भोपाल। कोरोना संक्रमण के चलते लगाए गए कोरोना कर्फ्यू से मध्य प्रदेश के बाजारों को काफी नुकसान हुआ हैं. बाजार बंद होने से जहां प्रदेश सरकार के जीएसटी कलेक्शन (GST Collection) में 45 फीसद की गिरावट देखने को मिली हैं, तो वहीं बाजारों को भी करीब 10 हजार करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. जानकारों का मानना है कि जून माह में बाजार खुलने से सरकार के राजस्व में हुए नुकसान की भरपाई हो सकेगी.
कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के कारण उद्योग प्रभावित हुआ है. दुकानें बंद रही. साथ ही शादियों का सीजन ठप होने से भी इसका असर बाजार पर देखने को मिला है. मध्य प्रदेश टैक्स लॉ बार एसोसिएशन के सचिव मनीष त्रिपाठी कहते हैं कि इंडस्ट्री ने प्रोडक्शन करके रखा हैं, लेकिन कंज्यूमर तक माल पहुंचा नहीं है, तो जीएसटी एप्लीकेबल नहीं होने से कलेक्शन पर तो असर पड़ा ही हैं.
टैक्स के जानकार और चार्टर्ड एकाउंटेंट राजेश जैन के मुताबिक, कोरोना कर्फ्यू लागू होने से अप्रैल और मई महीने में जीएसटी कलेक्शन में करीब 45 फीसदी की गिरावट देखने को मिली हैं. इस दौरान बाजार बंद रहने से प्रदेश के बाजारों को 10 हजार करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ है. जैन का कहना है कि अब सरकार को बाजार खुलने से हुए राजस्व नुकसान की भरपाई की उम्मीद हैं.
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मार्च माह तक आल टाइम हाई रहा जीएसटी कलेक्शन
इधर मार्च 2021 तक प्रदेश के जीएसटी कलेक्शन की बात करें, तो यह आल टाइम हाई पहुंच गया था. मार्च 2020 में जीएसटी कलेक्शन 2407.40 करोड़ रुपए रहा. वहीं मार्च 2021 में यह बढ़कर 2728.49 करोड़ रुपए पर पहुंच गया. इस तरह एक साल में प्रदेश ने जीएसटी कलेक्शन में 13 प्रतिशत की ग्रोथ की थी.
कोरोना का असर इकोनॉमी पर
बाजार के जानकारों की मानें, तो कोरोना ने अर्थव्यवस्था पर खासा असर दिखाया हैं. अप्रैल और मई महीने में जीएसटी कलेक्शन तो कम हुआ ही हैं. इसके साथ ही ऑटो कंपनियों की बिक्री, पेट्रोल-डीजल और बिजली की मांग पर भी इसका असर देखने को मिला हैं. जून महीने से बाजार के अनलॉक होने से अब अर्थव्यवस्था के पटरी पर आने की उम्मीद की जा सकती हैं.