भोपाल। शहीद भवन में आदिवासी सेवा मंडल और ट्राइब्स सोशल वेलफेयर फाउंडेशन की ओर से छत्तीसगढ़ की राज्यपाल अनुसुइया उइके का सम्मान किया गया. सम्मान समारोह में प्रदेश के विमुक्त घुमक्कड़ और अर्द्धघुमक्कड़ जनजाति कल्याण विभाग मंत्री ओमकार सिंह मरकाम भी मौजूद रहे. इसमें आदिवासी समाज के 25 संगठन और पदाधिकारी भी शामिल हुए.
कार्यक्रम की शुरुआत आदिवासी समाज के ईष्ट देव बड़ादेव के चित्र पर माल्यार्पण के साथ हुई. इसके बाद दीप प्रज्वलित कर छत्तीसगढ़ की राज्यपाल अनुसुइया उइके ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों का शुभारंभ किया. सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के क्रम में जनजातीय गीत-संगीत के साथ ही विभिन्न नृत्यों की प्रस्तुतियां भी हुई. कार्यक्रम के दौरान प्रदेशभर से आए आदिवासी कलाकारों ने भी अपनी प्रस्तुतियां दीं.
छत्तीसगढ़ की राज्यपाल अनुसुइया उइके ने कहा कि मैं भी आदिवासी समाज से ही हूं और आदिवासी समाज के विकास के लिए हरसंभव प्रयास करूंगी. आदिवासी समाज में कई तरह की प्रतिभाएं छिपी हुई है और इस तरह के कार्यक्रमों के आयोजन से वे सभी प्रतिभाएं सामने आती हैं, इसलिए ऐसे कार्यक्रम निरंतर होते रहने चाहिए. आदिवासी समाज आज हर क्षेत्र में उन्नति कर रहा है और देश के विकास में अपना लगातार योगदान दे रहा है.
अनुसुइया उइके ने कहा कि मध्यप्रदेश से मेरा बहुत गहरा नाता है, मेरे राजनीति की शुरुआत ही मध्य प्रदेश से हुई है. उन्होंने कहा कि मुझे पता चला कि प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर का निधन हो गया है, यह दुखद सूचना प्राप्त होने के बाद मैं उनके निवास पर शोक व्यक्त करने के लिए गई थी. साथ ही प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन से भी मुलाकात हुई है.