भोपाल। राजधानी में मकर संक्रांति का त्योहार बड़े ही धूमधाम से मनाया गया. इस पर्व पर तीन राज योग बन रहे हैं. इसके साथ ही कुछ ग्रह स्थिति ऐसी बन रही है, जो 320 साल पहले बनी थी. बृहस्पति की वजह से हंस योग, बुध योग और शुक्र योग बन रहा है. साथ ही सूर्य के आसपास शुभ ग्रहों के होने से उभयचरी राजयोग बन रहा है.
इस योग में भगवान के दर्शन करने से भक्तों की मनोकामना जल्द पूरी होती है. ये योग मकर संक्रांति को और खास बना देता है, जिसके चलते बड़ी संख्या में लोगों ने राजधानी भोपाल के बिड़ला मंदिर पहुंचकर भगवान के दर्शन भी किए. वहीं मकर संक्रांति पर शोभन योग के सूर्य की राशि परिवर्तन हुई है. इससे जप, तप और श्राद्ध तर्पण का महापर्व काफी खास हो गया है. इसमें किया गया दान पुण्य और अनुष्ठान से लाभ होता है.
पंडित बालमुकुंद ने बताया कि मकर संक्रांति का पर्व सनातन धर्म में महत्व रखता है. इस दिन भक्त भगवान शिव को तिलकूट, खिचड़ी, लड्डू का दान कर मनोकामनाएं पूरी करने की प्रार्थना करते है.