भोपाल। भारतीय जनता पार्टी नागरिकता संशोधन विधेयक को लेकर हो रहे विरोध प्रदर्शनों और समर्थन रैलियों पर सरकार द्वारा की जाने वाली कार्रवाई पर सवालिया निशान खड़े कर रही है. बीजेपी प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल का सवाल है कि आखिर सरकार यह बताएं कि सरकार ने सीएए कानून का विरोध करते हुए कितने कांग्रेसी नेताओं पर एफआईआर की है.
बीजेपी ने सरकार से सवाल पूछते हुए कहा है कि जब कांग्रेसी कार्यकर्ता विरोध प्रदर्शन करते हुए शासकीय संपत्ति को नुकसान पहुंचाते हैं या अन्य प्रकार का नुकसान करते हैं तो उन पर आज तक पुलिस ने एफआईआर दर्ज क्यों नहीं की. जब कांग्रेस के लोग जो प्रदर्शन करते हैं तो उस क्षेत्र से धारा 144 भी हटा दी जाती है. इसका सबसे बड़ा उदाहरण भोपाल इंदौर जबलपुर है. जब बीजेपी के लोग समर्थन में रैली प्रदर्शन करते हैं तो उस स्थान पर 144 धारा लगा दी जाती है. आखिर सरकार सरकार यह सौतेला व्यवहार क्यों कर रही है.
बीजेपी ने इंदौर भोपाल और जबलपुर का उदाहरण देते हुए कहा कि आखिर सरकार दोहरा रवैया क्यों अपना रही है. कांग्रेस नेताओं को धरना प्रदर्शन करने की अनुमति मिलती है और बीजेपी नेताओं को नहीं. आखिर सवाल स्वतंत्रता का व्यक्ति का है. अब देखना यह है कि आने वाले समय में बीजेपी इस मामले को लेकर क्या कदम उठाती है.