भोपाल। मध्यप्रदेश में शिवराज सरकार बनने के बाद विधानसभा का शीतकालीन सत्र बुलाने की मांग जोर पकड़ रही है. ऐसे में खबर आ रही है कि, शिवराज सरकार 3 दिन का शीतकालीन सत्र बुला सकती है. हालांकि अभी इस मामले में विधानसभा सचिवालय या राज्यपाल द्वारा किसी तरह की अधिसूचना जारी नहीं हुई है, लेकिन चर्चाओं के जोर पकड़ने पर कांग्रेस ने सत्र की अवधि बढ़ाने की मांग कर दी है. कांग्रेस का कहना है कि, विधानसभा का सत्र ऐसा होना चाहिए कि, प्रदेश के जुड़े सभी मुद्दों पर चर्चा हो.
28 दिसंबर से 30 दिसंबर तक शीतकालीन सत्र की चर्चा
सरकारी सूत्रों की मानें तो, सरकार दिसंबर के आखिरी सप्ताह में विधानसभा का सत्र बुलाने की तैयारी कर रही है. सत्र 28 दिसंबर से 30 दिसंबर तक का हो सकता है. माना जा रहा है कि, इस सत्र में नए चुने गए विधायकों की शपथ के अलावा जरूरी काम सरकार निपटाना चाहती है. इसके अलावा सरकार ऐसे मामलों से बचना चाहती है, जिससे विपक्ष किसी तरह का मौका सरकार को घेरने का मिले. इसलिए सत्र कम अवधि का बुलाए जाने की तैयारी है. हालांकि अभी विधानसभा सचिवालय द्वारा इस मामले में ना कोई सूचना जारी की गई है और ना ही अभी राज्यपाल द्वारा अधिसूचना जारी की गई है, चर्चाओं को लेकर कांग्रेस भड़क गई है और सत्र की अवधि बढ़ाने की मांग कर रही है.
कांग्रेस चाहती है सत्र की अवधि बढ़ाई जाए
पूर्व मंत्री जीतू पटवारी का कहना है कि, कांग्रेस मांग करती है कि, विधानसभा का सत्र इस प्रकार से बुलाया जाए, कि प्रदेश के सारे क्षेत्रों पर चर्चा होकर एक निर्णायक भूमिका सरकार को मिले. इसलिए अवधि बढ़ाकर और कोविड-19 से सुरक्षा के सारे उपाय करके ही सत्र बुलाया जाए. उन्होंने कहा कि, कांग्रेस पार्टी सत्र की अवधि बढ़ाने की मांग करती है.