ETV Bharat / state

राष्ट्रीय उद्यानों में इलेक्ट्रिक वाहन चलाने पर विचार, वन्य प्राणी क्षेत्रों के संरक्षण के लिए कमेटी गठित - State Wildlife Board

भोपाल में प्रदेश सरकार वन्य प्राणी संरक्षण के लिए ऐसे क्षेत्रों में इलेक्ट्रिक वाहनों के उपयोग की नीति ला रही है. इसके लिए राज्य वन्य प्राणी बोर्ड की बैठक में सीएम ने योजना बनाने की घोषण की है.

राज्य वन्य प्राणी बोर्ड की बैठक
author img

By

Published : Oct 11, 2019, 7:53 PM IST

भोपाल। राष्ट्रीय उद्यानों के पर्यावरण और वन्य जीवों की रक्षा के लिए प्रदेश सरकार इलेक्ट्रिक वाहनों के उपयोग पर विचार कर रही है. मंत्रालय में आयोजित राज्य वन्य प्राणी बोर्ड की बैठक में मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि वन्य प्राणी क्षेत्रों के आसपास के रहवासियों और पर्यटन के दृष्टिकोण से इसके लिए एक नीति बनाई जाएगी. जिसके लिए एक कमेटी गधन किया जाएगा

राज्य वन्य प्राणी बोर्ड की बैठक

वन मंत्री उमंग सिंघार ने बताया की सीएम ने निर्देश दिए है कि, टाइगर स्टेट होने के गौरव को पर्यटन के रूप में प्रोत्साहित करने के लिए इसे व्यापक रूप से प्रचारित किया जाए. इसके लिए सरकार जल्द ही नई दिल्ली में एक अंतरराष्ट्रीय सेमिनार आयोजित करेगी.

मुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय वन उद्यानों के आसपास के रहवासियों को सबसे बड़ा सुरक्षा कवच बताते हुए कहा कि, 'हमें इनके साथ तालमेल बनाकर काम करना चाहिए. इससे हम इन क्षेत्रों की सुरक्षा को सुनिश्चित करेंगे और लोगों में वन्यजीवों के प्रति जागरूकता लाएंगे. इसी तरह भोपाल में राष्ट्रीय पार्कों के विकास के लिए भी देश के सभी राष्ट्रीय उद्यानों के संचालकों का एक सम्मेलन बुलाना चाहिए, जिससे हम प्रदेश के वन्य क्षेत्रों में वन्य प्राणी क्षेत्रों को उचित तरीके से विकसित और सुरक्षित रख सकें'.

भोपाल। राष्ट्रीय उद्यानों के पर्यावरण और वन्य जीवों की रक्षा के लिए प्रदेश सरकार इलेक्ट्रिक वाहनों के उपयोग पर विचार कर रही है. मंत्रालय में आयोजित राज्य वन्य प्राणी बोर्ड की बैठक में मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि वन्य प्राणी क्षेत्रों के आसपास के रहवासियों और पर्यटन के दृष्टिकोण से इसके लिए एक नीति बनाई जाएगी. जिसके लिए एक कमेटी गधन किया जाएगा

राज्य वन्य प्राणी बोर्ड की बैठक

वन मंत्री उमंग सिंघार ने बताया की सीएम ने निर्देश दिए है कि, टाइगर स्टेट होने के गौरव को पर्यटन के रूप में प्रोत्साहित करने के लिए इसे व्यापक रूप से प्रचारित किया जाए. इसके लिए सरकार जल्द ही नई दिल्ली में एक अंतरराष्ट्रीय सेमिनार आयोजित करेगी.

मुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय वन उद्यानों के आसपास के रहवासियों को सबसे बड़ा सुरक्षा कवच बताते हुए कहा कि, 'हमें इनके साथ तालमेल बनाकर काम करना चाहिए. इससे हम इन क्षेत्रों की सुरक्षा को सुनिश्चित करेंगे और लोगों में वन्यजीवों के प्रति जागरूकता लाएंगे. इसी तरह भोपाल में राष्ट्रीय पार्कों के विकास के लिए भी देश के सभी राष्ट्रीय उद्यानों के संचालकों का एक सम्मेलन बुलाना चाहिए, जिससे हम प्रदेश के वन्य क्षेत्रों में वन्य प्राणी क्षेत्रों को उचित तरीके से विकसित और सुरक्षित रख सकें'.

Intro:भोपाल। राष्ट्रीय उद्यानों के पर्यावरण और वन्य जीवो की रक्षा के लिए प्रदेश सरकार इलेक्ट्रिक वाहनों के उपयोग पर विचार कर रही है। मंत्रालय में आयोजित राज्य वन्य प्राणी बोर्ड की बैठक में मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि वन्य प्राणी क्षेत्रों के आसपास के रहवासियों और पर्यटन के दृष्टिकोण से एक समन्वित नीति बनाई जाए। सीएम ने निर्देश दिए कि टाइगर स्टेट होने के गौरव को पर्यटन के रूप में प्रोत्साहित करने के लिए इसे व्यापक रूप से प्रचारित किया जाए। इसके लिए सरकार जल्द ही नई दिल्ली में एक अंतरराष्ट्रीय सेमिनार आयोजित करेगी।


Body:बैठक में मुख्य मंत्री कमलनाथ ने कहा कि आज सबसे बड़ी जरूरत यह है कि हम वन्य प्राणी क्षेत्रों के निवास और पर्यावरण संरक्षण के लिए पूरी सजगता और सतर्कता से काम करें। अगर हमने इसकी अनदेखी की तो हम आने वाले समय में अपनी इस प्राकृतिक संपदा को खो बैठेंगे। मुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय वन उद्यानों के आसपास के रहवासियों को सबसे बड़ा सुरक्षा कवच बताते हुए कहा कि हमें इनके साथ तालमेल बनाकर काम करना चाहिए इससे हम इन क्षेत्रों की सुरक्षा को सुनिश्चित करेंगे लोगों में वन्यजीवों के प्रति जागरूकता भी लाई जानी चाहिए। सीएम ने कहा कि मध्यप्रदेश को पूरे विश्व में सर्वाधिक टाइगर होने का गौरव हासिल है इसे पर्यटन की दृष्टि से उपयोग करना चाहिए। सीएम ने कहा कि इसके लिए हम एक अंतरराष्ट्रीय सेमिनार नई दिल्ली में करें और इसके जरिए हम अपना प्रदेश के अन्य क्षेत्रों का आकर्षक तरीके से प्रस्तुतीकरण करें। उन्होंने कहा कि इसके लिए जल्द ही वन्य और पर्यटन विभाग प्रस्ताव तैयार करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि इसी तरह भोपाल में राष्ट्रीय पार्कों के विकास के लिए भी देश के सभी राष्ट्रीय उद्यानों के संचालकों का एक सम्मेलन बुलाना चाहिए, जिससे हम प्रदेश के वन्य क्षेत्रों में वन्य प्राणी क्षेत्रों को उचित तरीके से विकसित और सुरक्षित रख सकें। बैठक में भोपाल के नजदीक स्थित रातापानी को अभ्यारण के रूप में विकसित करने के मुद्दे को फिलहाल अगली बैठक के लिए टाल दिया गया।


Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.