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माहवारी के मुश्किल दिनों में रखें अपनी सेहत का ख्याल, जीवनशैली में लाएं बदलाव

वर्तमान जीवनशैली का असर महिलाओं और किशोरियों की माहवारी पर भी पड़ रहा है. अनियमित माहवारी की शिकायत अब आम हो गई है. ऐसे में महिला रोग विशेषज्ञ डॉक्टर जरीना खान ने इसके कारण और इस दौरान किन बातों का ध्यान रखें, इसके बारे में खास सलाह दी.

Special advice given by the doctor regarding menstruation
माहवारी के मुश्किल दिनों में रखें अपनी सेहत का ख्याल
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Published : Jan 23, 2020, 9:28 AM IST

भोपाल। वर्तमान में बदलती जीवनशैली का असर महिलाओं की माहवारी पर पड़ रहा है. उन दिनों में पेट दर्द, अनियमितता, अत्यधिक ब्लीडिंग या फिर कम रक्त स्राव जैसी समस्याएं आम होती जा रही हैं. वहीं जागरूकता की कमी और सही समय पर इलाज नहीं करवाने के चलते यह समस्या बड़ी बीमारी का रूप ले लेती है. महिला रोग विशेषज्ञ डॉ जरीना खान ने महिलाओं को अपनी जीवनशैली में बदलाव लाने की सलाह दी है, ताकि वे पीरियड के दिनों की परेशानियों से बच सकें.

माहवारी के मुश्किल दिनों में रखें अपनी सेहत का ख्याल

क्या है समस्या का कारण

डॉक्टर जरीना ने बताया कि इसका मुख्य कारण अपनी जीवनशैली और खानपान पर ठीक से ध्यान नहीं देना है. जंकफूड, बाहर का खाना, मेडिटेशन और एक्सरसाइज नहीं करने से सेहत पर बुरा असर पड़ता है, जिसके चलते अनियमितता की समस्या होती है. माहवारी पर जंकफूड का सबसे ज्यादा असर होता है. डॉक्टर जरीना ने बताया कि माहवारी के दौरान स्वच्छता का ध्यान नहीं रखने से कई तरह के इंफेक्शन होने का खतरा बना रहता है. अभी भी कई पिछड़े क्षेत्रों में महिलाएं माहवारी के दौरान कपड़े का इस्तेमाल करती हैं, जिससे पेल्विक इन्फ्लामेट्री डिसीज, व्हाइट डिस्चार्ज, ईचिंग और ज्यादा ब्लीडिंग की परेशानी हो सकती है.

माहवारी को लेकर दूर हुई हिचकिचाहट

डॉक्टर जरीना खान ने कहा कॉलेज जाने वाली लड़कियों और वर्किंग वुमन अक्सर सुबह का नाश्ता नहीं करतीं, जिससे मोटापे की भी समस्या होती है, इसलिए इस समस्या से जूझ रही महिलाओं और लड़कियों को सलाह देते हैं कि स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं और वजन का खास ख्याल रखें. वहीं इस विषय को लेकर हिचकिचाहट के बारे में डॉक्टर जरीना ने बताया कि पहले की तुलना में इस बारे में बात करने में महिलाएं और लड़कियां हिचकिचाती नहीं हैं, साथ ही मरीज आसानी से माहवारी से संबंधित परेशानियों के बारे में बात करती हैं.

माहवारी के दौरान इन चीजों का रखें खास ध्यान

डॉक्टर ने कहा कि महिलाएं और किशोरियां माहवारी के दौरान कपड़े का इस्तेमाल नहीं करें, इसके बजाए सेनेटरी पैड का इस्तेमाल करें. इसे हर 3-4 घंटे में बदलती रहीं, साथ ही स्वच्छता का खास ख्याल रखें. उन्होंने बताया कि शरीर में पानी की कमी नहीं होने देना चाहिए, साथ ही हेल्दी फूड खाना चाहिए.

भोपाल। वर्तमान में बदलती जीवनशैली का असर महिलाओं की माहवारी पर पड़ रहा है. उन दिनों में पेट दर्द, अनियमितता, अत्यधिक ब्लीडिंग या फिर कम रक्त स्राव जैसी समस्याएं आम होती जा रही हैं. वहीं जागरूकता की कमी और सही समय पर इलाज नहीं करवाने के चलते यह समस्या बड़ी बीमारी का रूप ले लेती है. महिला रोग विशेषज्ञ डॉ जरीना खान ने महिलाओं को अपनी जीवनशैली में बदलाव लाने की सलाह दी है, ताकि वे पीरियड के दिनों की परेशानियों से बच सकें.

माहवारी के मुश्किल दिनों में रखें अपनी सेहत का ख्याल

क्या है समस्या का कारण

डॉक्टर जरीना ने बताया कि इसका मुख्य कारण अपनी जीवनशैली और खानपान पर ठीक से ध्यान नहीं देना है. जंकफूड, बाहर का खाना, मेडिटेशन और एक्सरसाइज नहीं करने से सेहत पर बुरा असर पड़ता है, जिसके चलते अनियमितता की समस्या होती है. माहवारी पर जंकफूड का सबसे ज्यादा असर होता है. डॉक्टर जरीना ने बताया कि माहवारी के दौरान स्वच्छता का ध्यान नहीं रखने से कई तरह के इंफेक्शन होने का खतरा बना रहता है. अभी भी कई पिछड़े क्षेत्रों में महिलाएं माहवारी के दौरान कपड़े का इस्तेमाल करती हैं, जिससे पेल्विक इन्फ्लामेट्री डिसीज, व्हाइट डिस्चार्ज, ईचिंग और ज्यादा ब्लीडिंग की परेशानी हो सकती है.

माहवारी को लेकर दूर हुई हिचकिचाहट

डॉक्टर जरीना खान ने कहा कॉलेज जाने वाली लड़कियों और वर्किंग वुमन अक्सर सुबह का नाश्ता नहीं करतीं, जिससे मोटापे की भी समस्या होती है, इसलिए इस समस्या से जूझ रही महिलाओं और लड़कियों को सलाह देते हैं कि स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं और वजन का खास ख्याल रखें. वहीं इस विषय को लेकर हिचकिचाहट के बारे में डॉक्टर जरीना ने बताया कि पहले की तुलना में इस बारे में बात करने में महिलाएं और लड़कियां हिचकिचाती नहीं हैं, साथ ही मरीज आसानी से माहवारी से संबंधित परेशानियों के बारे में बात करती हैं.

माहवारी के दौरान इन चीजों का रखें खास ध्यान

डॉक्टर ने कहा कि महिलाएं और किशोरियां माहवारी के दौरान कपड़े का इस्तेमाल नहीं करें, इसके बजाए सेनेटरी पैड का इस्तेमाल करें. इसे हर 3-4 घंटे में बदलती रहीं, साथ ही स्वच्छता का खास ख्याल रखें. उन्होंने बताया कि शरीर में पानी की कमी नहीं होने देना चाहिए, साथ ही हेल्दी फूड खाना चाहिए.

Intro:भोपाल- आजकल बदलती जीवनशैली के कारण महिलाओं और किशोरियों में माहवारी को लेकर कई तरह की समस्याएं देखने को मिलती है,वहीं जागरूकता की कमी और सही समय पर इलाज न करवाने के चलते यह समस्याएं बड़ी बीमारी का रूप ले लेती है।
महिलाओं की इसी समस्या और इससे बचने के लिए क्या उपाय करने चाहिए इस बारे में महिला रोग विशेषज्ञ ने बताया कि सबसे पहले जीवनशैली पर ध्यान देना जरूरी है।


Body:महिला रोग विशेषज्ञ डॉ जरीना खान ने बताया कि आमतौर पर जो समस्याएं महिलाओं और खासतौर पर किशोर वय की लड़कियों में देखने को मिल रही है वो यह है कि उनकी महावारी समय पर नहीं आती है। अस्पताल में ऐसे बहुत से मरीज आ रहे है जिनमें यह समस्या आम है।
इसका मुख्य कारण यह है कि लड़कियां आजकल अपनी जीवनशैली पर ठीक से ध्यान नहीं दे रही है और ना ही खान-पान को ज्यादा तवज्जो देती है। जंकफूड, बाहर का खाना, मेडिटेशन और एक्सरसाइज ना करना इन्हीं सब कारणों से स्वास्थ्य पर असर पड़ता है जिसके चलते अनियमितता की समस्या होती है । मारवारी पर जंकफूड का सबसे ज्यादा असर होता है।
कॉलेज जाने वाली लड़कियां और वर्किंग वूमेन अक्सर सुबह का नाश्ता नहीं करती जिससे मोटापे की भी समस्या होती है। अभी ओपीडी में रोजाना 10 से 15 लड़कियां इसी समस्या को लेकर आती है इसलिए इस समस्या से जूझ रही महिलाओं और लड़कियों को सलाह देते हैं कि स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं और वजन का खास ख्याल रखें।



Conclusion:वहीं इस विषय को लेकर हिचकिचाहट के बारे में डॉक्टर जरीना ने बताया कि पहले की तुलना में इस बारे में बात करने में महिलाएं और लड़कियां हिचकी साथी नहीं है मरीज आसानी से
महावारी से संबंधित परेशानियों के बारे में बात करती है, उन्हें अपने स्वास्थ्य को लेकर जागरूकता बढ़ी है ।
डॉक्टर जरीना ने बताया कि महावारी के दौरान स्वच्छता का ध्यान न रखने पर कई तरह के इंफेक्शन होने का खतरा रहता है। अभी भी कई पिछड़े क्षेत्रों में महिलाएं महावारी के दौरान कपड़े का इस्तेमाल करती है जिससे पेल्विक इन्फ्लामेट्री डिसीज,व्हाइट डिस्चार्ज,ईचिंगऔर ज्यादा ब्लीडिंग की परेशानी हो सकती है।
हम यही सलाह देते हैं कि कपड़े का इस्तेमाल न करके सेनेटरी पैड का इस्तेमाल करें साथ ही स्वच्छता का खास ख्याल रखें, शरीर में पानी की कमी ना होने दें, हेल्दी फूड खाएं, साथ ही सैनेट्री पैड को हर 3-4 घंटे में बदलते रहें।

बाइट- डॉ जरीना खान
महिला रोग विशेषज्ञ
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