो बीच में नहीं होना चाहिए. इसको लेकर सरकार व्यवस्था करें, कहीं ना कहीं सरकार के लिए स्लाटर हाउस एक चाय बनती जा रही है.
  • बीजेपी में संगठन चुनाव के ऐन वक्त पहले प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ने संभागीय संगठन मंत्रियों का तबादला किया. तो कुछ संगठन मंत्रियों को नए प्रभार दिए हैं. संगठन चुनाव के पहले इस बदलाव में कहीं ना कहीं आने वाले दिसंबर में हो रहे संगठन के चुनाव और खासतौर से प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए होने वाले चुनाव को जोड़कर देखा जा रहा है. क्या पुलिस अध्यक्ष राकेश सिंह अपने टीम खड़ी करना चाहते हैं जिससे कि दिसंबर में जब चुनाव होगा तो उन्हें इसका लाभ
  • पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के छोटे भाई विधायक लक्ष्मण सिंह की पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात भी चर्चा का विषय रही. क्योंकि 1 दिन पहले ही कांग्रेस विधायक लक्ष्मण सिंह ने अपने बड़े भाई देश के जाने-माने कांग्रेसी नेता दिग्विजय सिंह के बंगले के सामने चाचौड़ा को जिला बनाने के लिए धरना दिया था. उसके 1 दिन बाद शिवराज से उनकी मुलाकात कहीं ना कहीं राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बनी हुई है, क्योंकि लक्ष्मण सिंह बीजेपी से सांसद रहे हैं, तो इसके कई मायने निकाले जा रहे हैं. क्या लक्ष्मण सिंह वापस बीजेपी में जाएंगे. यह झाबुआ चुनाव के परिणाम आने के बाद होने वाले मंत्रिमंडल विस्तार में मंत्री पद चाहते हैं शायद यही वजह है कि वह इस तरीके के हथकंडे अपनाकर सरकार को ब्लैकमेल कर रहे हैं.
  • गुरुवार को झाबुआ विधानसभा चुनाव की मतगणना है और मतगणना के बाद बीजेपी और कांग्रेस दोनों के लिए एकमात्र दिन भी माना जा रहा है. कांग्रेस प्रत्याशी कांतिलाल भूरिया इस चुनाव में जीत हासिल करते हैं, तो मंत्रिमंडल में उनका स्थान भी निश्चित हो सकता है. क्योंकि कांतिलाल भूरिया वरिष्ठ नेता हैं. मध्यप्रदेश में प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर भी उन्होंने काम किया है. बड़ा आदिवासी चेहरा होने के नाते संभवत उन्हें भी मंत्रिमंडल विस्तार में स्थान मिल सकता है. अभी बीजेपी के भानु भुरिया झाबुआ में कमल खिलाते हैं तो कहीं ना कहीं जिस तरीके की अटकलें पहले लगाई जा रही थी कि सरकार आज तो है और 10 महीने बाद भी जनादेश बीजेपी को मिलने लगा है. ऐसे में सरकार की मुश्किल है जरूर खड़ी हो सकती हैं

भारत का हदय प्रदेश कहे जाने वाले मध्यप्रदेश में आज का पूरा दिन कैसा रहा. राजनीतिक स्तर,स्वास्थ्य सुविधाएं, शिक्षा, खेल और झाबुआ उपचुनाव के नतीजे की तैयारियां से लेकर हर छोटी-बड़ी हर घटनाओं की बारे में ईटीवी भारत के संवाददाताओं ने बताया.

रिपोर्टर्स लाइव
  • भरत नगर में अतिक्रमण की कार्रवाई करने गए पुलिस अमले पर पथराव हुआ. जिसमें सीएसपी अधिकारी घायल हो गए. जिन्हें इलाज के लिए निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया. इस घटना से कहीं ना कहीं पुलिस प्रशासन की लापरवाही सामने आती है, क्योंकि यह ऐसा पहला मौका नहीं है जब कोई पुलिस अधिकारी पथराव में घायल हुआ हो इसके पहले भी एक बार आईपीएस अधिकारी को अपनी आंख गवानी पड़ी थी.
  • प्रदेश में स्वास्थ्य व्यवस्था को बेहतर करने के लिए स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट ने जेपी अस्पताल का निरीक्षण किया और व्यवस्थाओं को दुरूस्त करने के निर्देश दिए. स्वास्थ्य मंत्री इसके पहले भी दो से तीन बार जेपी अस्पताल का निरीक्षण कर चुके हैं. इस दौरान मरीजों को किस तरीके से व्यवस्थित इलाज मिले उसको लेकर स्वास्थ्य मंत्री ने अधिकारियों को निर्देशित भी किया. शायद यही वजह है कि अब धीरे-धीरे स्वास्थ्य व्यवस्था पटरी पर आने लगी हैं
    रिपोर्टर्स लाइव
  • सोच को बढ़ावा देने के लिए मध्यप्रदेश में पहली बार बीच वॉलीबॉल का आयोजन किया गया. राजधानी भोपाल के टीटी नगर स्टेडियम में यह कार्यक्रम आयोजित किया गया. जिसमें कहीं न कही सरकार ने मध्यप्रदेश के खिलाड़ियों को बेहतर माहौल देने की पहल की है.
    रिपोर्टर्स लाइव
  • शिक्षा व्यवस्था को बेहतर करने के लिए पहली बार प्रदेश सरकार ने शिक्षक दक्षता परीक्षा का आयोजन किया गया. जिसमें संबंधित विषय के शिक्षकों को उसी विषय पर परीक्षा देनी थी, जो वर्षो से अपने छात्रों को पढ़ाते आ रहे हैं.
  • राजधानी भोपाल नगर निगम को बंटवारे को लेकर बीजेपी कांग्रेस आमने-सामने हैं. बीजेपी विधायक रामेश्वर शर्मा ने इसको लेकर मुख्यमंत्री राज्यपाल को पत्र भी लिखा है. इसके पहले भी बीजेपी कई बार नगर निगम बंटवारे पर आपत्ति दर्ज करा चुकी है. तो कांग्रेस राज्यसभा सांसद विवेक तंखा ने जबलपुर को भी दो निग को भी दो भागों में बांटने की मांग की है.
  • तुम ही बरसों से विवादित स्लॉटरहाउस को लेकर सरकार कशमकश में है कि आखिर स्लॉटरहाउस कहां पर बनाया जाए. बीजेपी सरकार ने आदमपुर छावनी में सख्त करने के निर्देश दिए थे. लेकिन क्षेत्रीय लोगों के विरोध के चलते उस आदेश को नष्ट करना पड़ा. अब एनजीटी ने सरकार से कहा है कि स्लाटर हाउस शहर के बीचो बीच में नहीं होना चाहिए. इसको लेकर सरकार व्यवस्था करें, कहीं ना कहीं सरकार के लिए स्लाटर हाउस एक चाय बनती जा रही है.
  • बीजेपी में संगठन चुनाव के ऐन वक्त पहले प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ने संभागीय संगठन मंत्रियों का तबादला किया. तो कुछ संगठन मंत्रियों को नए प्रभार दिए हैं. संगठन चुनाव के पहले इस बदलाव में कहीं ना कहीं आने वाले दिसंबर में हो रहे संगठन के चुनाव और खासतौर से प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए होने वाले चुनाव को जोड़कर देखा जा रहा है. क्या पुलिस अध्यक्ष राकेश सिंह अपने टीम खड़ी करना चाहते हैं जिससे कि दिसंबर में जब चुनाव होगा तो उन्हें इसका लाभ
  • पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के छोटे भाई विधायक लक्ष्मण सिंह की पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात भी चर्चा का विषय रही. क्योंकि 1 दिन पहले ही कांग्रेस विधायक लक्ष्मण सिंह ने अपने बड़े भाई देश के जाने-माने कांग्रेसी नेता दिग्विजय सिंह के बंगले के सामने चाचौड़ा को जिला बनाने के लिए धरना दिया था. उसके 1 दिन बाद शिवराज से उनकी मुलाकात कहीं ना कहीं राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बनी हुई है, क्योंकि लक्ष्मण सिंह बीजेपी से सांसद रहे हैं, तो इसके कई मायने निकाले जा रहे हैं. क्या लक्ष्मण सिंह वापस बीजेपी में जाएंगे. यह झाबुआ चुनाव के परिणाम आने के बाद होने वाले मंत्रिमंडल विस्तार में मंत्री पद चाहते हैं शायद यही वजह है कि वह इस तरीके के हथकंडे अपनाकर सरकार को ब्लैकमेल कर रहे हैं.
  • गुरुवार को झाबुआ विधानसभा चुनाव की मतगणना है और मतगणना के बाद बीजेपी और कांग्रेस दोनों के लिए एकमात्र दिन भी माना जा रहा है. कांग्रेस प्रत्याशी कांतिलाल भूरिया इस चुनाव में जीत हासिल करते हैं, तो मंत्रिमंडल में उनका स्थान भी निश्चित हो सकता है. क्योंकि कांतिलाल भूरिया वरिष्ठ नेता हैं. मध्यप्रदेश में प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर भी उन्होंने काम किया है. बड़ा आदिवासी चेहरा होने के नाते संभवत उन्हें भी मंत्रिमंडल विस्तार में स्थान मिल सकता है. अभी बीजेपी के भानु भुरिया झाबुआ में कमल खिलाते हैं तो कहीं ना कहीं जिस तरीके की अटकलें पहले लगाई जा रही थी कि सरकार आज तो है और 10 महीने बाद भी जनादेश बीजेपी को मिलने लगा है. ऐसे में सरकार की मुश्किल है जरूर खड़ी हो सकती हैं
Intro:मध्यप्रदेश में क्या कुछ खास इसको लेकर जानकारी दी हमारे ईटीवी संवाददाताओं ने।

1 - भरत नगर में अतिक्रमण की कार्रवाई करने गए पुलिस अमले पर पथराव हुआ,जिसमे इस csp के अधिकारी घायल हुए जिन्हें इलाज के लिए निजी अस्पताल में भर्ती कराया , इस घटना से कहीं ना कहीं पुलिस प्रशासन की लापरवाही सामने आती है क्योंकि यह ऐसा पहला मौका नहीं है जब कोई पुलिस अधिकारी पथराव में घायल हुआ हो इसके पहले भी एक बार आईपीएस अधिकारी को अपनी आंख गवानी पड़ी थी

2 - प्रदेश में स्वास्थ्य व्यवस्था को बेहतर करने के लिए स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट ने जेपी अस्पताल का निरीक्षण किया और व्यवस्थाओं को दोस्त करने के निर्देश दिए स्वास्थ्य मंत्री इसके पहले भी दो से तीन बार जेपी अस्पताल का निरीक्षण कर चुके हैं इस दौरान मरीजों को किस तरीके से व्यवस्थित इलाज मिले उसको लेकर स्वास्थ्य मंत्री ने अधिकारियों को निर्देशित भी किया था शायद यही वजह है कि अब धीरे-धीरे स्वास्थ्य व्यवस्था पटरी पर आने लगी हैं




Body:3- सोच को बढ़ावा देने के लिए मध्यप्रदेश में पहली बार बीच वॉलीबॉल का आयोजन किया गया राजधानी भोपाल के टीटी नगर स्टेडियम में यह कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें है कहीं कि मध्य प्रदेश के खिलाड़ियों को बेहतर माहौल देने की सरकार की पहल है

4 - शिक्षा व्यवस्था को बेहतर करने के लिए पहली बार प्रदेश सरकार ने शिक्षक दक्षता परीक्षा का आयोजन किया गया था जिसमें संबंधित विषय के शिक्षकों को उसी विषय पर परीक्षा देनी थी जो वर्षो से अपने छात्रों को पढ़ाते आ रहे हैं


5- राजधानी भोपाल नगर निगम को बंटवारे को लेकर बीजेपी कांग्रेस आमने-सामने हैं बीजेपी विधायक रामेश्वर शर्मा ने इसको लेकर मुख्यमंत्री राज्यपाल को पत्र भी लिखा है इसके पहले भी बीजेपी कई बार नगर निगम बंटवारे पर आपत्ति दर्ज करा चुकी है तो कांग्रेस सभा सांसद विवेक तंखा ने जबलपुर को भी दो निकाल में बांटने की मांग की है

6 - तुम ही बरसों से विवादित स्लॉटरहाउस को लेकर सरकार कशमकश में है कि आखिर स्लॉटरहाउस कहां पर बनाया जाए बीजेपी सरकार ने आदमपुर आदमपुर छावनी में सख्त करने के निर्देश दिए थे लेकिन क्षेत्रीय लोगों के विरोध के चलते उस आदेश को नष्ट करना पड़ा अब एनजीटी ने सरकार से कहा है कि चाट रहा उस शहर के बीचो बीच में नहीं होना चाहिए इसको लेकर सरकार व्यवस्था करें, कहीं ना कहीं सरकार के लिए स्लाटर हाउस एक चाय बनती जा रही है

7- भारतीय जनता पार्टी में संगठन चुनाव के ऐन वक्त पहले प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ने संभागीय संगठन मंत्रियों का तबादला किया है तो कुछ संगठन मंत्रियों को नए प्रभार दिए हैं संगठन चुनाव के ऐन वक्त पहले इस बदलाव में कहीं ना कहीं आने वाले दिसंबर में हो रहे संगठन के चुनाव और खासतौर से प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए होने वाले चुनाव को जोड़कर देखा जा रहा है क्या पुलिस अध्यक्ष राकेश सिंह अपने टीम खड़ी करना चाहते हैं जिससे कि दिसंबर में जब चुनाव होगा तो उन्हें इसका लाभ

8 - पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के छोटे भाई चाचा विधायक की पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात भी चर्चा का विषय रही क्योंकि 1 दिन पहले ही कांग्रेस विधायक लक्ष्मण सिंह ने अपने बड़े भाई देश के जाने-माने कांग्रेसी नेता दिग्विजय सिंह के बंगले के सामने चाचा को जिला बनाने के लिए धरना दिया था और उसके 1 दिन बाद शिवराज से उनकी मुलाकात कहीं ना कहीं राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बनी हुई है क्योंकि लक्ष्मण सिंह बीजेपी से सांसद रहे हैं तो इसके कई मायने निकाले जा रहे हैं क्या लक्ष्मण सिंह वापस बीजेपी में जाएंगे यह झाबुआ चुनाव के परिणाम आने के बाद होने वाले मंत्रिमंडल विस्तार में मंत्री पद चाहते हैं शायद यही वजह है कि वह इस तरीके के हथकंडे अपनाकर सरकार को ब्लैकमेल कर रहे हैं


8 - गुरुवार को झाबुआ विधानसभा चुनाव की मतगणना है और मतगणना के बाद बीजेपी और कांग्रेस दोनों के लिए एकमात्र दिन भी मारा जा रहा है कांग्रेस प्रत्याशी कांतिलाल भूरिया आदि इस चुनाव में जीत हासिल करते हैं तो मंत्रिमंडल में उनका स्थान भी निश्चित हो सकता है क्योंकि कांतिलाल भूरिया वॉइस नेता है पूर्व केंद्रीय मंत्री हैं मध्यप्रदेश में प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर भी हो ने काम किया है कोई बड़ा आदिवासी चेहरा होने के नाते संभवत उन्हें भी मंत्रिमंडल विस्तार में स्थान मिल सकता है और अभी बीजेपी के भानु भुरिया झाबुआ में कमल खिलाते हैं तो कहीं ना कहीं जिस तरीके की अटकलें पहले लगाई जा रही थी कि सरकार आज तो है और 10 महीने बाद भी जनादेश बीजेपी को मिलने लगा है ऐसे में सरकार की मुश्किल है जरूर खड़ी हो सकती हैं

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Conclusion:
Last Updated : Oct 24, 2019, 2:36 AM IST
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