ETV Bharat / state

आदिवासी समाज ने किया अनुसुइया उइके का सम्मान, कार्यक्रम में ओमकार सिंह मरकाम रहे मौजूद - Anusuiya uikey in Bhopal

भोपाल के शहीद भवन में आदिवासी समाज ने छत्तीसगढ़ की राज्यपाल अनुसुइया उइके का सम्मान किया. कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री ओमकार सिंह मरकाम मौजूद रहे.

अनुसुइया उइके
author img

By

Published : Aug 27, 2019, 9:51 AM IST

भोपाल। शहीद भवन में आदिवासी सेवा मंडल और ट्राइब्स सोशल वेलफेयर फाउंडेशन की ओर से छत्तीसगढ़ की राज्यपाल अनुसुइया उइके का सम्मान किया गया. सम्मान समारोह में प्रदेश के विमुक्त घुमक्कड़ और अर्द्धघुमक्कड़ जनजाति कल्याण विभाग मंत्री ओमकार सिंह मरकाम भी मौजूद रहे. इसमें आदिवासी समाज के 25 संगठन और पदाधिकारी भी शामिल हुए.

शहीद भवन में अनुसुइया उइके का सम्मान

कार्यक्रम की शुरुआत आदिवासी समाज के ईष्ट देव बड़ादेव के चित्र पर माल्यार्पण के साथ हुई. इसके बाद दीप प्रज्वलित कर छत्तीसगढ़ की राज्यपाल अनुसुइया उइके ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों का शुभारंभ किया. सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के क्रम में जनजातीय गीत-संगीत के साथ ही विभिन्न नृत्यों की प्रस्तुतियां भी हुई. कार्यक्रम के दौरान प्रदेशभर से आए आदिवासी कलाकारों ने भी अपनी प्रस्तुतियां दीं.

छत्तीसगढ़ की राज्यपाल अनुसुइया उइके ने कहा कि मैं भी आदिवासी समाज से ही हूं और आदिवासी समाज के विकास के लिए हरसंभव प्रयास करूंगी. आदिवासी समाज में कई तरह की प्रतिभाएं छिपी हुई है और इस तरह के कार्यक्रमों के आयोजन से वे सभी प्रतिभाएं सामने आती हैं, इसलिए ऐसे कार्यक्रम निरंतर होते रहने चाहिए. आदिवासी समाज आज हर क्षेत्र में उन्नति कर रहा है और देश के विकास में अपना लगातार योगदान दे रहा है.

अनुसुइया उइके ने कहा कि मध्यप्रदेश से मेरा बहुत गहरा नाता है, मेरे राजनीति की शुरुआत ही मध्य प्रदेश से हुई है. उन्होंने कहा कि मुझे पता चला कि प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर का निधन हो गया है, यह दुखद सूचना प्राप्त होने के बाद मैं उनके निवास पर शोक व्यक्त करने के लिए गई थी. साथ ही प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन से भी मुलाकात हुई है.

भोपाल। शहीद भवन में आदिवासी सेवा मंडल और ट्राइब्स सोशल वेलफेयर फाउंडेशन की ओर से छत्तीसगढ़ की राज्यपाल अनुसुइया उइके का सम्मान किया गया. सम्मान समारोह में प्रदेश के विमुक्त घुमक्कड़ और अर्द्धघुमक्कड़ जनजाति कल्याण विभाग मंत्री ओमकार सिंह मरकाम भी मौजूद रहे. इसमें आदिवासी समाज के 25 संगठन और पदाधिकारी भी शामिल हुए.

शहीद भवन में अनुसुइया उइके का सम्मान

कार्यक्रम की शुरुआत आदिवासी समाज के ईष्ट देव बड़ादेव के चित्र पर माल्यार्पण के साथ हुई. इसके बाद दीप प्रज्वलित कर छत्तीसगढ़ की राज्यपाल अनुसुइया उइके ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों का शुभारंभ किया. सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के क्रम में जनजातीय गीत-संगीत के साथ ही विभिन्न नृत्यों की प्रस्तुतियां भी हुई. कार्यक्रम के दौरान प्रदेशभर से आए आदिवासी कलाकारों ने भी अपनी प्रस्तुतियां दीं.

छत्तीसगढ़ की राज्यपाल अनुसुइया उइके ने कहा कि मैं भी आदिवासी समाज से ही हूं और आदिवासी समाज के विकास के लिए हरसंभव प्रयास करूंगी. आदिवासी समाज में कई तरह की प्रतिभाएं छिपी हुई है और इस तरह के कार्यक्रमों के आयोजन से वे सभी प्रतिभाएं सामने आती हैं, इसलिए ऐसे कार्यक्रम निरंतर होते रहने चाहिए. आदिवासी समाज आज हर क्षेत्र में उन्नति कर रहा है और देश के विकास में अपना लगातार योगदान दे रहा है.

अनुसुइया उइके ने कहा कि मध्यप्रदेश से मेरा बहुत गहरा नाता है, मेरे राजनीति की शुरुआत ही मध्य प्रदेश से हुई है. उन्होंने कहा कि मुझे पता चला कि प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर का निधन हो गया है, यह दुखद सूचना प्राप्त होने के बाद मैं उनके निवास पर शोक व्यक्त करने के लिए गई थी. साथ ही प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन से भी मुलाकात हुई है.

Intro:छत्तीसगढ़ की राज्यपाल का हुआ सम्मान , ट्राईबल क्षेत्र को बढ़ावा देने की कही बात

भोपाल | राजधानी के शहीद भवन में आदिवासी सेवा मंडल और ट्राइब्स सोशल वेलफेयर फाउंडेशन की ओर से छत्तीसगढ़ की राज्यपाल अनुसुईया उइके का सम्मान समारोह आयोजित किया गया . इस दौरान आदिवासी समाज के 25 संगठन और पदाधिकारी भी मौजूद रहे . कार्यक्रम में प्रदेश के जनजातीय कार्य विभाग, विमुक्त घुमक्कड़ एवं अर्द्धघुमक्कड़ जनजाति कल्याण विभाग मंत्री ओमकार सिंह मरकाम भी मौजूद रहे . Body:कार्यक्रम का शुभारंभ आदिवासी समाज के इष्ट देव बड़ादेव के चित्र पर माल्यार्पण के साथ हुआ . इसके बाद दीप प्रज्वलित कर छत्तीसगढ़ की राज्यपाल ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों का शुभारंभ किया . इसके बाद सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के क्रम में जनजातीय गीत संगीत के साथ ही विभिन्न नृत्यों की प्रस्तुतियां भी हुई . कार्यक्रम के दौरान प्रदेशभर से आए आदिवासी कलाकारों ने अपनी प्रस्तुतियां देकर सभी का मन मोह लिया .Conclusion:मीडिया से बातचीत करते हुए छत्तीसगढ़ की राज्यपाल अनुसुईया उइके ने कहा कि मैं भी आदिवासी समाज से ही हूं और आदिवासी समाज के विकास के लिए हर संभव प्रयास करूंगी.आदिवासी समाज में कई तरह की प्रतिभाएं छिपी हुई है और इस तरह के कार्यक्रमों को आयोजित करने से वे सभी प्रतिभाएं सामने आती हैं और समाज को एक अच्छा मंच भी प्रदान होता है . इस तरह के कार्यक्रम निरंतर होते रहने चाहिए . आदिवासी समाज आज हर क्षेत्र में उन्नति कर रहा है देश के विकास में अपना लगातार योगदान दे रहा है उन्होंने कहा कि आज मैं मध्यप्रदेश के दौरे पर थी मध्य प्रदेश से मेरा बहुत गहरा नाता रहा है मेरे राजनीति की शुरुआत ही मध्य प्रदेश से हुई है इसलिए मध्य प्रदेश में मैं हमेशा ही आती रहूंगी मुझे पता चला कि प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर का भी निधन हो गया है यह दुखद सूचना प्राप्त होने के बाद मैं आज उनके निवास पर शोक व्यक्त करने के लिए गई थी साथ ही प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन से भी आज सौजन्य मुलाकात हुई है . इस दौरान मैंने उनका आशीर्वाद भी प्राप्त किया है .
राज्यपाल अनुसुईया उइके ने कहा कि मुझे हमेशा ही मध्य प्रदेश के लोगों का सहयोग प्राप्त हुआ है आज समाज के लोगों के द्वारा आदिवासी संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए यह कार्यक्रम आयोजित किया गया है इस तरह के कार्यक्रम संस्था के द्वारा कई वर्षों से किए जा रहे हैं और इन कार्यक्रमों में हिस्सा लेने के लिए मैं हमेशा ही यहां आती रही हूं इस तरह के कार्यक्रम आदिवासी समाज को निरंतर प्रगति पर बढ़ने का मार्ग प्रशस्त करते हैं .
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.