भोपाल। जिला अस्पताल में अव्यवथाओं का अंबार लगा हुआ है, जिसके कारण मरीजों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है. लेकिन छुट्टी के दिन अस्पताल में डॉक्टर्स की कमी रहती है. जिसकी वजह से कई बार मरीजों की जिंदगी और मौत पर बन आती है.
हर विभाग के डॉक्टर हॉस्पिटल में होने के बावजूद छुट्टी के दिन इमरजेंसी के लिए केवल एक ही डॉक्टर की ड्यूटी लगाई जाती है. शहर के इतने बड़े अस्पताल में छुट्टी वाले दिन केवल 1 डॉक्टर का होना मरीजों के लिए परेशानी का सबब बन गया है. किसी भी बड़ी इमरजेंसी होने पर मरीज को शहर के हमीदिया या दूसरे अस्पतालों में रेफर कर दिया जाता है.
डॉक्टर्स की कमी ही नहीं बल्कि जांच के कई विभाग और फार्मेसी भी रविवार या दूसरे छुट्टी के दिनों में बन्द रहता है. यह अस्पताल चाहे राजधानी का है पर हालात यहां भी किसी गांव के अस्पताल जैसे ही हैं.